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Massage Girl in Kochi: Premium Relaxation Services

Our site can help you find a professional massage girl in Kochi who will help you relax in the best manner possible. We connect you with professional therapists who can offer you a massage that will make you feel better and more relaxed. The pros on our list are ready to provide you with a fantastic experience at your house or in one of their particular spots, whether you want to relax or get away from it all.

Introduction

Massage is currently one of the finest methods to relax your mind, body, and overall health. Our website makes it easy to locate the top massage services in Kochi that meet your demands. This will be a one-of-a-kind and calming experience for you.

Tottaa wants to make it simple for clients to find the top masseuse. The Kochi massage service providers on our list offer the greatest quality, comfort, and competence, whether you want a full-body massage or a massage for a particular location.

How Tottaa Helps Advertisers Reach More Customers

Tottaa is not only a list of masseuses, it’s also a secure location for them to show off what they can do. People in Kochi who are seeking massage services may find them on our website. This makes them easier to find and gets them more appointments.

Advertisers may simply put up profiles, offer their services, and talk about pricing and discounts on our sites. This makes sure that the relevant people notice your Kochi massage service, which makes it easier to obtain more customers.

Different Types of Massages We Offer

There are a lot of different types of massage services on our site, so you may choose one that works for you. You may choose the kind of treatment that works best for you, whether it’s profound rest or a particular type of therapy.

1. Swedish Massage

A calm and gentle way to ease muscular tension and improve blood flow. This Kochi massage is perfect for you if you want to relax and forget about your concerns.

2. Deep Tissue Massage

This approach employs a lot of pressure to get to deeper muscle layers. It’s helpful for folks who have muscular discomfort or stiffness that won’t go away. There are specialists on our profiles of massage girls in Kochi who are good at deep tissue treatments that function effectively.

3. Aromatherapy Massage

Calming massage strokes and essential oils are beneficial in making people feel improved both emotionally and physically. Most massage companies in Kochi employ the use of custom oil preparations to make you feel good.

4. Thai Massage

A therapy that wakes you up by using a mix of regular massage, stretching, and compression. This traditional massage in Kochi helps you relax, become more flexible, and get your mind and body back in harmony.

5. Hot Stone Massage

Heated stones are placed on various parts of the body to help with deep muscular tightness. People who want to feel good, relax, and help their muscles recover quickly can use this massage service in Kochi

How to Book Our Massage Services

Tottaa makes it simple and fast to book. With our listings, you can see what kind of massage you want, read about the providers, see that they are free and then contact them directly. After you choose, you can book a massage in Kochi at your convenient time and location. In order to get your desired massage services, apply the following simple steps:

Step 1: Browse Our Listings

Take a peek around our site to view a few massage professionals. Each listing gives you information about the many sorts of massages, how long they last, how much they cost, and where they are situated. This makes it easier to choose the finest ones.

Step 2: Compare and Shortlist

Examine the profiles carefully to compare how the services, talents, and reviews posted by customers differ. This phase makes sure you choose a business that has the style, pricing, and supply you desire.

Step 3: Connect with the Provider

When you have decided, use the information that you are offered so that you can contact them directly. One can communicate it to the massage giver thus making it understood what massage you want at what time and when.

Step 4: Confirm the Appointment

The date, time and place of the service, which could be your home, a hotel or the spa where the therapist may be found. You also need to agree on the payment method and any other accords prior to commencement of the course.

Step 5: Relax and Enjoy Your Massage

All you have to do on the day of the appointment is have your area ready for the house visit. The remainder will be handled by the expert. Take it easy and enjoy a massage that is made just for you.

Frequently Asked Questions

To locate a professional who can meet your needs, read our biography, reviews and advertising.

Yes, many of the therapists on our site will come to your house so you may feel safe and at ease.

You may pick based on talents since most adverts provide their qualifications in their profiles.

It would be advisable to make a reservation earlier to guarantee that you would be able to get a massage, particularly against the prevalent services of massage.

Not at all. Tottaa exclusively connects users with service providers. The doctor gets to choose how to handle payment.

Read Our Top Call Girl Story's

सेक्स टेस्ट चेंज कहानी में पढ़ें कि जब पति पत्नी एक दूसरे के साथ सेक्स करके बोर होने लगे तो उन्होंने अपने यौन जीवन में नवीनता लाने के लिए क्या किया?

मेरा नाम संजना है. मेरी उम्र 25 साल की है. मैं शादीशुदा हूँ.

मेरे पति 30 साल के हैं.

मैं बहुत ही सुन्दर हूँ और मेरे पति भी बहुत आकर्षक दिखते हैं.

हम लोग मध्यम वर्गीय हैं … न ज़्यादा अमीर हैं और न ही गरीब हैं.
हमारी ज़िंदगी में सब कुछ अच्छा चल रहा था. मेरे पति भी बहुत अच्छे हैं.

हमारी शादी के 4 साल हो गए हैं.
हम दोनों एक दूसरे से बहुत खुश भी रहते हैं. हम दोनों में कभी लड़ाई झगड़ा नहीं होता है.
मैं भी अपने पति से खुश रहती थी.

बहुत ही शर्मीली लड़की थी मैं … कोई मुझसे कुछ कह देता था तो मैं बुरा मान जाती थी और कोई मुझे टच करे तो मैं उससे लड़ जाती थी.
मेरे पति भी ऐसे ही हैं.

मुझे सेक्स करने में बहुत रूचि है क्योंकि ज़िंदगी में अगर सेक्स न हो तो हर किसी की लाइफ में उदासी छा जाती है.

यहीं से हमारी सेक्स टेस्ट चेंज कहानी शुरू हुई.

एक दिन को बात है, मैं और मेरे पति रात को खाना खाकर अपने कमरे में बात कर रहे थे.
बातों ही बातों में ‘वाइफ एक्सचेंज विद अदर पर्सन’ की बात होने लगी.

यह बात धीरे धीरे कुछ ज़्यादा ही बढ़ गई.
मैंने अपने पति से पूछा- ये लोग कैसे कर लेते हैं … अजीब लोग हैं?

तो पति ने कहा- जाने दो, हमें क्या करना है. हम लोग तो वैसे नहीं हैं न!
ऐसे ही कुछ दिन बीत गए.

हमारी जिंदगी में एक दो साल के बाद सेक्स धीरे धीरे कम हो गया.

अब कभी 10 दिन में एक बार सेक्स होने लगा था.
कभी 15 दिन में एक बार होता.
धीरे धीरे हमारे अन्दर भी सेक्स की भूख कम होती नज़र आने लगी थी.

ऐसे ही दिन बीत रहे थे.

एक दिन मैं अपनी एक सहेली शिखा से बात कर रही थी.

उसने पूछा- कैसी हो?
मैंने कहा- ठीक हूँ.

उसने आगे कहा- और मज़ा तो आ रहा है न जीजा के साथ!
मैंने कहा- हां, ठीक ही है.

इस पर शिखा ने कहा- क्यों … इतनी उदास होकर क्यों बोल रही हो?
मैंने कहा- पहले सेक्स में बहुत मज़ा आता था, पर पता नहीं क्यों … अब धीरे धीरे सब कम हो गया है.

शिखा ने कहा कि मैं एक राय दूँ?
मैंने कहा- हां बोल न!

उसने कहा- अगर तुम दोनों में किसी वजह से सेक्स कम हो गया है, तब तो कोई बात नहीं. वैसे एक तरीका है. यदि बुरा न मानो तो बताऊं?
मैंने कहा- मैं किसी बात का बुरा नहीं मानूँगी, तू बता.

मेरी सहेली ने कहा- एक बार एक रात के लिए हज़्बेंड चेंज करके देख लो, हो सकता है पहली बार दूसरे मर्द के साथ तुम्हारे अन्दर वह जोश फिर से आ जाए और सेक्स में तुम्हारी रुचि बढ़ जाए. क्योंकि ऐसा होता है जब एक ही मर्द के साथ रोज रोज सब होता है. तो बस वही जैसे रोज मगर दूसरा मर्द जब एक दिन के लिए आता है न, तो न जाने किस हिसाब से करता है और अपने सेक्स लाइफ में एक दिन में ही भरपूर मज़ा देता है. वह एक ही रात के लिए आएगा तो तुम्हारे लिए भी अलग होगा. उसके लिए भी अलग होगा. इसलिए एक बार करके देख लो. शायद जिंदगी में बात बदल जाए.

मैंने कहा- नहीं यार, इसमें किसी को पता चल गया तो गड़बड़ हो जाएगी!
शिखा बोली- किसी को पता नहीं चलता यार, क्योंकि जब तुम किसी को बताओगी नहीं, तो दूसरा जानेगा कैसे?

मैंने कहा- अच्छा और यह सब कैसे होगा?
सहेली ने कहा- तेरा मतलब कि ऐसे इंसानों का जोड़ा कहां मिलेगा?

मैंने पूछा- हां … और यह भी बता कि क्या तूने ऐसा किया है?
उसने कहा- हां, एक साल पहले हुआ था. वे दोनों पुणे के एक कपल थे. हम लोग नेट से जुड़े, फिर बात बन गई. इसी बहाने हम दोनों एक नए शहर में भी घूमे और एक रात के लिए एंजाय भी किया. सही बोलूं तो उस दिन सेक्स का भरपूर मज़ा आया था.

मैंने कहा- पर मैं यह नहीं कर पाऊंगी … मेरे उनको बुरा लगा तो?
शिखा बोली- हां पहले तुम अपने अपने पति को इस बात के लिए राज़ी करो. अगर वे राज़ी हो जाएं तो मुझे बताना.

मैंने कहा- कैसे बात करूँ?
वह बोली- तुम अपने पति से ज़्यादातर वाइफ स्वैपिंग की बात करना. जब बात करोगी … तो एक न एक दिन उनके मन में भी ऐसा महसूस होगा कि क्यों न एक बार स्वैपिंग करके देखी जाए.

कुछ देर इसी मुद्दे पर चर्चा के बाद फोन कट हो गया.

अब मैं अपने काम में जुट गई.

दो चार दिन बीत गए.
मैं हिम्मत करके भी उनसे बात नहीं कर पा रही थी.

फिर एक दिन वह जब ऑफिस के सिलसिले से 15 दिन के लिए दूसरे शहर गए.

वे 4 दिन बाद मुझे वहां के माहौल के बारे में बताने लगे कि ये शहर ऐसा है. यहां पर ऐसा होता तो सब कुछ है, पर किसी को कोई खबर भी नहीं होती.

मैंने पूछा- कौन सी बात?
उन्होंने वाइफ स्वैपिंग की बात कही.

मैंने जानबूझ कर थोड़ा सा नाटक किया- इस तरह की बातें क्यों कर रहे हैं आप?
इस पर उन्होंने बात बंद कर दी.

मगर मेरे मन में आया कि बात जब कर रहे थे तो अच्छा लग रहा था.
पर बात को वापस कैसे शुरू की जाए.

दो दिन बाद मैंने ही यही बात पुन: उनसे शुरू की.

‘एक बात बताइए, ये जो वाइफ स्वैपिंग होती है, इसे कैसे करते हैं? किसी को पता नहीं चलता क्या?’
उन्होंने कहा- नहीं, कैसे पता चलेगा. उधर के हज़्बेंड और वाइफ और इधर के वाइफ हज़्बेंड किसी एक के घर पर ही सब करते हैं. वे दुनिया की नज़र में रिश्तेदार होते हैं, जो एक दिन के लिए आए और चले गए.

यह सुनकर मैंने कहा- कितना अजीब लगता होगा न!
उन्होंने कहा- अजीब तो तब लगेगा जब कोई जबरदस्ती करेगा. लेकिन इसमें सारा कुछ एक दूसरे की रजामंदी से होता है. अगर चारों की रज़ामंदी हो, तो कुछ भी गलत या अजीब नहीं … यह बस मस्ती वाला खेल हुआ और सब अपने अपने घर चले गए. कोई रोज रोज तो होता नहीं है!

मैंने कहा- इससे होता क्या है?
“कुछ खास नहीं … लेकिन लोगों के अन्दर सेक्स की भूख जो सुस्त हो गई होती है, वह फिर से ताज़ा हो जाती है.”

इतनी सब बातें करके उन्होंने फोन काट दिया और अपना काम पूरा करके घर वापस आए.

उस दिन मुझे काफी ज्यादा सेक्स की भूख थी तो रात में पति के साथ शरीर सहलाने के दौरान बातों बातों में उन्होंने मुझसे पूछा- क्या हुआ तुम बहुत उदास दिख रही हो?
मैंने कुछ नहीं कहा.

उनका सेक्स करने का मन भी नहीं हुआ था तो हम दोनों ने कुछ भी नहीं किया.
बस चुपचाप सो गए.

चार दिन ऐसे ही चलता रहा.

पांचवें दिन वे मुझसे कहने लगे कि हम लोगों में अब पहले जैसा सेक्स नहीं हो पाता है … ऐसा क्यों है?
मैं चुप रही.

उन्होंने ही फिर से कहा- पता नहीं मैं करता तो हूँ, पर मजा नहीं आता.
फिर मैंने कहा- जैसे लोग वाइफ स्वैपिंग करते हैं, उसमें तो मजा आता है. ऐसा क्यों?
उन्होंने कुछ बोला नहीं.

पर अगले दिन उन्होंने मुझसे कहा कि अगर तुम्हारा मन हो तो स्वैपिंग के लिए कोशिश की जा सकती है!
यह सुनकर मैं भी एक्सचेंज करने के लिए तैयार हो गई.

उन्होंने कहा- कौन करेगा, यह देखना पड़ेगा?
मैंने कहा- देखेंगे, आप किसी से बात करके देखिए. मैं भी कुछ कोशिश करती हूँ.

उन्होंने कहा- चलो ठीक है.
अब हम दोनों थोड़ा खुश हुए.

उनके चेहरे पर भी मस्त मुस्कान थी.
पति की आंखों में दूसरी चुत मिलने की खुशी साफ जाहिर हो रही थी.

अगले दिन मैंने शिखा से बात की.
उसने कहा- चलो ठीक है. अब अगर तुम चाहो तो हम दोनों ही एक दूसरे से एक्सचेंज कर सकते हैं. यह सब तुम्हारे घर पर या तुम चाहो तो हमारे घर पर किया जा सकता है!

मैंने कहा- ओके, मैं अपने पति से बात करके बताऊंगी. अगर वे मान गए तो मैं तुम्हें रात को मैसेज करूँगी.
शिखा ने कहा- ठीक है.

रात 11 बजे थे.
मैंने अपने पति से स्वैपिंग की बात को छेड़ा तो बात शुरू हो गई.

उन्हें मैंने बताया कि शिखा रेडी है.
वे भी बोले- ठीक है. पर वह लड़की दिखने में कैसी है?
मैंने कहा- बहुत सुन्दर है.

उन्होंने कहा- और उसका पति?
तो मैंने कहा- उसके पति को मैंने नहीं देखा है. हां उसका नंबर है, कहिए तो मैसेज करके पिक मंगवा लूं?
उन्होंने कहा- हां ठीक है, मंगवा लो!

मैंने शिखा को मैसेज किया कि अपने पति के साथ वाली अपनी पिक भेजो.
उसने झट से भेज दी.

उसका पति भी बहुत स्मार्ट दिख रहा था और शिखा तो हॉट थी ही.
मेरे पति को लड़की पसन्द आ गई और उधर मुझे भी उसका पति जँच गया.
मैंने हामी भर दी.

शिखा ने भी मुझसे हमारी जोड़ी वाली पिक माँगी.
मैंने भी भेज दी.

वे लोग भी राजी हो गए, डन कर दिया.

फिर एक दिन तय हुआ जब सेक्स टेस्ट चेंज करने का अनुभव लेना था.

हम सब हमारे घर पर ही उस तय तारीख को मिलने वाले थे.

उस दिन वे दोनों सुबह सुबह ही आ गए.

पहले पहल तो मेरा दिल घबरा रहा था.
पर एक खुशी भी मन में थी कि आज वह सब होगा जो मन चाहता है.

शाम हुई तो हम लोग बात करने के लिए तय प्रोग्राम के अनुसार अलग अलग कमरे में चले गए.

मेरे पति भी शिखा को अलग कमरे में लेकर चले गए.
मैं शिखा के पति के सामने थी और शर्मा रही थी; कुछ डर भी रही थी.

शिखा के पति ने कहा- लाइट ऑफ कर दीजिए.
मैंने लाइट ऑफ कर दी और बिस्तर पर बैठ गई.

थोड़ी देर के बाद उन्होंने मुझे पीछे से पकड़ा तो मेरे शरीर में अजीब सी सिहरन हुई. ऐसा लगा जैसे आज न जाने कितना मज़ा आने वाला है.

तभी वे मुझे किस करने लगे.
मैं भी उनका साथ देने लगी.

फिर वे अपने कपड़े उतारने लगे और कुछ ही पलों में उन्होंने पूरे कपड़े उतार दिए.

उनका लंड एकदम मोटा और जबरदस्त मूसल जैसा था.
मैं देख कर हैरान रह गई.
सच में बहुत मोटा लंड था और लंबा भी काफी था.

धीरे धीरे सेक्स की शुरुआत हुई.

उन्होंने मुझसे लंड चूसने के लिए कहा.
मैंने उनका मान रखने के लिए सुपारा चाटा.
एक बार चाटने से अच्छा लगा तो लौड़े को मुँह में भर लिया और खूब चूसा.
उन्होंने भी मेरी चुत को चाटा.

फिर चुदाई शुरू हुई.

मेरी चुत उनके लंड से चुद कर निहाल हो गई.
उन्होंने भी मेरे दूध खूब चूसे और दूध चूसते हुए ही मेरी जबरदस्त ली.

एक बार में मेरा मन नहीं भरा था तो दूसरी बार की चुदाई मैं उनके लौड़े पर उछल उछल कर चुदी.

इस तरह से उन्होंने मुझे रात भर में 4 बार कई तरीकों से चोदा.
मुझे भी बहुत मज़ा आया.

सच में इतना मज़ा मुझे कभी नहीं आया था. यह बहुत प्यारा अहसास था.

फिर सुबह हुई.

मेरे पति भी बहुत खुश थे उन्होंने मुझसे पूछा- कैसा रहा?

मैंने भी खुश होकर कहा- बहुत अच्छा … और आपका?
उन्होंने कहा- मेरा भी.

तब से मैं बहुत खुश रहती हूँ और मेरे पति भी मुझसे खुल कर चुदाई करते हैं.
हम दोनों चुदाई में गैर मर्दों और स्त्रियों की खुल कर चर्चा करते हैं.
इस बात को दो साल हो गए हैं.

मेरे पति ने ऐसा एक बार और करने का कहा है कि स्वैपिंग करते हैं.
इस बार हम दोनों बाहर किसी अनजान शहर में करने का सोच रहे हैं.

देखते हैं कि कौन मिलता है, जिससे बात बन जाए.

सच कह रही हूँ कि इसमें बहुत आनन्द आता है.
बस एक रात के लिए किसी दूसरे का लेकर देखना … आह आई लव स्वैपिंग.

फिर मैं बोला- मुझे पापा और आपकी चुदाई देखनी है.
मौसी- चलो, अब जब तुम्हारे घर आऊंगी तो तुम्हें फोन कर दूंगी. तुम भी घर आ जाना. फिर हम साथ में चुदाई करेंगे.
मैं बोला- साथ में कैसे?
मौसी- अब मैं, तुम और तुम्हारे पापा थ्रीसम करेंगे! वो मैं सब जुगाड़ कर लूंगी.

अब आगे खेत चुदाई देसी मौसी की:

लगभग 2 महीने बाद मौसी का फोन आया- घर आ जाओ, मैं भी जा रही हूं तुम्हारे घर!

तो मेरे मन में खुशी के लड्डू फिर फूटने लग गए.
मैंने दूसरे दिन कपड़े पैक किये और घर के लिए निकल पड़ा..

मैं ट्रेन से स्टेशन पर उतरने बाद मेडिकल स्टोर पर गया.
वहां से सक्स की टेबलेट ली मैंने!

उसके बाद मैं घर पहुंचा तो देखा कि मौसी नहीं दिख रही है.
मुझे बहुत गुस्सा आया. मुझे लगा कि मौसी ने मुझे धोखा दे दिया.

फिर मैंने अपनी मम्मी से घर का और सबका हाल चाल पूछा.
तो मम्मी सब कुछ ठीक बताया.

उसके बाद मैंने पूछा- पापा कहां हैं?
मम्मी बोली- तेरे पापा खेत में गए हैं. और मौसी भी उनके साथ गई है.

यह सुन कर मुझे खुशी हुई और मैंने मम्मी से पूछा- मौसी भी आई है?
मम्मी बोली- हां, अभी सुबह-सुबह ही आई है.

मैंने पूछा- अच्छा कुछ काम था क्या?
तो मम्मी बोली- नहीं , ऐसे ही मिलने घूमने आई है.

उसके बाद हमने खाना खाया और आराम करने लगे.

कुछ देर बाद कुछ देर बाद मौसी घर आई.
वे मुझे देखकर बहुत खुश लग रही थी.

मैंने भी मौसी को आंख मार दी.
तो उसने भी एक आंख मारी.

उसके बाद मैं उठा और पीछे वाले बाथरूम में पेशाब करके आया.

धीरे-धीरे शाम होने लगी.
मेरे दिमाग में एक बड़ी टेंशन थी कि मैं पापा के सामने मौसी कैसे चोदूंगा.

धीरे-धीरे शाम हो गई.
मौसी और मम्मी ने खाना बनाया, सब लोगों ने खाना खाया.

उसके बाद मैं छत पर चला गया सोने!
और मम्मी नीचे कमरे में सोने चली गई.
पापा चले गए खेत में!

तो मैं सोच रहा था कि मैं कैसे बात करूं मौसी से कि कब और कैसी है चुदाई करनी है.
मैं बहुत टेंशन में था.

उसके बाद मेरे फोन में फोन पापा का फोन आया- तुम्हारी मौसी कहां है?
मैं बोला- मैं छत पर हूं, सो रहा हूं. मुझे नहीं पता!
पापा बोले- ठीक है!

उसके बाद आधे घंटे बाद मौसी छत पर आई और बोली- सो गए क्या?
मैं – नहीं तो!
मौसी- नींद नहीं आ रही है क्या?
मैं- नींद कैसे आएगी? चूत जो चाहिए तुम्हारी!
इतना बोल कर मैं हंस पड़ा.

मैं- पापा का फोन आया था, आपको पूछ रहे थे वे!
मौसी- तो उनका भी लंड खड़ा होगा ना मुझे चोदने को!

मैं- यह बताओ पापा के सामने मैं आपको कैसे चोदूंगा? कोई जुगाड़ कर रखा है क्या?
तो मौसी बोली- अभी मैं कुछ देर बाद में तुम्हें मिस कॉल कर दूंगी. तो तब तुम खेत में आ जाना! तो तुम हम लोगों को देखकर ऐसे व्यवहार करना कि पापा को लगे कि ये क्या … बेटे ने काण्ड करते देख लिया. बाकी मैं सब कुछ संभाल लूंगी.

मैं- ओके!

उसके बाद मैं लेट गया और मौसी चली गई नीचे!

फिर लगभग 45 मिनट बाद फोन आया मेरे पास पापा के फोन से!
पर साथ ही फोन कट गया.
इस मिस काल से मुझे सिग्नल मिल गया कि मौसी मुझे बुला रही है.

फिर मैं चुपके से नीचे उतरा और जो गोली लाया था, एक गोली तुरंत खा ली और खेत चुदाई के चला गया.

वहां बाहर से ही देखा कि कमरे में मौसी और पापा चोदम चोद में लगे हुए हैं. मौसी नीचे लेटी हुई थी और पापा उनके ऊपर चढ़कर चुदाई कर रहे थे.

मौसी धीरे धीरे ‘आह आह … आह आह आह’ चिल्ला रही थी.

उसके बाद मैं वहीं बैठ गया देखने के लिए कि ये लोग कैसे चुदाई करते हैं.

कुछ देर बाद पापा नीचे आ गए और मौसी के बाल पकड़कर अपना लंड मौसी के मुंह में डाल दिया.

मौसी चूसने लगी जैसे लॉलीपॉप चूसते हैं.

उसके बाद मैं उनके समीप तक जा पहुंचा.

पापा ने मुझे देख लिया तो जल्दी से उन्होंने अपने ऊपर कपड़ा डाल लिया.
लेकिन मौसी ने अपना साड़ी ठीक नहीं की.

पापा उनको बोले- अरे, साड़ी पहनो ना!
उसके बाद मैं बोलने लगा- यह क्या चल रहा है आपका खेल?
पापा बोले- कुछ नहीं बेटा … कुछ नहीं!

तब मौसी बोली- आओ तुम भी आ जाओ!
मैं- आप तो मेरी मौसी हो तो कैसे?

मौसी बोली- ज्यादा नाटक मत करो, मैंने सब बात बता दी है तुम्हारे पापा को पहले ही!
पापा- हाँ बेटा, ये तेरी मौसी तो बहुत गर्म है! आओ बेटा आओ … मेरे बस की बात नहीं है तुम्हारी मौसी को ठंडा कर पाना! इसने जब से तुम्हारे लंड को देखा है, तुमसे चुदाने का मन बना लिया है. खुद बोल रही थी.

मैं- अरे पापा, इनको तो मैं कई बार चोद चुका हूं पहले ही!
पापा- ओह यह तो पूरी रंडी निकली!
मैं- हाँ!

मौसी- हाँ मैं रण्डी हूं. मुझे तुम दोनों से चुदना है एक साथ!

मैं- हाँ पापा, यह इसी का प्लान था कि हम दोनों इनकी चुदाई खेत में करें. दो लंड एक साथ डालेंगे चूत और गांड में! और खूब चोदना है.
पापा- फिर जल्दी आओ!

उसके बाद मैंने अपनी अंडरवियर उतारा और अपना लंड उनके पास लेकर चला गया.

पापा- इतना बड़ा लंड?
मेरे पापा का मुंह खुला का खुला ही रह गया.

मैंने मज़ा लेने के लिए अपना लंड पापा के मुंह के पास लगा दिया.

पापा- अबे मादरचोद … मेरे मुंह में डालेगा क्या?
मैं- आपकी इच्छा है … चूसना हो तो चूस सकते हैं आप!
फिर मैं हंस दिया.

मेरे साथ साथ मौसी भी बहुत तेज हंसी.

पापा को गुस्सा आ गया कि हम उनका मज़ा ले रहे हैं.
उसके बाद मैं बोला- काम डाउन पापा!

फिर पापा शान्त हुए और मैंने अपणा लंड मौसी के मुंह में दे दिया.
मौसी उसे चूसने लगी.

और पापा ने अपना लंड मौसी की चूत में डाल दिया, वे चुदाई करने लगे.

मौसी ‘आह आह आह’ कर रही थी, पर कुछ बोल नहीं पा रही थी क्योंकि उनके मुंह में मेरा 7 इंच का लन्ड था.

उसके बाद मैंने अपना लंड निकाला और पापा को बोला- पापा, आप अपना लंड मौसी की चूत से निकालकर उनके मुंह में डालो.

पापा ने अपना लंड मौसी के मुंह में डाल दिया और मैं अपना लंड उसकी चूत में डाल कर मौसी की चूत चुदाई करने लगा.

कुछ मिनट के बाद पापा तो झड़ गए लेकिन मैं तो झड़ नहीं रहा था.

तो पापा बोले- तुम्हारा स्टैमिना तो बहत ज्यादा है!

मैंने जेब से एक गोली निकाली और पापा को दे दी.
पापा ने तुरंत वह गोली खा ली.

उसके बाद पापा ने अपना लंड मौसी के मुंह में दे दिया और मैं उनको कुतिया की पोजीशन में करके उनके नीचे लेट गया और अपना लंड मौसी की चूत में डालने लगा.

उसके बाद आधा लंड उनकी चूत में डाल दिया और चुदाई करने लगा.

धीरे धीरे पापा का लंड फिर से खड़ा हुआ.
तो पापा ने अपना लंड मौसी की गांड में डाल दिया.

और मौसी चीख उठी- उह … हाह फाड़ दी मेरी गांड!
मौसी खूब सीत्कार करने लगी.

उसके बाद बारी बारी से, कभी एक साथ दो लंड चूत में, कभी एक लंड गान्ड में एक लंड मुंह में, और कभी एक लंड चूत में एक लंड मुंह में!

हम बाप बेटा मेरी मौसी को चोदते रहे.
काफी देर के बाद हम दोनों झड़ गए.

पापा ने मौसी की गांड में और मैंने मौसी की चूत में रस छोड़ा.

उसके बाद उस रात में मैंने और पापा ने मौसी की गान्ड और चूत और मुंह को खूब चोदा.

मौसी बोली- आज से एक अरसे के बाद मैं पूरी संतुष्ट हुई हूं.

उसके बाद 3 दिन मौसी हमारे घर में रही और हम दोनों ने उसकी बहुत चुदाई की,

तीसरे दिन जब चोद रहे थे रात में पापा और मैं … तो मुझे ऐसा लगा कि कोई हमें देख रहा है.
बाद में मुझे हल्का सा दिखा कि वह मेरे चाचा का लड़का था.

लेकिन मैंने कुछ रिएक्ट नहीं किया क्योंकि वह भी बड़ा हो गया, उसका भी लंड खड़ा होता होगा. इसलिए मैंने सोचा कि देख लेने ड़ो उसको भी हमारी चुदाई को!

वह भी कुछ नहीं बोला.

उसके बाद मैं 3 बजे रात उठ कर जब वहाँ से निकला तो देखा कि चाचा का लड़का रोहित अभी भी वहीं था.
तो मैंने उसको अपने पास बुलाया और साथ साथ चलने लगे.

वह रास्ते में बोला- मुझको भी चोदना है तेरी मौसी को!
मैंने उसे कहा- ठीक है, पर मैं पहले मौसी को इसके लिए राजी तो कर लूं. फिर तुझे बताऊंगा

प्रेषक : लव बाईट्स Hindi Sex Stories

हाय ! मैं हूँ राहुल, चंडीगढ़ Hindi Sex Stories का रहने वाला एक आज़ाद ख्यालों वाला युवक। मेरी कहानी सिर्फ आप लोगों को उत्तेजित करने के लिए है, इसका मकसद अपनी सेक्स शक्ति का बखान करने के लिए नहीं है। सो, पढ़िए और मज़ा लीजिये।

चंडीगढ़ में हमारा लड़के-लड़कियों का ग्रुप होता था, जो हर रोज़ शाम को गेड़ी रूट पर मौज मस्ती करते थे। हमारे ग्रुप में सभी की जोड़ी बनी हुई थी। मेरी भी एक पार्टनर थी नेहा ! जो इतनी खूबसूरत तो नहीं थी, पर हमें कौन सा शादी करनी थी। शुरू शुरू में मैं उसे लेकर ग्रुप में घूमता था, धीरे धीरे हम लोग अकेले घूमने लगे। मैंने उसे पहले दिन ही कह दिया था कि मेरे साथ भावुक होने की कोई ज़रुरत नहीं, लेकिन कहीं न कहीं उसके मन में मुझे शादी के चक्कर में फ़ंसाने की बात थी।

धीरे धीरे हम लोग शाम को मेरी कार में 2-3 घंटे इधर उधर घूमने लगे। एक दिन मैंने मौका पा कर उसे चूम लिया। वो एकदम से घबरा गई पर उसे भी मज़ा आया। फिर हमारी मुलाकातों में चूमा-चाटी का दौर चलने लगा। हम सुनसान जगह पर गाड़ी पार्क करके पहले बातें करते, फिर धीरे-धीरे किस्सिंग शुरू हो जाती।

एक दिन मैंने उतेजना में आकर धीरे से अपना हाथ उसके मम्मे पर रख दिया। उसने हाथ वहीं पकड़ के नीचे कर दिया। मैंने चूमना चालू रखा, और दो मिनट बाद फिर से मम्मा दबा दिया। उसने फिर से मेरा हाथ हटाने की कोशिश की पर मैंने नहीं हटाया। उसने हार मान कर मज़ा लेना शुरू कर दिया। फिर मैंने उसके टॉप के अन्दर हाथ डाल कर ब्रा का हुक खुल दिया और फिर मैं जैसे जन्नत में पहुँच गया। एकदम गोरे गोरे माखन जैसे मम्मे देख कर मैं पागल होकर उन्हें अपने मुँह में लेकर चूसने लगा। नेहा भी वासना की आग में अआह आआह्ह की आवाजें निकलने लगी, उसके निप्पल चूस चूस कर मैंने लाल कर दिए।

बस फिर क्या था, अब रोज़ का यही सिलसिला चलने लगा। मैं घंटों उसके मम्मे दबाता, उन्हें जी भर के चूसता। कुछ दिन यही खेल चला और मैं बीच बीच में उसे चेताता भी रहता कि यह सिर्फ अपनी दोस्ती है, इससे ज्यादा कुछ भी नहीं। पर वो शायद किसी उम्मीद में मुझे आगे बढ़ने दे रही थी।

ऐसे ही एक दिन हम मोरनी हिल्स के रास्ते पर सुनसान सी जगह पर गाड़ी रोक कर प्यार करने लगे। मैंने झट से उसके मम्मों को दबाना, चूसना शुरू कर दिया। नेहा की साँसें तेज़ होने लगी। मैंने उसकी चूत के ऊपर हाथ फिराया और धीरे से उसकी जींस की जिप खोल के अन्दर चिकनी चूत पर ऊँगली फिराई। चूत एकदम से साफ़ और मखमली थी। मैंने अन्दर ऊँगली डाल के जैसे ही घुमाई, नेहा के मुँह से आआअयीईइ की आवाज़ निकली। उसकी चूत एकदम गीली थी। मैंने उसे ऐसे तड़पाना शुरू किया कि वो पागल हुई मुझसे लिपटी जा रही थी।

मैंने उसका हाथ पकड़ कर अपनी जींस के ऊपर से अपने लौड़े पर रख दिया। नेहा ने झिझकते हुए उस पर हाथ फेरना शुरू किया। मैंने मौका देख कर जिप खोल के अपना सात इंच के लौड़े को बाहर निकाल कर उसके हाथ में दे दिया। उसका मुँह खुला का खुला ही रह गया। मैंने सर पकड़ा और झट से लौड़े को उसके मुँह में डाल दिया। नेहा ने हैरान होकर मुझे देखा, पर मैं कहाँ मानने वाला था। उसने धीरे धीरे सुपारे को चूसना शुरू किया और मैं जन्नत में !

दस मिनट लौड़े को चूसाने के बाद मैंने अपना रस उसके मुँह में ही छोड़ दिया। वो आधा घंटा सबसे हसीं लम्हे थे।

उसके बाद हमारा यह सिलसिला जारी रहा, मैं रोज़ उससे लौड़े को चुसवाता, शायद उससे भी मज़ा आता था।

फिर एक दिन मैंने उसके साथ अपने दिल्ली के टूर की सेट्टिंग की। मैं एक तरफ से दिल्ली पहुंचा, और वो अपने माँ बाप को बहाना बनाकर दिल्ली पहुँच गई। वहाँ मिलते ही हम दोनों ने एक होटल में कमरा ले लिया पति पत्नी बनकर।

कमरे में घुसते ही मैंने उसे बिस्तर पर गिराकर सारे कपड़े उतार फैंके। धीरे धीरे उसके मम्मों का सारा रस पी गया, निप्पल चूस चूस के लाल कर दिए।

मुझसे इंतज़ार नहीं हो रहा था, मैंने झट से अपना लण्ड उसके मुँह में दे दिया, वो मज़े से चूसने लगी।

अब मुझे इंतज़ार था उस चिकनी चूत का, जिसने मुझे इतना तड़पाया था। लौड़े को उसकी चूत के ऊपर रख कर जैसे ही मैंने धक्का लगाया, सीधा स्वर्ग में पहुँच गए हम दोनों ! फिर चुदाई का वो खेल शुरू हुआ कि दो दिन हमने न जाने कितनी बार चुदाई की, हम खुद भी नहीं जानते।

उसके बाद हम दोनों ने न जाने कितने मज़े एक साथ लूटे, कितनी बार चुदाई की, पर मैंने उससे एक बात साफ़ शब्दों में कह दी थी कि हमारी दोस्ती सिर्फ शारीरिक सुख तक सीमित है। फिर हम दोनों की शादियाँ हो गई और हम फिर कभी नहीं मिले पर वोह हसीं लम्हें आज भी आनंदित कर जाते हैं। Hindi Sex Stories

Antarvasna

मैं रीता हूँ मेरे पति का नाम Antarvasna अतुल है। मेरे पति चाहते हैं कि मैं उनका लौड़ा चुसूं और पूरी नंगी होकर सेक्स में तरह तरह के खेल करूँ। इस बात को लेकर अक्सर मेरी उनसे लड़ाई हो जाती थी। मुझे लौड़ा चूसने से बड़ी चिढ़ थी मुझे लौड़ा चूसना बहुत गन्दा काम लगता था।

एक बार लड़ाई तेज हो गई, अतुल बोले- कुतिया, तू लौड़ा नहीं चूस सकती तो यहाँ से भाग जा!

मैं भी लड़ कर अपने घर आ गई। मैंने अपनी माँ को बता दिया कि अब मैं घर नहीं जाऊँगी। मेरी माँ ने मुझसे कुछ नहीं कहा। मेरे भैया 3-4 दिन के लिए घर से बाहर थे इसलिए रात में मैं भाभी के कमरे में सोने चली गई।

मैं और भाभी रात को दस बजे बिस्तर पर आ गई। भाभी ने साड़ी उतार दी। वो अब पेटीकोट और ब्लाउज़ में थीं। उन्होंने पेटीकोट उठा कर अपनी चड्डी भी उतार दी। ब्रा वो पहने नहीं थीं। मैं एक मैक्सी और चड्डी पहने थी।

भाभी ने मुझसे पूछा- ब्लू फिल्म देखोगी क्या?
मैं पिछले दस दिन से नहीं चुदी थी, मेरी चूत में खुजली हो रही थी।
मैं बोली- देख लूंगी!

भाभी ने एक सेक्सी हिंदी ब्लू फिल्म लगा दी। फिल्म में कुछ देर बाद लड़कियों ने लड़कों के लंड निकाल कर चूसना शुरू कर दिए।

मैं बोली- भाभी यह काम तो केवल रंडियाँ ही कर सकती हैं!

भाभी मुस्करा कर बोली- शुरू शुरू में तो गन्दा लगता है लेकिन एक बार चूस लो तो फिर बार बार लंड चूसने का मन करता है! तेरे भैया तो दिन में एक बार लंड चुसवाते ही हैं।

मैं बोली- ऊहं! मैं तो कभी नहीं चूस सकती!

कुछ देर बाद लड़की की चूत में लौड़ा घुसा कर लड़के चोदने लगे। कमरे में फिल्म की सेक्सी आवाज़ गूँज रही थी। भाभी पेटीकोट उठा कर अपनी चूत सहलाने लगीं। मेरा हाथ बार बार मेरी चूत पर जा रहा था लेकिन मैं हटा लेती थी।

भाभी मुस्करा कर मेरी तरफ देखती हुई बोलीं- शरमा क्यों रही है? खुजली हो रही है तो खुजा ले! ला, मैं तेरी खुजा देती हूँ और तू मेरी खुजा दे!

भाभी ने मेरी मैक्सी खोल कर मेरी चड्डी में उंगली डाल दी और मेरी चूत खुजानी शुरू कर दी। मेरा हाथ उन्होंने अपनी चूत पर रख दिया। मैं भी उनकी चूत खुजलाने लगी। ब्लू फिल्म अपनी चरम सीमा पर थी। अब दो लड़कियों की चूत उन्हें सीधा लेटाकर 2 लड़के मार रहे थे और एक लड़का उनमें से एक लड़की को अपना लंड चुसवा रहा था। उनकी उहं उहं ओह ओह की आवाजें पूरे कमरे में गूँज रही थीं।

मैं और भाभी बहुत गरम हो रहे थे, भाभी ने अपना पेटीकोट, ब्लाउज़ उतार दिया था। मैं भी सेक्स की गर्मी में नहा रही थी और पूरी नंगी हो गई थी। भाभी की चूत पूरी चिकनी थी। मेरी चूत पर झांटों का जंगल उग रहा था।

भाभी बोली- ननदजी, लगता है रमेश जी को जंगल में घुस कर चोदना अच्छा लगता है!

उन्होंने मेरी चूत में उंगली घुसा दी। मैंने भी उनके चूत के होटों को रगड़ना जारी रखा।

फिल्म ख़त्म हो गई थी। हम दोनों पूरी नंगी एक दूसरे से बुरी तरह से चिपकी हुई थी। मेरी चूत भाभी की चूत से पूरी छुल रही थी और चूचियाँ रगड़ खा रही थीं। हम दोनों ने एक दूसरे के होंठ चूसे और चूचुक उमेठे। थोड़ी देर बाद भाभी और मैंने एक साथ पानी छोड़ दिया उसके बाद हम दोनों सो गए।

अगली रात को हम लोग फिर साथ सोये। आज भाभी मेरे सामने पूरी नंगी हो गई थीं, बोली- तेरे भैया के साथ तो मैं पूरी नंगी ही सोती हूँ! अब कल तो हम लोगों ने मौज की ही थी, आज और मौज करते हैं!

और उन्होंने मुझे भी पूरा नंगा करा दिया। मेरी झांटों के जंगल पर हाथ फिरा कर भाभी बोलीं- चल, इसे साफ कर ले! फिर मजा चखाती हूँ!

और उन्होंने क्रीम लगाकर मेरी चूत पूरी चिकनी कर दी। भाभी बोलीं- आज मैं तुझे असली लंड जैसा मजा देती हूँ!

भाभी अपनी अलमारी की तरफ गईं, उन्होंने एक नकली लंड अपनी अलमारी से निकाला और बोली- यह नकली लंड है! बिल्कुल असली जैसा मजा देता है! तेरे भैया ने अमेरिका से लाकर दिया है। इसे चूत में फिट करके लड़कों की तरह औरतों को चोदा जा सकता है और अपने हाथ से भी चूत में डाल कर मजा ले सकते हैं। अब बता मैं तुझे चोदूँ या तू मुझे चोदेगी?

मैं बुरी तरह शरमा रही थी, भाभी बोली- बहुत शर्माती है? चल लेट! पहले मैं ही तुझे चोदती हूँ!

और उन्होंने अपनी चूत में लंड फिक्स कर लिया। भाभी नकली लंड लगा कर ऐसी लग रहीं थीं जैसे कोई गोरे लंड वाला चिकना लौंडा मुझे चोदने को खड़ा है। मुझे गिरा कर भाभी मेरे ऊपर लेट गईं और मेरी चूत में अपना नकली लौड़ा हाथ से पकड़ कर घुसा दिया। नकली लंड मेरे पति से मोटा था, मेरे मुँह से ऊहऽऽ मर गई! मर गई! की आवाज़ निकल गई, लेकिन मुझे साथ ही साथ मजा भी आया था।

भाभी ने मेरी चूचियाँ मलते हुए करीब दस मिनट तक नकली लंड से मुझे चोदा। उसके बाद उन्होंने मेरी चूत में लंड फिक्स कर दिया और बोली- चल अब तू मुझे चोद!

मैं चोदने में शरमा रही थी, भाभी बोली- साली शरमाती बहुत है!

और वो मेरे ऊपर उछ्ल कर बैठ गईं और ऊपर उछ्ल उछ्ल कर चुदने लगीं। उन्होंने मेरे हाथ अपने बड़े बड़े संतरों पर रख लिए और बोलीं- कुतिया, इन्हें तो दबा दे!

मुझे उनके मोटे मोटे चूचे मसलने में बड़ा मजा आने लगा। थोड़ी देर में हम दोनों झड़ गई। उसके बाद हम दोनों पहले की तरह चिपक कर सो गई।

रात के 3-4 बजे घर में घंटी बजी, भैया बाहर से आ गए थे। मैं भी जाग गई। भाभी, मैं और भैया बातें करने लगे। थोड़ी देर में मैं सोने लगी। तभी मुझे ऐसा लगा जैसे भाभी उठकर बाथरूम में गई हों। कुछ देर बाद मैंने बाथरूम में झाँककर देखा तो मैं दंग रह गई- भाभी भैया का लंड पैंट से निकाल कर लपालप चूसे जा रही थीं। उसके बाद इंग्लिश टॉयलेट पर बैठकर भैया ने अपने लौड़े पर भाभी को बिठा लिया और कस कस कर उनकी चूचियों को मसलने लगे। भाभी धीरे धीरे चिल्ला रही थी- कुत्ते! चूत में डाल इस लौड़े को! 15 दिन से बिना चुदे पड़ी हूँ! कोई और होती तो रंडी बन गई होती! भैया ने एक झटके में लंड भाभी की चूत में घुसा दिया और भाभी चिल्ला उठीं- उईऽऽ! मर गई! फट गई! मजा आ गया! क्या घुसाया है!

भैया भाभी की घुन्डियाँ मसलते हुए बोले- रंडी, नकली लंड नहीं डाला अपनी चूत में? तुझे अमेरिका से लाकर दिया था!

लौड़े पर उछ्लती हुई भाभी बोली- अरे कुत्ते! तेरे जैसे लंड का मजा नकली में कहाँ! साले को जब तक नहीं चखा था तब तक तो कोई बात नहीं लेकिन अब तो तीन दिन नहीं चुदुं तो मन करने लगता है कि सब्जी वाले को बुलाकर चुदवा लूँ! मेरे कुत्ते, ज्यादा दिन को मत जाया कर! अगर रंडी बन गई तो तू जिम्मेदार होगा..

भाभी उनके लौड़े पर धीरे धीरे उछ्ल रहीं थीं, भैया उनकी चूचियों की घुन्डियाँ मसल रहे थे। भैया बोले- चल जरा हट थोड़ा! तेरे को पीछे से ठोकता हूँ!

भैया ने भाभी को उठा दिया। भैया उठते, इससे पहले ही भाभी ने उन्हें रोका और बोलीं- तेरा शेर बहुत सुंदर लग रहा है! इसको थोड़ा चूस लूं!

यह कह कर उन्होंने भैया का लौड़ा अपने मुँह में ले लिया और तेजी से आगे पीछे करके चूसने लगी। मैं हैरान थी कि मेरी भाभी इतना मस्त होकर लौड़ा चूसती हैं। भाभी इस समय ब्लू फिल्म की हिरोइन लग रही थीं। भैया का सुपाड़ा ऐसे चाट रही थीं जैसे कोई आइसक्रीम चाट रहा हो। भैया भाभी की गांड में उंगली कर रहे थे।

भैया बोले- चल कुतिया लौड़ा छोड़ और अब जरा चूत बजाने दे।

भाभी टॉयलेट की सीट पर हाथ रखकर घोड़ी बन गईं। भैया ने पीछे से उनकी चूत में लंड छुला दिया और धीरे धीरे से उनके संतरे मसलते हुऐ लंड उनकी चूत में घुसा दिया और भाभी को चोदने लगे। भाभी की ऊहं ऊह की आवाजें साफ़ सुनाई दे रही थीं। भैया बीच बीच में जोर से हाथ उनके चूतड़ों पर मार देते थे। कुछ देर बाद भैया ने अपना लंड बाहर निकाल लिया। लंड झड़ चुका था। भाभी खड़ी होकर भैया से चिपक गईं और उन्हें चूमती हुई बोलीं- सच, आज बहुत मजा आया!

इसके बाद मैं बिस्तर पर आकर लेट गई थोड़ी देर में भाभी भी मेरे पास आकर सो गईं। मैं सोच रही थी कि भाभी तो बहुत बदमाश हैं, लंड लपालप ऐसे चूसती हैं जैसे आइसक्रीम खा रही हों! छीः छीः कितना गन्दा काम है लंड चूसना! चुदने में तो मजा आता है लेकिन लंड चूसना? छीः छीः. मैं तो कभी नहीं चूस सकती..

शेष कहानी अगले भाग में!
आपकी उषा रांड
साथियो, कहानी कैसी लगी? Antarvasna

प्रेषक : रणवीर Hindi Sex Stories

मेरा नाम रणवीर, मैं इंदौर का रहने Hindi Sex Stories वाला हूँ। मैंने अपनी सामने रहने वाली रिया से अपने प्यार का इज़हार किया। शायद वो भी मुझे प्यार करती थी, हम दोनों फ़ोन पर ही प्यार की बातें करते थे।

एक दिन उसके घर पर कोई नहीं था, उसका फ़ोन आया और उसने मुझे घर पर आने को कहा। उसके घरवाले तीन दिन के लिए भोपाल गए थे। मैं समझ गया कि आज तो मेरी जिन्दगी का पहला मौका आ ही गया सेक्स करने का !

मैं मस्त नहा कर, दूसरों की नज़रें बचाकर रिया के घर पहुँच गया। रिया भी नहा कर मेरा इंतज़ार कर रही थी। मैं उसके पहुँचने के बाद उसके कमरे में गया। रिया ने पीले रंग का सलवार-कमीज़ पहना था। वो अपने बाल संवार रही थी, उसने मुझे देख कर बैठने को कहा बाहर हॉल में !

मैं उसका इन्तज़ार कर रहा था, रिया मेरे लिए पानी लेकर आई, मैंने पानी पिया। फिर वो मेरे पास बैठ गई, हम दोनों एक दूसरे को देखने लगे। फिर मैंने हिम्मत करके रिया का हाथ पकड़ लिया।

रिया बोली- दूर क्यों बैठे हो ? मेरे पास आकर बैठो !

मैं रिया से बिल्कुल चिपक कर बैठ गया। अचानक रिया से मुझे चूमना चालू कर दिया, मैं भी उसका साथ देना लगा। उसकी साँसें तेज़ी से चलने लगीं। मैं उसके स्तन ऊपर से ही सहलाने लगा। उसके मुँह से अहह्ह्ह्ह्हह की सिसकरियाँ निकलने लगीं। मैंने अपना हाथ नीचे की तरफ़ खिसकाना शुरू किया, मेरे दिल की धड़कनें बढती ही जा रहीं थीं। मैंने अपना हाथ अब उसकी सलवार के अन्दर घुसा दिया और पैंटी के ऊपर से ही उसकी चूत को सहलाने लगा।

रिया अब बिल्कुल गरम हो चुकी थी, वो अब सेक्स के लिए बेकरार थी। मैंने उसका सलवार-कुर्ता उतार दिया। अब रिया केवल ब्रा और पैंटी में ही थी। गुलाबी रंग की ब्रा-पैंटी में वह बहुत ही सेक्सी लग रही थी। उसकी बोबे ब्रा में से निकलने को बेताब हो रहे थे। मैंने उसकी ब्रा को अलग किया। रिया के दोनों दूध अलग हो गए। रिया के बोबे कठोर हो रहे थे। मैंने जैसे ही रिया के बोबे के निप्पल को मुँह में लेकर चूसा, उसकी सिसकारी निकल गई।

रिया ने भी अब अपना हाथ मेरे पैंट के अन्दर डाल दिया। मैं उसकी चुचियों को पागलों की तरह चूस रहा था। उसने अपने हाथ से मेरा लंड मसलना शुरू कर दिया।

मैंने उसकी पैंटी के ऊपर से ही उसकी योनि का एक चुम्बन लिया, रिया पागलों की तरह चिल्ला उठी। मैंने उसकी पैंटी को उतार दिया। रिया अपनी चूत को अपने हाथों से छुपा रही थी, उसे शरम आ रही थी। मैंने उसके हाथों को हटा कर उसकी चूत को जैसे ही देखा मैं हैरान रह गया। गुलाबी रंग की चूत बिना बालों के बड़ी ही सुंदर लग रही थी। मैंने उसके जिस्म को पैरों से लेकर उसके होठों तक बड़ी ही जोश से चूमा, कोई भी अंग और जगह खाली नहीं बची होगी, जहाँ मैंने उसे नहीं चूमा हो।

अब रिया बोली- प्लीज़ जल्दी करो, मेरे बदन में आग लग रही है !

मैं बोला- मेरी जान ऐसी भी क्या जल्दी है। पहले मुझे तुम्हारी चूत को चूसने तो दो।

और मैंने उसकी चूत को चूसना शुरू कर दिया। रिया के मुँह से जोर-जोर की सिसकारियाँ निकल रहीं थीं- हाय ये क्या कर रहे हो ? मेरे तो आआ उस्स्स्स्स्स ………. स्स्स्स्स्स् .. धीरे … प्लीज़… दर्द हो रहाआआआ है… उईए… म्माआआआ…. आआआहह….. रुक्ककक….. जाओ…..

मैं उसकी चूत में अपनी ऊँगली डाल कर अन्दर-बाहर करने लगा।

रिया बोली- प्लीज़ अब मुझे मत तरसाओ, प्लीज़ अपना लंड मेरी चूत में घुसा दो।

मैं बोला- अभी नहीं डार्लिंग… अभी तो मज़ा आया है। मैंने उसकी चूत में अपनी जीभ डाल कर जैसे ही अन्दर बाहर किया, उसने मेरा सिर अपने हाथों से ज़ोर से पकड़ कर अपनी जांघों से जोरों से दबा लिया और उसकी चूत से पानी निकलने लगा, रिया झड़ने वाली थी।

मैं रुक गया और बोला- अब तुम मेरा लंड अपने मुंह में लेकर चूसो।

रिया शरमाने लगी, पर वो मान गई और मुँह में मेरा लंड लेकर चूसने लगी। उसने काफी देर तक मेरा लंड चूसा और मैं अपने एक हाथ की ऊँगली उसकी चूत में करने लगा। उसके मुंह से फुच्च-फुच्च की आवाज़ आ रही थी। अब मैं अपना लंड उसके मुंह से निकाल कर उसके चूत की फाँकों पर रगड़ने लगा, रिया के मुँह से सिसकरियाँ निकल रहीं थीं। रिया पागल हो रही थी चुदने के लिए।

मैंने अपने लंड का टोपा चूत पर रख कर थोड़ा सा धक्का लगाया, उसकी चूत ने पूरा लंड अंदर ले लिया, रिया की चीख निकल गई और वह बोली- हाय मैं मर गई, प्लीज़ बाहर निकालो !

मैं बोला- अभी एक मिनट में दर्द बन्द हो जाएगा और तुम्हें मज़ा आने लगेगा।

अब मैंने थोड़ा सा लंड और अन्दर किया, रिया चिल्लाने लगी, बोली,”प्लीज़ बाहर निकाल लो, नहीं तो मर जाऊँगी ! रुक जाओ प्लीज़ ! दर्द हो रहा है, अभी इतना ही अंदर डाल कर चोदो मुझे।”

उसकी सील टूट चुकी थी और वो अब मेरा लंड अपनी चूत में आराम से अंदर ले रही थी। मैंने उसे धीरे-धीरे चोदना शुरू कर दिया। दो-तीन मिनटों में उसका दर्द जब कुछ कम हुआ तो उसे मज़ा आने लगा। वो बोली,”थोड़ा और अंदर डाल कर और तेज़ी… से चोदो… मुझे !”

मैंने थोड़ा और अंदर दबाया तो मेरा लंड उसकी चूत में ४” तक घुस गया। मैं अपनी गति को बढ़ाते हुए उसे चोदने लगा। वो अपना चूतड़ आगे-पीछे करते हुए मेरा साथ दे रही थी। पाँच मिनट तक चोदने के बाद वो बहुत ज्यादा जोश में आ गई। मैंने अपना पूरा लंड एक ही बार में उसकी चूत में धकेल दिया, रिया को बहुत दर्द हुआ और उसकी चूत से खून भी निकल आया। वो डरने लगी पर खून ज़ल्दी ही बंद हो गया।

अब मैंने धीरे-धीरे धक्के लगाने शुरू कर दिए अब रिया को मज़ा आने लगा और वो भी अपने चूतडों को हिला-हिला कर मेरा साथ देने लगी। उसके मुँह से बड़ी ही मादक-मादक आवाजें निकल रहीं थीं। रिया कहने लगी- प्लीज़ ज़ोर से धक्का लगाओ और सारा लंड अन्दर कर दो, बड़ा ही मज़ा आ रहा है।

मैंने अब अपना सारा ६ इंच का लंड उसकी चूत के अन्दर घुसा दिया। रिया के मुंह से स्स्स्स्स्स्स्स आह आह्ह्ह उस्सुसुसू जैसी मादक आवाजें निकाल रही थी। मैंने अब रिया की चूत में से अपना लंड निकाल कर उसको घोड़ी स्टाईल में खड़ा कर उसकी चूत में लंड घुसा दिया और धक्के मारने लगा। उसको और मज़ा आने लगा। उसके चूतड़ मुझे बहुत ही आनंद दे रहे थे। २ मिनट में ही वो अपनी चूतड़ उठा-उठा कर मेरे हर धक्के का जवाब देने लगी। मैंने अपनी स्पीड और बढ़ा दी।

रिया बोली- मुझे कुछ हो रहा है। लगता है मेरी चूत से पानी निकलने वाला है। खूब ज़ोर-ज़ोर से धक्का लगाओ।”

मैं समझ गया कि वो झड़ने वाली है। मैंने बहुत ही तेज़ी के साथ उसकी चुदाई शुरू कर दी।

वो बोली, “आआआ!!! मैंऽऽऽ आआआऽऽऽ रहीऽऽऽ हूँऽऽऽ और तेज़ ऽऽऽ और तेज़ ऽऽऽ” उसकी चूत से पानी निकलने लगा और मेरा सारा लंड भीग गया। मैं भी बिना रुके उसे आँधी की तरह चोदता रहा। लगभग २० मिनट तक चोदने के बाद मैं उसकी चूत में ही झड़ गया। इस दौरान वो भी ३ बार झड़ चुकी थी। लंड का पूरा पानी उसकी चूत में निकल जाने के बाद मैं हट गया।

उस दिन मैंने उसे ६ बार चोदा और जब कभी मौका मिलता उसे चोदता हूँ। Hindi Sex Stories

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