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Massage Girl in Ujjain: Premium Relaxation Services

Our site can help you find a professional massage girl in Ujjain who will help you relax in the best manner possible. We connect you with professional therapists who can offer you a massage that will make you feel better and more relaxed. The pros on our list are ready to provide you with a fantastic experience at your house or in one of their particular spots, whether you want to relax or get away from it all.

Introduction

Massage is currently one of the finest methods to relax your mind, body, and overall health. Our website makes it easy to locate the top massage services in Ujjain that meet your demands. This will be a one-of-a-kind and calming experience for you.

Tottaa wants to make it simple for clients to find the top masseuse. The Ujjain massage service providers on our list offer the greatest quality, comfort, and competence, whether you want a full-body massage or a massage for a particular location.

How Tottaa Helps Advertisers Reach More Customers

Tottaa is not only a list of masseuses, it’s also a secure location for them to show off what they can do. People in Ujjain who are seeking massage services may find them on our website. This makes them easier to find and gets them more appointments.

Advertisers may simply put up profiles, offer their services, and talk about pricing and discounts on our sites. This makes sure that the relevant people notice your Ujjain massage service, which makes it easier to obtain more customers.

Different Types of Massages We Offer

There are a lot of different types of massage services on our site, so you may choose one that works for you. You may choose the kind of treatment that works best for you, whether it’s profound rest or a particular type of therapy.

1. Swedish Massage

A calm and gentle way to ease muscular tension and improve blood flow. This Ujjain massage is perfect for you if you want to relax and forget about your concerns.

2. Deep Tissue Massage

This approach employs a lot of pressure to get to deeper muscle layers. It’s helpful for folks who have muscular discomfort or stiffness that won’t go away. There are specialists on our profiles of massage girls in Ujjain who are good at deep tissue treatments that function effectively.

3. Aromatherapy Massage

Calming massage strokes and essential oils are beneficial in making people feel improved both emotionally and physically. Most massage companies in Ujjain employ the use of custom oil preparations to make you feel good.

4. Thai Massage

A therapy that wakes you up by using a mix of regular massage, stretching, and compression. This traditional massage in Ujjain helps you relax, become more flexible, and get your mind and body back in harmony.

5. Hot Stone Massage

Heated stones are placed on various parts of the body to help with deep muscular tightness. People who want to feel good, relax, and help their muscles recover quickly can use this massage service in Ujjain

How to Book Our Massage Services

Tottaa makes it simple and fast to book. With our listings, you can see what kind of massage you want, read about the providers, see that they are free and then contact them directly. After you choose, you can book a massage in Ujjain at your convenient time and location. In order to get your desired massage services, apply the following simple steps:

Step 1: Browse Our Listings

Take a peek around our site to view a few massage professionals. Each listing gives you information about the many sorts of massages, how long they last, how much they cost, and where they are situated. This makes it easier to choose the finest ones.

Step 2: Compare and Shortlist

Examine the profiles carefully to compare how the services, talents, and reviews posted by customers differ. This phase makes sure you choose a business that has the style, pricing, and supply you desire.

Step 3: Connect with the Provider

When you have decided, use the information that you are offered so that you can contact them directly. One can communicate it to the massage giver thus making it understood what massage you want at what time and when.

Step 4: Confirm the Appointment

The date, time and place of the service, which could be your home, a hotel or the spa where the therapist may be found. You also need to agree on the payment method and any other accords prior to commencement of the course.

Step 5: Relax and Enjoy Your Massage

All you have to do on the day of the appointment is have your area ready for the house visit. The remainder will be handled by the expert. Take it easy and enjoy a massage that is made just for you.

Frequently Asked Questions

To locate a professional who can meet your needs, read our biography, reviews and advertising.

Yes, many of the therapists on our site will come to your house so you may feel safe and at ease.

You may pick based on talents since most adverts provide their qualifications in their profiles.

It would be advisable to make a reservation earlier to guarantee that you would be able to get a massage, particularly against the prevalent services of massage.

Not at all. Tottaa exclusively connects users with service providers. The doctor gets to choose how to handle payment.

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Antarvasna

सभी फड़कती चूतों को सलाम! पिछली स्टोरी के Antarvasna लिए आपके ढेर सारे मिल्स आए उनके लिए आप सब का बहुत बहुत थंक्स यार और ये स्टोरी पढ़ कर भी मेल ज़रूर करना.. और अब ज़्यादा भूमिका बनाये बिना सीधा सीधा कहानी शुरू करता हूँ.

हुआ यूँ कि वो मेरे ऑफिस में मेरे कलीग थी और मेरी अच्छी फ्रेंड थी मगर हमने उस नज़र से कभी एक दुसरे के बारे में नहीं सोचा था. उसका नाम हिना और फिगर ३६-२८-३६ का था. बोले तो एक दम मस्त. ऊपर से उसका गोरा और एकदम कसा हुआ बदन. बस देखते ही कोई भी पागल हो जाए.

उस दिन मैंने उसे काफी परेशान देखा तो पूछा- यार क्या प्रॉब्लम है?
तो उसने बताया कि वो महीने में पहले ही तीन लीव ले चुकी है और अब उसे उसकी कज़न सिस्टर कि शादी में जाना है जयपुर और बस से अगर जायेगी भी तो एक दिन में वापिस नहीं आ सकती और एच आर बोल रहा है कि एक दिन से ज़्यादा छुट्टी बर्दाश्त नहीं होगी.
मैंने तुंरत उसे बोला- टेंशन काहे कि यार मैं तुम्हें दिल्ली से जयपुर बाइक पर ले जाऊंगा, तीन घंटे में पहुँच जायेंगे और तुम अपना काम निपटा लेना फ़िर वापिस आ जायेंगे.
वो मान गई.

मगर प्रॉब्लम ये थी कि वो अपने रिलेटिव्स को ये नहीं दिखाना चाहती थी कि वो किसी लड़के के साथ आई है इसलिए मैंने बोला कि मैं वहीं कहीं घूम लूँगा या किसी होटल में रूम ले लूँगा.
वो मान गई.

हम चल दिए और मैंने उसे 12 बजे जयपुर पहुँचा दिया. अब मैंने एक होटल में रूम ले लिया और उसको बोल दिया कि जब तुम फ्री हो जाओ तो मुझे फ़ोन पर बता देना और इस होटल में आ जाना.

मैं जाते ही थक जाने के कारण सो गया और नींद तब खुली जब उसका फ़ोन बजा. तब तक शाम के 6 बज चुके थे. मैंने उसे यहाँ आने को बोला और फटाफट नहाने के लिए चला गया. जैसे ही मैं नहा कर बाहर निकला तो मैंने देखा कि हिना बेड पे बैठी है. दरअसल मैंने गलती से दरवाजा खुला ही छोड़ दिया था.
अब वो भी मुझे देख कर हैरान हो गई. क्योंकि मैंने कुछ भी नहीं पहना हुआ था और टावल कंधे पे डाल कर मैं बाल पोंछता हुआ बाहर आ गया. दरअसल मेरे अंडरवियर और बनियान भी बेड पर ही थे.
उसने देखते ही सीधा मुंडी नीचे कि तरफ़ की और बोली- हाय हाय … इतना बड़ा!

मैंने फटाफट टावल लेकर नीचे बांधा और बोला- तुम्हें नोक करके आना चाहिए था!
उसने कहा- तुम्हें दरवाज़ा बंद करके रखना चाहिए था.

अब मेरे कपड़े और अंडर गारमेंट्स उसके पास थे, मैंने उससे मांगे तो उसने नहीं दिए. इतने पर मेरा कीड़ा भी जाग चुका था और मैं उसे चोदने के मूड में आ गया था, मैंने कहा- देखो या तो प्यार से दे दो वरना फ़िर तुम्हें ही भुगतना पड़ेगा अगर कुछ हो गया तो!
उसने कहा- जो होगा सो देखा जाएगा … पर मैं तो आपके कपड़े देने वाली नही.

मैं समझ गया कि भाई हरी झंडी मिल रही है, मैंने उसके पास जाकर उसका हाथ पकड़ लिया और इसी खींच तान के बीच उसके लिप्स पर स्मूच जड़ दिया.
पहले कुछ सेकंड्स तो जैसे वो विरोध कर रही थी लेकिन उसके बाद तो बस ज़बरदस्त सहयोग मिला और हमने दस मिनट तक होंठ अलग नहीं किए. बल्कि इस बीच एक दुसरे को कस के पकड़ लिया.

उसने जींस और टॉप पहनी थी और उसकी टॉप में आगे जिप लगी हुई थी. मैंने उसकी जिप को खोल दिया और उसने अपने हाथों से टॉप को अलग कर दिया अब मेरे हाथ उसकी ब्रा के ऊपर से ही उसके बूब्स को प्रेस करने लगे. मैंने झटके से हाथ पीछे करके ब्रा का हुक खोल दिया.

उसने कहा- लगता है बड़ी आदत है ब्रा खोलने की?
मैंने बोला- सपनों में तुम्हारी ब्रा रोज़ खोलता हूँ इसीलिए मेरी जान.
और वो हंसने लगी और मेरी गर्दन पर और छाती पर चुम्बन की बरसात करती रही उसके मस्त कसे हुए बूब्स और एकदम तने हुए निप्प्ल देख कर तो मैं फ्लैट ही हो गया था.
मैंने खूब उसके चूचे चूसे और फ़िर उसकी जींस का हुक खोल दिया.

वो तो जैसे तैयार ही थी इसके लिए और उसने झट से अपनी जींस ख़ुद ही नीचे करके उतार दी और अपने जिस्म से अलग कर दी.
मेरा टावल कब मेरी कमर से खुल चुका था मुझे नहीं पता था. और मैंने उसकी ब्लैक कलर कि सेक्सी पैंटी भी उतार दी.

उसकी चूत पर एक भी बाल नहीं था. मैंने फटाफट उसे चाटना शुरू किया और वो कराहने लगी.
वो अभी तक वर्जिन थी और उसकी चूत बहुत टाइट थी जिसका अंदाजा मुझे तब लगा जब मैं उसकी चूत में उंगली डाल रहा था और वो मारे दर्द के रोने लगी.

तभी मैंने 69 की पोसिशन में आकर अपना लंड उसके मुंह में दे दिया वो न न करने लगी और कहने लगी- नहीं ऐसा नहीं करो, मुझे उलटी आ जायेगी.
वगैरह वगैरह!
मगर मैंने उसे समझाया- हिना अगर सेक्स का मज़ा लेना चाहती हो तो सकिंग करो, तुम्हें बहुत मज़ा आएगा.
और वो मान गई उसके बाद तो मैं उसे नीचे से गरम करता गया और उसकी नशीली चूत चाटता रहा और वो मेरा लंड चूसती रही.

फ़िर अचानक लंड छोड़ कर बोली- बस करो रोहित अब और नहीं रहा जाता.
मेरे लंड का साइज़ सात इंच और तीन इंच मोटा है. जैसे ही मैं लंड डालने लगा, वो बोलने लगी- नहीं रहने दो, ये बहुत मोटा है, मेरी चूत फट जायेगी.
मैंने कहा- मेरी जान, चिंता नहीं करो और थोड़ा सा सब्र रखो. मैं तुम्हें बिल्कुल दर्द नहीं होने दूंगा और कुछ नहीं होगा.

मैंने धीरे धीरे घुसाना शुरू किया और उसने चिल्लाना भी शुरू कर दिया. पर मैंने उसकी चीख को इग्नोर कर दिया और लगा रहा अपने काम में. बस मज़ा आ गया. दो मिनट के बाद उसको भी मज़ा आने लगा और वो चीखना बंद करके नीचे से कमर हिलाने लगी.
मैं समझ गया मैंने स्पीड बढ़ा दी और लंड को और ज़ोर ज़ोर से धक्का मारने लगा अब लंड पूरा अन्दर जा चुका था और उसे बहुत मज़ा आ रहा था.

मैंने उसे 15 मिनट तक लगातार चोदा और इस बीच वो 3 बार झाड़ चुकी थी. जैसे ही मेरा माल टपकने वाला था उसने कहा- प्लीज़ अन्दर मत डालना.
मैंने फटाफट लंड बाहर निकला और अपना सारा माल उसके पेट और चूत के बाहर गिरा दिया.

इसके बाद हमने कई बार चुदाई का खेल खेला और हम रात को होटल में ही रुक गए और सारी रात खूब मज़ा करके नंगे ही एक दूसरे से चिपक कर सो गए.
सुबह छह उठे और फटाफट ऑफिस दिल्ली के लिए निकले. हम आधे दिन के बाद ऑफिस पहुंचे पर मैंने अप्रोच लगा कर उसे बचा लिया और उसके बाद उसके साथ कई बार सेक्स किया. Antarvasna

प्रेषक : सुरेश Antarvasna Sex Stories

मैं सुरेश, मेरे प्रिय Antarvasna Sex Stories पाठकों और पाठिकाओं को मेरे लंड का नमस्कार।

मैं भी आपकी ही तरह अन्तर्वासना का नियमित पाठक हूँ। मुझे इस साईट की कहानियों को पढ़कर लगा कि मैं भी आपके समक्ष अपनी सच्ची कहानी रखूं।

मैं जिस लड़की के बारे में बताने जा रहा हूँ, उसका नाम गौरी है। उसका कद करीब ५.३” है । रंग थोड़ा सांवला है और उसके मम्मे करीब ३४” के होंगे और उसके गांड करीब ३८” की होगी और उसकी पतली कमर अगर उसे कोई देख ले तो उसका लण्ड कड़क हो जाए।

बात उन दिनों की है जब मैं पटना(बिहार) के कोचिंग में पढ़ाया करता था, वो मेरे कोचिंग में पढ़ती थी। वो एक अमीर घराने की माडर्न ख्याल की लड़की थी, इसीलिए छोटे छोटे और पारदर्शक कपड़े पहन कर आती थी जिससे देख सभी लड़के उस पर फ़िदा रहते थे। गुरु होने के कारण मैंने वैसे तो कभी उसे उस नजरिये से कभी नहीं देखा था पर उस दिन बात ही कुछ ऐसी हो गई।

मैं आपको बताना भूल गया कि उसे बार-बार बेहोश होने की बीमारी थी। वो रविवार का दिन था और कोचिंग की छुट्टी थी पर उसे गणित में कुछ प्रोबलम होने के कारण उसने मुझसे अकेले में पढ़ाने को कहा था। वो ठीक १० बजे मेरे कोचिंग में आ गई, और हमने पढ़ाई शुरू कर दी। मैं उसे पढ़ा ही रहा था कि इतने में वो बेहोश हो गई। मैं उसके मुँह पे पानी के छींटे मार रहा था उसे होश में लाने के लिए। इस बीच मेरी नज़र उसके मम्मे पर चली गई। पानी और पारदर्शक कपड़े होने के कारण उसके मम्मे गीले हो गए जिस कारण वो पूरे साफ़ साफ़ दिख रहे थे। मैं न चाहते भी उसके मम्मे दबाने लगा। उसके बाद मैंने उसके टॉप के अन्दर हाथ डाल दिया और उसे मसलने लगा और उसके होठों पे अपने होंठ रख कर चूसने लगा। इतने में वो होश में आ गई और हल्का सा मेरा विरोध करने लगी पर उसके बाद वो भी गरम हो गई।

मेरा भी लंड अन्दर ही पैंट फाड़ने लगा और उसने अपने हाथों से मसलना शुरू कर दिया। करीब १० मिनट की चुम्मा-चट्टी के बाद वो पूरी गर्म हो गई और मेरे कपड़े उतारने लगी। मैंने भी देर ना करते हुए उसके कपड़े उतार दिए और थोड़े ही समय में दोनों पूरे नंगे हो गए। वह घुटने के बल बैठ गई और मेरा लंड चूसने लगी और मैं उसके मम्मे दबा रहा था। फिर मैंने उसे मेज़ पर लेटा दिया और उसकी संगमरमरी चूत अपनी जीभ से चाटने लगा। उसकी चूत एकदम कसी और वह अनचुदी कलि थी। वह सिस्कारियां भर रही थी और इतने में वह झड़ चुकी थी। मैंने उसके अमृत-रस को चाट कर साफ़ कर दिया।

थोड़ी देर में वो फिर से गरम हो गई और तड़पने लगी। फिर मैंने उसे ज्यादा न तड़पाते हुए उसकी टाँगे मेज़ पर फैलाई और अपना लंड उसकी बुर पे रख दिया। लंड अन्दर नहीं जा रहा था इसलिए मैंने वैसलिन लगाया और धीरे धीरे अन्दर डालने लगा। लंड धीरे धीरे अन्दर चला गया और वह दर्द से तड़पने लगी। मैंने और जोर लगाया तो उसकी बुर से थोड़ा खून निकला और दर्द के मारे तड़पने लगी …..आआआ… ऊउम्म्म्म्म्म्म्म…. येस्स्स्स…..ये सब आवाजें निकलने लगी।

मैं थोड़ा रुका और उसके होंठ चूसने लगा। थोड़ी देर बाद उसका दर्द कम हुआ और नीचे से वह गांड उठा उठा कर चुदवाने लगी। मैंने भी तब फिर से उसे चोदना चालू कर दिया और करीब १५ मिनट की चुदाई के बाद हम दोनों एकसाथ झड़ गए।

उस दिन मैंने उसे दो बार और चोदा। अब हमें जब भी वक्त मिलता है तो हम पढ़ाई के बहाने चुदाई किया करते हैं।

मेरे प्रिय पाठको, यह मेरी पहली कहानी है इसलिए जो भी गलती हुई उसके लिए माफ़ करियेगा और आपको अगर कहानी अच्छी लगी तो मुझे मेल कीजिये। आपके इ मेल्स मेरे लिए प्रेरणा-स्रोत का काम करेंगे तो मेल करने में कंजूसी न करें। Antarvasna Sex Stories

Xxx कार सेक्स कहानी में मैंने मेरी साली के साथ और मेरी बीवी ने अपनी बहन के पति के साथ चलती चार में सेक्स का मजा लिया.

फ्रेंड्स, मैं आपका दोस्त आपके सामने अपनी बीवी की एक और सेक्स कहानी लेकर आया हूँ.
इससे पहले आपने मेरी बीवी और मेरी साली की अदला बदली कर चुदाई की कहानी
बीवी साली की अदला-बदली
पढ़ी थी.

यह सेक्स कहानी उसी का अगला भाग है.
नए पाठकों के लिए बता दूं कि मेरी बीवी का नाम वीना है. वह बड़ी ही गदरायी हुई माल है.
मेरी साली का नाम रानी है. मेरी साली का पति शशिकांत है.

आपने मेरी अम्बोली वाली चुदाई की कहानी पढ़ी ही होगी, यदि नहीं पढ़ी है … तो प्लीज एक बार ज़रूर पढ़ें ताकि आपको इस कहानी से पूर्व की घटना की जानकारी हो जाए.
पिछली बार आपने पढ़ लिया था कि हम चारों ने आपस में लंड चुत बदल कर चुदाई का भरपूर मजा लिया था, पर हमारी बीवियों ने हम दोनों को यह अहसास कराया था कि उन्हें कुछ नहीं मालूम है कि नशे में क्या हुआ था.

अब आगे Xxx कार सेक्स कहानी:

जब हम सब सुबह सोकर उठे तो वीना और रानी दोनों को ही हैंगओवर था और उनका सर दर्द कर रहा था.
उन दोनों पर रात में दारू का असर कुछ ज्यादा ही हो गया था.

वे दोनों थोड़ी थकान महसूस कर रही थीं.
मेरी साली रानी ने अपने पति शशिकांत से कहा- यार, बड़ा सर दर्द हो रहा है. कल का तो मुझे पता ही नहीं चला कि मैं कब सोई.

मैं और शशिकांत एक दूसरे को देख कर हल्की हल्की मुस्कान दे रहे थे कि रानी को सब पता है लेकिन कितनी बन रही है.
दूसरी तरफ मेरी पत्नी वीना को कुछ कुछ याद था.
उसको यह पता था कि जो उसने पिया, वह कोई कोल्डड्रिंक नहीं थी.

उसने मुझसे पूछा- कल रात को मैंने क्या पिया था?
मैंने कहा- कोल्डड्रिंक पी थी और सब ठीक था. शायद यात्रा के कारण तुम थक गई होगी तो कुछ महसूस हुआ होगा.

वे दोनों भी चुप हो गईं और आपस में बात करने लगीं.
आज हम चारों कुछ दूसरे टूरिस्ट स्पॉट देखने जाने वाले थे.

मैंने सिगरेट के कश लगाते हुए शशिकांत से कहा- तुम सिर्फ़ शॉर्ट्स पहन लेना … और एक्सट्रा अंडरवियर मत लेना.
वह मेरी बात को समझ गया कि आज कुछ नया होने वाला है.
मैंने भी वही किया.

हम दोनों ने घूमने जाते वक़्त बैग से उन दोनों की एक्सट्रा ब्रा और पैंटी निकाल कर रूम में रख दीं.

जब हम लोग निकले तो आज के प्लान के हिसाब से हम पहले साइट सीन स्पॉट्स देखने जाने वाले थे, बाद में पानी वाले स्पॉट्स थे.

वीना और रानी दोनों ने टी-शर्ट और जीन्स पहनी थी.
उन्होंने एक अतिरिक्त ड्रेस भी ले लिया था.

हम जब साइट सीन देखने गए तो मौसम पूरा ठंडा था और कुहरा भी था.

मैंने शशिकांत को पहले ही कह दिया था कि आज इन दोनों को गर्म करना है.

यह सुनकर शशिकांत भी रानी के साथ कुछ रोमांटिक सा कर रहा था.

वह अपनी पत्नी को जानबूझ कर ठीक उसी वक्त किस कर रहा था जब मेरी पत्नी वीना उसकी तरफ देख रही होती.

जब रानी वीना की ओर देखती तो मैं भी वीना को किस करता, उसकी कमर में हाथ डालता.

मैंने रानी को दिखाते हुए एक दो बार वीना के बूब्स भी प्रेस किए.

उस सीन को देख कर रानी अपने होंठ काटने लगती थी.
वह लगातार कामुक हो रही थी.

पहले दो स्पॉट को देखने जाने के समय रानी कार में शशिकांत के साथ बैठी थी.

शशिकांत कार में ही साइड से रानी के बूब्स को सहलाते हुए मसल रहा था.
वह सब मेरी बीवी वीना देख रही थी और गर्म हो रही थी.

जब हम सब तीसरी जगह पर पहुंचने वाले थे तो शशिकांत ने मुझे पीछे आने को कहा.

मैं वीना के साथ बैठ गया और वह आगे ड्राइवर के बाजू में बैठा था.

उस वक्त तक वीना काफी उत्तेजित हो चुकी थी.
मैं वीना के बाजू में बैठ कर उसकी बांहों में हाथ डाल कर बैठ गया और कुछ ही देर बाद उसके मम्मों को सहलाते हुए मसलने लगा था.

अब यह सीन साइड में बैठी रानी देख रही थी.
मैंने रानी की कामुक नजरों को पढ़ कर धीरे से रानी के गाल को हाथ लगा दिया.
वह मुझे देखने लगी तो उसी वक्त मैं वीना को चूमने लगा.

वीना पहले से ही उत्तेजित थी तो वह मुझे जकड़ कर लिपटने लगी.

उसी का फायदा उठा कर मैंने रानी के कंधों को हाथ लगा कर अपनी तरफ खींचा और उसके कंधों को चूम लिया.

उस वक्त तक हम लोग वॉटर स्पॉट से एक किलोमीटर दूर तक आ गए थे.
उधर से कार आगे नहीं जा सकती थी तो अब हमें पैदल जाना था.

जब हम सब उतर कर कुछ दूर तक चलने लगे.
वीना और रानी हाथ में कपड़ों का एक छोटा बैग लेकर आई थीं.

मैंने शशिकांत से कहा कि मैं पेशाब के लिए जाऊंगा, तुम वीना के हाथ से बैग लेकर उसे कार में रख कर आगे निकल जाओ.

उसने वीना से बैग ले लिया और उसे कार में रखवा कर वीना और रानी के साथ बातें करता हुआ आगे को गया तो मैं पीछे से आया और रानी के हाथ में हाथ लेकर उससे बातें करने लगा.

शशिकांत वीना के साथ आगे निकल गया.
वे दोनों आपस में चिपक कर मस्ती करते हुए जा रहे थे.

रानी यह देख कर मुस्कुरा रही थी.
उसकी मुस्कान बता रही थी कि वह फिर से मेरे साथ सेक्स करने को चुदासी हो रही है.

मैं रानी के साथ धीमी रफ्तार से चलने लगा था.

जब हम लोग वाटर स्पॉट तक पहुंचे, तब तक वीना के साथ शशिकांत पानी में उतर चुका था.
यह कुछ फिसलन भरी जगह थी.

वीना ने शशिकांत को कसके पकड़ लिया था.
शशिकांत भी वीना की इस बात का सही फ़ायदा उठा रहा था.

मैं रानी के साथ पानी में उतरा और उसे फिसलन से संभलने के लिए सहारा दिया.

सहारे का बहाना बनाती हुई रानी ने मुझे अपने आलिंगन में भर लिया था.

उसने बताया कि मुझे तैरना नहीं आता है.
उससे घबराहट के चलते संतुलन भी नहीं हो रहा था.

मैंने भी रानी की कामुक देह का स्पर्श पाया और अपने कड़क होते लंड से उसे कुरेदने लगा.

उधर पानी में भीगने के बाद वीना और रानी के बूब्स कपड़ों के ऊपर से ही नुमाया होने लगे थे.

मैंने उस दौरान कई बार रानी के मम्मों को अपने सीने से दबाया.
वह भी मेरे साथ मजे लेने लगी.

यही सब वीना के साथ भी चल रहा था, शशिकांत उसके साथ रगड़ सुख लेने लगा था.

पानी में एक घंटा तक मस्ती से खेलने के बाद हम सब बाहर निकल आए.

हम जब चेंज करने को हुए तो मैंने वीना से पूछा- मेरी अंडरवियर नहीं लाई हो?
उसने कहा- मैंने सब बैग में डाला था, लेकिन बैग में कुछ नहीं है!

शशिकांत ने भी अपनी पत्नी रानी से पूछा तो उधर भी कोई जवाब नहीं था.

हमारे पूरे कपड़े भीगे हुए थे.

हम सब सिर्फ अंडरवियर ही पहने हुए थे.
उन दोनों ने भी साथ में लाया हुआ ड्रेस बिना ब्रा पैंटी के ही पहन लिया.

गाड़ी पर आने के बाद हम दोनों ने कहा – हम सब पीछे ही बैठेंगे.

रानी और वीना बीच में बैठी थीं. मैं सू सू करने के बहाने पीछे ही रह गया था.
जब आया तो मैं रानी के बाजू में और शशिकांत वीना के बाजू में बैठ गया था.

मैंने ड्राइवर से कहा- आराम से चलाओ, अगर सनसैट देखने मिला तो ओके, नहीं तो वापस आ जाएंगे.

पानी में भीगने के बाद हम सब कम जगह में चिपक कर बैठे थे.
आपस में एक दूसरे के जिस्म की गर्मी से बड़ा सुख मिल रहा था.
ठंड भी नहीं लग रही थी.

सनसैट पॉइंट के रास्ते में हम सब बातें करते हुए चलने लगे.
मैंने गाड़ी में जीरा वाले पेय के साथ वोदका को मिला कर रखा हुआ था.

सबने बारी बारी से सिप करना शुरू किया और नशे के सुरूर से गर्माहट के साथ साथ मस्ती भी बढ़ने लगी.

मैंने रानी का हाथ पकड़ा और उससे मज़ाक करने लगा.
उसी तरह से शशिकांत भी वीना का हाथ पकड़ कर उसे अपनी टांगों के बीच में ले रहा था.

मैंने अपना हाथ रानी के कंधे पर रखा और उसे अपनी छाती से चिपका लिया.

शशिकांत ने भी वीना के साथ ऐसा ही किया.

उन दोनों ने Xxx कार सेक्स का रत्ती भर भी विरोध नहीं किया.
उनका मन भी एक दूसरे के साथ सैट होने लगा था.

दारू से झिझक भी खत्म हो गई थी.
शशिकांत जब बाहर देख रहा था, तब मैंने रानी को एक किस किया और उसको इशारा किया.

उसके बाद कुछ मिनट बाद वीना को शशिकांत ने किस किया.
रानी मेरे हाथ को पकड़ कर बैठी थी.

कुछ देर बाद हम लोग सनसैट स्पॉट पर पहुंचे लेकिन सनसैट हो चुका था.
वहां से हम वापिस आने लगे.

आते वक़्त ट्रॅफिक ज्यादा था तो गाड़ी धीमी गति से चल रही थी.
शशिकांत से अब जरा भी नहीं रुका जा रहा था.

बाहर अंधेरा हो गया था, उस वजह से कुछ भी साफ नहीं दिखाई से रहा था.
उसने वीना की टी-शर्ट के अन्दर हाथ डाल कर सहलाना शुरू कर दिया.

साथ ही उसने वीना का एक हाथ अपने लंड पर भी रखवा लिया था.
वीना नशे में होने के कारण सोने की एक्टिंग करने लगी.

वह शशिकांत की ओर झुक गई.

शशिकांत ने भी वीना का हाथ अपने शॉर्ट्स में डाल कर लंड पर रखवा लिया.
उसी के साथ खुद उसका हाथ वीना की टी-शर्ट में चलने लगा था.

वह मजे से मेरी बीवी वीना के बूब्स को मसल रहा था और वीना उसके लंड को सहला रही थी.
शशिकांत ने अपना लंड शॉर्ट्स से बाहर निकाल दिया.

वीना उसकी गोदी में लेट गई और वह शशिकांत के लंड को मुँह में लेकर चूसने लगी थी.
यह मुझे हैरान कर देने वाला था कि वीना ने आज तक कभी मेरा लंड नहीं चूसा था, वह आज अपने जीजा जी का लंड चूस रही थी.

शशिकांत उसके बूब्स दबा रहा था.
मैं रानी की टी-शर्ट के अन्दर हाथ डाल कर उसके दूध सहला रहा था और उसकी स्कर्ट को ऊपर करके उसकी चूत को रगड़ रहा था.

मैंने शशिकांत से कहा कि वीना की टी-शर्ट खोल दे.
उसने ड्राइवर की ओर इशारा किया.

मैंने उससे कुछ नहीं कहा.

मैं रानी के मम्मों को दबा रहा था.
उसके टाइट बूब्स मुझे पागल कर रहे थे.

फिर मैंने देखा कि वीना शशिकांत के लंड को चूसने में मस्त थी.
शशिकांत का लंड मुझसे बड़ा था.

वीना पूरे मन से लंड चूस रही थी.

इधर रानी भी मेरे शॉर्ट्स में हाथ डाल कर मेरे लंड को निकाल कर उससे खेलने लगी थी.

वह मेरी गोटियों को सहलाती हुई चूसने लगी.
मुझे मस्त मज़ा आ रहा था.

शशिकांत भी पूरे मज़े में था.
मेरी बीवी वीना को अपने जीजा जी का बड़ा लंड मिलने से फुल मजा आ रहा था.
वह मस्ती से शशिकांत का लंड चूस रही थी.

कुछ ही देर की लंड चुसाई के बाद शशिकांत ने अपना माल वीना के मुँह में छोड़ दिया था.

आश्चर्य की बात थी कि वीना लंड का रस निगल भी गई थी … और झड़े हुए लंड को चाट चूस कर साफ करने लगी थी.

लंड साफ करने के बाद वह अपनी टी-शर्ट को सही करती हुई नींद होने का नाटक करती हुई ड्राइवर से पूछने लगी- अभी होटल पहुंचने में कितनी देर और लगेगी?

तो ड्राइवर ने कहा- जाम ज्यादा है. मेरे ख्याल से अभी 30 मिनट से ज्यादा लग जाएगा.
वीना यह सुनकर फिर सोने का ड्रामा करती हुई रानी पर गिर गई.

उसने अपने पैर शशिकांत की टांगों के ऊपर फैला दिए.
शशिकांत ने उसका इशारा समझ लिया और धीरे से उसकी स्कर्ट को हटा कर चुत चुदाई की रास्ता साफ कर ली.

उसने अपने खड़े लंड को वीना की चूत पर रगड़ना शुरू कर दिया था.

वीना शशिकांत की टांगों पर अपनी चूत पसारे हुए चढ़ी थी.
ठीक उसी तरह ही रानी मेरी तरफ मुँह करके मुझे ढकलती हुई मुझसे चिपक गई.

मैं उसके नीचे आ गया था.
मैंने भी उसकी चूत में लंड पेल दिया था.

रानी की चूत पूरी तरह से रसीली थी.
हम दोनों धीमी रफ्तार में चुदाई का मजा ले रहे थे.

रूम में पहुंचने में अभी भी 15 मिनट का रास्ता बाकी था.

Mera ashwin hai aur meri bahan Priyanka ye kahani suro hui thi jab mein 17 ka tha aur bahan 23 ki .. aaj meri umar 32 ki hai aur Priyanka 38 ki shaadi shuda hawas se bhari hui ek aurat hai .. Kahani ki suraat hoti hai jab mein 17 ka tha aur Priyanka 23 ki . Hum ek he bed par sotay the . Ek din mein raat ko paddai kar ra tha . Aur Priyanka didi so ri thi side mein ghar ke bahar street light lagi hui thi .
aadhaar@uidai.net.in 26 April 2025 at 19:38 To: Anand Uid हेलो दोस्तों में आपका दोस्त सोनू हाजिर हूँ अपनी दूसरी कहानी "मेनका के साथ पहला सेक्स". जिसने मेरी पहली कहानी नहीं पढ़ी वो पहले वो कहानी देख ले "शादी के मिली गर्लफ्रेंड को दारू पिके ऑफिस में चोदा". दोस्तों मैं दिल्ली में एक साइबर कैफ़े में जॉब करता था और अपनी दूर की नानी के पास रोहिणी की एक कॉलोनी में रहता था ! मेरे घर के बगल में एक भैया भाभी और उनकी तीन साल की बेटी महक रहती थी मेनका अक्सर मेरे कैफ़े के सामने से मुझे देखकर स्माइल करती हुई निकलती थी एक दिन मैंने रोक कर उससे परपोज़ किया और अपना नंबर दिया तब मुझे पता चला की वो मेरे छोटे यार की गर्लफ्रेंड रह चुकी हैं ! मैंने दुबारा उससे बात नहीं की मगर कहते हैं न सच्चे दिल से चाहो तो वो चीज आपको जरूर मिलती हैं कुछ दिन बाद में दोपहर में खाना खाने घर आया था तो मैंने बगल वाली भाभी के यहाँ मेनका को देखा मैं उदासी वाले गाने सुन रहा था तो उसने टोंट कसा की क्या हुआ ब्रेकअप हो गया क्या ? मैंने कहा हाँ ! तो वो मुझसे हसी मजाक करने लगी मैं बर्तन धोने लगा तो उसने कहा देखो "बेचारे को बर्तन भी खुद धोने पड़ते हैं" तो मैंने कहा की इतना तरस आ रहा है तो आप धो दो ! उसने सच में सरे बर्तन धो दिए ये बात मैंने साम को अपने दोस्त रोहित को बताई तो उसने कहा की तू एक काम कर कल अगर वो उसी टाइम वह आये तो हिम्मत करके अपना नंबर दे दे ! मैंने अगले दिन वैसा ही किया और उसी साम पांच अप्रैल 2017 को उसने मेरा परपोसल मान लिया ! अब रोज़ हमारी पुरे दिन बातचीत होने लगी और डेली दोपहर का खाना साथ में खाने लगे ! दोस्तों 7 अप्रैल को मैंने पहली बार उसे किश किया और उसने मुझसे रात को पूछा की एक बात सच बताओगे ? मैंने कहा हां बोलो तो उसने पूछा की ये जो हमारे बिच है ये टाइम पास है या सच में तुम मुझसे प्यार करते हो ? मैंने कहा की तुम्हे क्या लगता हैं ? उसने कहा की तुम भी अपने यार की तरह इस्तेमाल करके मुझे छोड़ तो नहीं दोगे ! मैंने उसे दो तीन बाद की दोपहर यानी 11 अप्रैल को खाने के लिए घर बुलाया दोस्तों मैंने उसे आँखे बंद करने को कहाँ और उसकी मांग भर दी तो मेरी इस हरकत से बिलकुल हक्की बक्की रह गयी मैंने कहाँ अब यकीन हैं मुझपर उसने मुझे बहुत टाइट हग की और धीरे धीरे हम दोनों एक दूसरे को पागलो की तरह चूमने लगे धीरे धीरे मैं उसकी गर्दन पर चूमने लगा जिससे वो और गर्म हो गयी और मैंने उसके कपडे उतारने चालू कर दिए हम दोनों बेड पर आ गए !और मैंने भी अपने कपडे उतार लिए अब मैं और मेनका सिर्फ अंडरवियर में थे मैंने उसके लेफ्ट बूब पर एक कला तिलनुमा मस्सा देखा और मैं बेहताशा उसके मस्से को चूमने लगा उसकी पेंटी को छुआ तो वो पूरी तरह गिल्ली हो चुकी थी ! मेनका- सोनू , मैं तुझे बहुत प्यार करती हूँ और मैं पूरी की पूरी तेरी होना चाहती हूँ. मेरी आग को आज बुझा दे. मैं- मेनका कैसे लेकिन? मेनका नीचे आ गयी और मुझे अपने ऊपर ले लिया. मेनका- मेरी चुत को चाट न प्लीज़! मैं मेनका की चुत को चूसने लगा. पहले तो मुझे थोड़ी घिन आई लेकिन बाद में मुझे भी बहुत मजा आ रहा था. फिर मेनका ने मेरा लंड पकड़ा और मुँह में लेकर चूसने लगी. मैं- आहह मेनका आह… बहुत अच्छा लग रहा है… आअह आह मेनका! मेनका- गुउ उउम्म आअहह… हाँ यार … मेनका मेरे लंड को अपने दोनों हाथ में पकड़ कर ऊपर नीचे करने लगी. मुझे उनकी आँखों में एक अलग ही चमक दिख रही थी, ऐसा लग रहा था जैसे वो किसी आग में जल रही हों और मुझसे उसको शांत करवाना चाहती हों. मैं भी मेनका को खुश करने के लिए किसी भी हद तक जाने को तैयार था. मेनका मेरे पिंक टोपे को बार बार अपने मुँह में लेकर उसको अपनी लार से गीला कर रही थी. वो उसे अपने होठों में पकड़ कर आगे पीछे करने लगी. मैं- आहह आह दी…दी… आह मुझे कुछ हो रहा है दी…दी… कुछ आ रा है बाहर मेनका… मेनका मेरा सूसू आ रहा है आप मुँह हटा लो ना प्लीज़… लेकिन मेनका ने मेरी बातों को अनसुना कर दिया और मेरे लंड से कुछ सफेद सफेद निकल गया जिसको मेनका ने पूरा का पूरा पी लिया. मैं- छी… छी… मेनका आपने मेरा सूसू क्यूँ पिया? मेनका- यार सूसू सफेद कब से होने लगा और वो भी इतना गाढ़ा… हा हाहा मेरे बुद्धू यार ! मेनका मेरे भोलेपन पर हंसने लगी. मुझे शर्म आ गयी इसलिए मैं सर नीचे करके अपनी नादानी से शर्मसार हो गया. मेनका- अरे मेरे यार को शर्म आ गयी… मेरा प्यारा यार , अभी तू छोटा है इसलिए तुझे कुछ पता नहीं है लेकिन इसमें इतना दुखी होने की बात नहीं, मैं अपने यार को सब समझा दूँगी. ओके… मेनका- चलो अब तेरे दूसरे लेसन का टेस्ट होगा. जैसे मैंने तेरा पानी निकाला है वैसे ही अब तू भी मेरा पानी निकाल! फिर मेनका नीचे आ गयी और मैं उनके ऊपर आकर उनके बदन के हर हिस्से को चूमने लगा. मैं इतना भी नासमझ नहीं था इंग्लिश मूवी तो मैंने देखी ही थी, मैंने मेनका के दोनों बूब्स को हाथों में पकड़ कर चूसना शुरू कर दिया… मेनका- आह आह आह आह… यार , ये कहाँ से सीखा तूने… आह आ आह आहहह… ऐसे ही यार आअहाह्ह ऐसे ही मेरी जान… खा जा मुझे सोनू … चूस ले मेरा दूध… खा जा मुझे… आ अहह्ह्ह… फिर मैं मेनका की नाभि को चूसने लगा, उसमें अपनी जीभ डाल कर गोल गोल घुमाने लगा. मेनका- आह आह सोनू , इतना मजा मुझे कभी नहीं आया… आइ लव यू सोनू ! मैं- आई लव यू टू मेनका! मेनका- नहीं सोनू , अब मैं तेरी मेनका नहीं रही, अबसे हम दोनों प्रेमी प्रेमिका हैं. तो अबसे तू मुझे नाम लेकर बुलाया करेगा. मैं- ओके दी… सॉरी मेनका! मेनका- हम्म अब ठीक है जान… फिर मैं और नीचे जाने लगा और मेनका की चूत मेरे सामने खुली रखी थी जैसे मुझे अपने पास आने का निमन्त्रण दे रही हो. मैं- मेनका, मैं तुम्हारी चूत को प्यार कर लूँ? मेनका- सोनू , ये भी कोई पूछने की बात है अब तो मैं पूरी की पूरी तेरी हूँ… तू जो चाहे वो कर सकता है मेरे साथ! इतना कहना ही था कि मैंने एकदम अपनी गीली जीभ मेनका की चूत पर रख दी और ज़ोर ज़ोर से चूत को चाटने लगा. मेनका- आह आह आअह्ह हह सोनू , ये क्या कर दिया आह आह बहुत अच्छा लग रहा है… ऐसे ही करता रह… ऐसे ही मुझे प्यार करते रहना सोनू हमेशा! मैं- मेनका, मैं अब पूरा का पूरा तुम्हारा हूँ… हमेशा ऐसे ही तुम्हें प्यार करता रहूँगा. और मैं अपनी जीभ की नोक बना कर मेनका मेनका की चूत में घुमाने लगा. हमें प्यार करते हुए करीब 20 मिनट हो गये थे. मेरा लंड मेनका की चूत को चाटने की वजह से फिर से खड़ा हो गया था लेकिन इस बार वो मुझे कुछ ज़्यादा ही बड़ा लग रहा था. मेनका- आह आह सोनू , चूसते रहो मेरी चूत को, मेरा आ…आह आहह्हा हाअ आहहाहा निकलने वाला है आह अहह… सोनू मैं… आह अतआ… गयी… अतु…ल… आहहहह्ह… और मेनका मेनका की चुत का ज्वालामुखी फट गया. मेनका के चेहरे पर संतुष्टि के भाव साफ दिखाई दे रहे थे. मेनका- सोनू , आइ लव यू सो मच… मैं- आइ लव यू टू जान… मेनका- तेरा लंड तो फिर से खड़ा हो गया? और इस बार तो यह और भी बड़ा लग रहा है… ला इसको सेकेंड राउंड के लिए तैयार करती हूँ. और मेनका मेरे लंड को अपने दोनों हाथों में लेकर ऊपर नीचे करने लगी. फिर अपने मुख में लेकर फिर से चूसना शुरू कर दिया. मेरा लंड तो फटने की तरह हो गया था… मेरे लंड का लाल टोपा फूल कर पिंक हो गया था. मैं- मेनका आह… मेरा लंड आह या आह आह फॅट रा है आह… कुछ करो वरना मैं मर जाऊँगा… आह आ… मेनका- ऐसे ही थोड़ी मरने दूँगी मैं अपने राजा को… अभी तो इसे एक ज़रूरी काम करना है. मेनका बेड पर लेट गयी और मुझे अपने ऊपर आने को कहा. मैं मेनका के ऊपर आ गया और फिर उसने अपनी चूत को अपनी दोनों उंगलियों से खोल कर कहा- सोनू , अब मत तड़पाओ, चोद दो मुझे… मेरी चूत मैं अपना लंड डाल दो… बना लो मुझे अपनी रानी… मेरे राजा… बजा दो मेरा बाजा… फाड़ दो मेरी चूत को आज… अपने अजगर से… मैं अपना खड़ा लंड मेनका की चूत में धीरे धीरे डालने लगा. जैसे जैसे लंड चूत में जाने लगा, हम दोनों को दर्द होने लगा. मैं- आह मेनका आह मेनका… मुझे बहुत दर्द हो रहा है… मेनका आह आह मेरे लंड में बहुत दर्द हो रहा है मेनका… आह! मेनका- कोई नी सोनू … सब ठीक हो जाएगा, आह्ह्ह आह आह तुम्हारी सील टूटी है आज इसलिए दर्द हो रहा है. मैं- आपको भी दर्द हो रहा है? मेनका- हान… आह आहहाः मेरी भी आह आह सील आह आह! मेनका को ऐसे तड़पते देख मैंने अपना लंड उसकी चूत से बाहर निकाल दिया… तो मैंने देखा मेरे लंड पर खून लगा हुआ था. मुझे दर्द भी हो रहा था लेकिन मेनका को दर्द में देख कर मैं अपना दर्द भूल गया था. मेनका- आहाह्ह आह आह सोनू , आह क्या हुआ? लंड क्यूँ निकाला बाहर? मैं- नहीं मुझे नी करना ये सब, इससे आपको दर्द हो रहा है बहुत… मैं आपको दर्द में नहीं देख सकता बस! मेनका- ऑ-ऑ मेरे प्यारे राजा शुरू शुरू में थोड़ा दर्द होता है लेकिन कुछ देर बाद सब ठीक हो जाता है मेरे राजा… और तुझे किसने कहा कि मुझे दर्द हो रहा था? मुझे ये सब महसूस करना है जान… अब तू डाल रहा है अंदर या मैं ज़बरदस्ती करूँ तेरे साथ मेरे राजा? और वो हंसने लगी. मैंने मेनका के दोनों पैर अपने कंधे पर रख लिए और ज़ोर से एक धक्का मेनका की चूत में मारा. मेनका- आह आहा आह हा… मेरे राजा, आह आह मर गयी आह अहहहहा… फाड़ दी मेरी चूत आहह आह आह मेरे राजा… मार मार मार ज़ोर ज़ोर से मार अपनी जान की चूत में धक्के… आह आह हा … चोद चोद मुझे मेरे राजा… बजा दे मेरी चूत का आज बाजा… मैं मेनका की चूत मारता रहा. उसे चोदते हुए मुझे करीब 15 मिनट हो गये थे. सर्दी के मौसम में भी हम दोनों पसीने पसीने हो गये थे. मेनका तो अब बहुत थक गयी थी. मैं- आह आह मेनका, मेरा निकलने वाला है… आह आह अहहहह… मैं आह आह गया… मेनका- आह हा आह आह अहहहा आ जा मेरे राजा, मेरे अंदर ही आ जा… मैं भी गयी बस आह आह हा अह्हहह… गयी… आह आह आह… मेरे… आह आह राजा… और मैं और मेनका एक साथ आ गये. दोस्तों ये थी मेरी और मेनका की पहली चुदाई की कहानी ये कहानी कैसी लगी मुझे मेल करके जरूर बताये ! आपका दोस्त सोनू Rahuluid391@gmail.com

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