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Massage Girl in Damoh: Premium Relaxation Services

Our site can help you find a professional massage girl in Damoh who will help you relax in the best manner possible. We connect you with professional therapists who can offer you a massage that will make you feel better and more relaxed. The pros on our list are ready to provide you with a fantastic experience at your house or in one of their particular spots, whether you want to relax or get away from it all.

Introduction

Massage is currently one of the finest methods to relax your mind, body, and overall health. Our website makes it easy to locate the top massage services in Damoh that meet your demands. This will be a one-of-a-kind and calming experience for you.

Tottaa wants to make it simple for clients to find the top masseuse. The Damoh massage service providers on our list offer the greatest quality, comfort, and competence, whether you want a full-body massage or a massage for a particular location.

How Tottaa Helps Advertisers Reach More Customers

Tottaa is not only a list of masseuses, it’s also a secure location for them to show off what they can do. People in Damoh who are seeking massage services may find them on our website. This makes them easier to find and gets them more appointments.

Advertisers may simply put up profiles, offer their services, and talk about pricing and discounts on our sites. This makes sure that the relevant people notice your Damoh massage service, which makes it easier to obtain more customers.

Different Types of Massages We Offer

There are a lot of different types of massage services on our site, so you may choose one that works for you. You may choose the kind of treatment that works best for you, whether it’s profound rest or a particular type of therapy.

1. Swedish Massage

A calm and gentle way to ease muscular tension and improve blood flow. This Damoh massage is perfect for you if you want to relax and forget about your concerns.

2. Deep Tissue Massage

This approach employs a lot of pressure to get to deeper muscle layers. It’s helpful for folks who have muscular discomfort or stiffness that won’t go away. There are specialists on our profiles of massage girls in Damoh who are good at deep tissue treatments that function effectively.

3. Aromatherapy Massage

Calming massage strokes and essential oils are beneficial in making people feel improved both emotionally and physically. Most massage companies in Damoh employ the use of custom oil preparations to make you feel good.

4. Thai Massage

A therapy that wakes you up by using a mix of regular massage, stretching, and compression. This traditional massage in Damoh helps you relax, become more flexible, and get your mind and body back in harmony.

5. Hot Stone Massage

Heated stones are placed on various parts of the body to help with deep muscular tightness. People who want to feel good, relax, and help their muscles recover quickly can use this massage service in Damoh

How to Book Our Massage Services

Tottaa makes it simple and fast to book. With our listings, you can see what kind of massage you want, read about the providers, see that they are free and then contact them directly. After you choose, you can book a massage in Damoh at your convenient time and location. In order to get your desired massage services, apply the following simple steps:

Step 1: Browse Our Listings

Take a peek around our site to view a few massage professionals. Each listing gives you information about the many sorts of massages, how long they last, how much they cost, and where they are situated. This makes it easier to choose the finest ones.

Step 2: Compare and Shortlist

Examine the profiles carefully to compare how the services, talents, and reviews posted by customers differ. This phase makes sure you choose a business that has the style, pricing, and supply you desire.

Step 3: Connect with the Provider

When you have decided, use the information that you are offered so that you can contact them directly. One can communicate it to the massage giver thus making it understood what massage you want at what time and when.

Step 4: Confirm the Appointment

The date, time and place of the service, which could be your home, a hotel or the spa where the therapist may be found. You also need to agree on the payment method and any other accords prior to commencement of the course.

Step 5: Relax and Enjoy Your Massage

All you have to do on the day of the appointment is have your area ready for the house visit. The remainder will be handled by the expert. Take it easy and enjoy a massage that is made just for you.

Frequently Asked Questions

To locate a professional who can meet your needs, read our biography, reviews and advertising.

Yes, many of the therapists on our site will come to your house so you may feel safe and at ease.

You may pick based on talents since most adverts provide their qualifications in their profiles.

It would be advisable to make a reservation earlier to guarantee that you would be able to get a massage, particularly against the prevalent services of massage.

Not at all. Tottaa exclusively connects users with service providers. The doctor gets to choose how to handle payment.

Read Our Top Call Girl Story's

Antarvasna

सभी अन्तर्वासना के Antarvasna पाठकों को मेरी तरफ से यानि कि मोनू की तरफ से प्रणाम ! मैं अन्तर्वासना का एक सच्चा पाठक हूँ जो इसकी एक एक कहानी का तुत्फ़ उठाता हूँ।

मैं कई बार अपनी एक मस्त चुदाई सबके सामने लाना चाहता था जोकि मैं लेकर आप सब के सामने आया और गुरू जी ने मेरी मस्त चुदाई की दास्तान सबके सामने रखी जिसके लिए मैं उनका अति धन्यवादी हूँ और आप सब पाठकों ने मेरी कहानी को जो प्यार दिया उसके लिए भी हर एक बन्दे का शुक्रिया !

दोस्तो, पिछली बार जैसे मैंने बताया था कि नेट के गाण्ड मारने वाले पुरुष ने मुझे यह मशवरा दिया था कि रात को कार लेकर निकलूंगा तो कोई ना कोई तो मिलेगा ही !
उसकी बात सच हुई और मुझे एक मस्त मोटा लम्बा चौड़ी छाती पर घने बालों वाला हट्टा-कट्टा मर्द भी मिल ही गया जिसने पूरी रात मेरी गांड का बैंड बजाया।

उसके बाद जैसे मैंने कहा था कि अगली रात भी मैं अकेला ही था लेकिन मेरे नेट वाले दोस्त ने मुझे एक सलाह दी थी कि एक मर्द को जो मजदूर टाइप का हो, उसको दुबारा नहीं बुलाना, और दिन में तो बिल्कुल ही नहीं !

उसकी इसी नसीहत पर मैं कायम रहा और अगली रात फिर कार से निकला और एक मस्त लंड की तलाश में था। आज मैं उस इलाके में नहीं गया हालांकि उसने मुझे आज मिलने के लिए पक्का किया था लेकिन मैंने आज अपने नेट फ्रेंड की बात मानी आज मैं रेलवे स्टेशन गया, वहां एक पेड-पार्किंग में मैंने कार पार्क की और सड़क पर पहुँच गया।

कई रिकशा वाले जाने के लिए बोले लेकिन काफी देर खड़े होने के बाद मुझे मुझे एक साफ़ सा मूंछों वाला हट्टा-कट्टा रिक्शा वाला दिखा।
उसने मुझे बड़े गौर से घूरा और मेरे पास आया। उसने मुझे भांप लिया था क्यूंकि वो दूर खड़ा देखता रहा था कि मैंने इतने रिक्शा वालों को मना क्यूँ किया था।

बोला- साहिब, इतनी महंगी कार पार्किंग में लगा कर इतनी रात को कहाँ जाने के लिए रिक्शा देख रहे हो ?

मेरी नज़र घूम फिर कर उसके पजामे पर अटक जाती कि शायद वहां कोई हरक़त दिखे।

तुम्हें कैसे पता कि मैंने कार पार्क की है? कह मेरी नज़र फिर वहीं चली गई तो आखिर उसने अपना लंड खुजलाया।

तब मैंने अपना चेहरा दूसरी तरफ किया।

अरे ओ चिकने साहिब, अब देख भी लो ! कब से कुछ देखने की कोशिश में थे !

वो मेरी तरफ बढ़ा, आसपास कोई ना था, मैं भी थोड़ा आगे बढ़ा और अपने हाथ से उसके लंड को पकड़ते हुए मसल दिया- इसके लिए खड़ा हूँ इतनी देर से !

हाँ ! मुझे मालूम था साहिब ! रोज़ रात को रिक्शा चलता हूँ, आप जैसे अमीर घर के लोग, चाहे लड़कियाँ, औरतें हां बुड्ढे तक ऐसी गलियों में रात को निकलते हैं अपनी वासना मिटाने या फिर मिटवाने के लिए !

बोला- अब कहाँ चलना है?

मैंने कहा- मेरे घर !

बोला- ज़रा रुकना, मैं स्टैंड पर रिक्शा ज़मा करवा के यहाँ आता हूँ, आप अपनी कार ले आयें।

फिर उसको बिठा मैंने तेजी से कार उल्टे सीधे रास्तों से इतने चक्कर काट कर घर ले गया। पूरे रास्ते मेरा एक हाथ उसके लंड पर था।

बत्ती बन्द कर पहले की तरह उसको अन्दर ले गया। रात के ग्यारह बजे थे। अपने लिए बियर और उसको मोटा पैग विस्की का दिया, उसका पजामा उतार दिया।

जब कच्छा उतारा तो भयंकर सा लंड फनफ़नाता हुआ बाहर निकला। रास्ते में उसका लंड पूरा खड़ा नहीं हुआ था। पूरी तरह से आज़ाद हो शराब के नशे से उसका लण्ड पूरा जोश में आ चुका था। उसने अपना एक पैग और लिया।

मैं उसको अपने बिस्तर में ले गया और खुद को नंगा कर दिया। मेरा जिस्म देख उसकी आंखें फटी रह गईं। इतने गोल-मोल मम्मे, गुलाबी चुचूक, गोरी चिकनी गांड, पूरे बदन पे एक बाल नहीं था। उल्टा उसके बाल ही बाल थे।

बहनचोद, साले, तू तो मस्त माल है रे ! हाय, मुझे गरीब को तो कभी ऐसी लड़की तक नसीब नहीं हुई !

कहते ही वो मुझ पर टूट पड़ा।

हाँ ! ऐसे ही रौंदो मुझे !

मैं ऐसा ही साथी चाहता था। मसल रहा था वो मेरे जिस्म को ! पागल हो चूका था वो ! दारु सर चढ़ कर बोलने लगी थी उसके ! मैं बता नहीं सकता कि कितना आनंद आ रहा था मुझे ! उसने मेरी छातियों को मसल कर लाल कर दिया था, दांत के निशाँ डाल दिए थे, चुचूक चूस कर सुर्ख कर दिए।

बोला- एक और पैग दे !

मैंने उसके लिए एक मोटा पैग डाला और अब उसकी छाती पर बैठ गया। उसकी तरफ कमर कर 69 का आसन सेट किया और उसके मोटे लंड को मुँह में ले लिया। वो मेरी गांड पर बियर डाल-डाल चाट रहा था।

इतनी गोरी गांड है तेरी साले ! मेरी तो आज चांदी हो गई ! मुफ्त की शराब और तेरे जैसा शबाब !
उसने बियर की बोतल खोलकर पास रखी हुई थी, गांड पे डालता और चाटता।

मैंने भी एक बियर का टिन पास रखा हुआ था, उसके लंड पर डालकर चूसता जा रहा था। अब मुँह में लेना मुश्किल सा होने लगा था क्योंकि बहुत बड़ा हो गया था। उसने अपनी जुबान गांड के छेद में डाल घुमा दी। आज तक किसी ने मेरी गांड नहीं चाटी थी, वो भी इस तरह !

मेरे मुँह से अब सिसकारियाँ निकलने लगीं। जब वो जुबान घुमाता मेरी आंखें बन्द होने लगतीं !

मैं उठा और वहां से अपने कंप्यूटर-टेबल के दराज़ से कंडोम निकाला और प्यार से उसके लंड पर डाल दिया। उसने मुझे अपने नीचे लेते हुए दोनों टांगें चौड़ी करवा लंड को छेद पर टिकाया। उसको पूरा नशा था, उसने झटका मारा तो लंड फिसल गया।

मैंने अपने हाथ से पकड़ छेद पर रख दोनों टांगों को उसकी कमर से लिपटा लिया जिससे दबाव बढ़ा तो लंड खुद ही ठिकाना ढूंढने लगा। मेरी आँखों का इशारा पाते ही उसने झटका दिया और उसका आधा लंड मेरी गाण्ड में घुस गया। थोड़ी तकलीफ हुई।

इस आसन में मुझे हमेशा शुरु में दर्द सहन करना पड़ता है। लेकिन उसके बाद जब उसका पूरा घुस गया और वो झटके पर झटका मारने लगा। मुझे बहुत मजा आने लगा।

अब उसकी कमर को मैंने और ताक़त से लपेट लिया ताकि लण्ड बाहर न आये और मुझे मजे मिलते रहें। अहऽऽ उहऽ रजा और झटको लंड को ! हाय साले फाड़ मेरी गाण्ड !

अभी बहन के लौड़े, गांडू ! बस देखता जा ! आज रात तुझे कितना मजा दूंगा !

हाय साले, तेरी रांड तेरे नीचे लेटी है, इसके अंग अंग को चाट लो ! मेरा दूध पी लो रजा ! हा कमीनी तू है ही लड़की जैसा रे !

उसने बाहर निकाल लिया और मुझे कुतिया की तरह झुका लिया और बजाने लगा मेरी गोरी गांड को ! साथ साथ थप्पड़ मारता रहा !

फाड़ मेरी ! और तेज़ !

उसकी रफ़्तार बढ़ती गई !

हाय हाय ! और, और, और ! और हाँ हाँ डालता जा !

उसने एक दम से कंडोम उतार दिया और सारा पानी गोरी गांड पर उगल दिया और रगड़ रगड़ के लाल किये हुए छेद पर महरम की तरह लगाने लगा। बाकी का माल उसने मेरे मुंह में डाल दिया। मैंने उसके लंड को साफ़ कर दिया।

फिर हम नहाने लगे। बाथरूम के टब में एक दूसरे से चिपके हुए थे- मेरा हाथ में उसका मूसल लंड था जिसे मैं बहुत प्यार से सहला रहा था और वो खड़ा होता जा रहा था। उसने पास में विस्की की बोतल रखी हुई थी। उसने दो तीन मोटे पैग वहीं ठोक लिए। मैंने भी बियर का काफी नशा कर लिया था।

उसने मुझे टब से निकाल चमचमाते फर्श पर लिटा लिया। ऊपर से शावर का पानी बरसने लगा। उसका लंड छत की तरफ तना जोश में हिल रहा था। मैं उसकी मर्जी समझ चुका था। थोड़ी देर मुँह में लेकर उसको मजा दिया फिर उसके लंड पर बैठ गया। उसकी जांघों में इतना दम था कि वो मुझे टेनिस की बाल जैसे उछाल उछाल के चोद रहा था।

जब मैं वापस लंड पर गिरता तो उसका लंड मेरी गुठली से रगड़ खाता तो में आंखें बंद कर लेता।

पूरी रात न जाने कितनी बार उसने मुझे चोदा। सुबह साढ़े पांच बजे मैंने उसको कार में बिठाया। उसने मुझे अपना नंबर दिया, बोला- यह घर के पास पी.सी.ओ का है, उन्हें कहना कि राम लुभाया को बुलवा दो !
ठीक है !

वैसे ही उल्टे-सीधे रास्ते मैंने उसको वहीं उतार दिया। उतरने से पहले उसने मुझे कहा- साइड पर लगा ले, थोड़ा सा मजा और मिल जायेगा।

वहीं उसका थोड़ा चूसा और पजामा नीचे करके सीट पर ही उसके लंड पर बैठ गया और धीरे धीरे झटके लगाता। कुछ देर वो चोदता रहा और फिर निकाल के मुँह में डाल मुठ मारने लगा। मैंने उसके हाथ से लंड लिया खुद उसकी मुठ मार उसका माल निकलवा दिया, उसने सारा मेरे जुबान से साफ़ करवाया और उतर गया।

इस बन्दे ने मुझे आज वो चुदाई का मजा दिया था जो किसी से नहीं मिला था। उसके बाद घर आया और सो गया। दोपहर तीन बजे आंख खुली जब पापा का फ़ोन आया कि वो एक-दो दिन और रुकने वाले हैं। तू अपना ख़याल रखना, खाना ठीक से बनवा के खाना !

अगली रात का सरताज कौन बना- अगली बार ही लिखूंगा।
अलविदा न कहना ! Antarvasna

Hindi Porn Stories

यह घटना ५ साल पहले हुई थी जब Hindi Porn Stories मैं २० साल का था ! उस वक़्त मैं बी.एस.सी. कर रहा था ! मेरा पहला सेक्स अनुभव तो मेरी पड़ोस की लड़की फातिमा के साथ हुआ, जो बहुत ही सेक्सी थी ! जब भी मैं उसे देखता तो मेरा लंड खड़ा हो जाता था ! मैं उसके बारे में सोच कर न जाने कितनी बार मुट्ठ मार चुका हूँ !! उसका फिगर भी गज़ब का था ! वो १८ साल की होते हुए भी २२ साल की दिखती थी और उसकी हाईट ५.५” थी !

उसने अपनी पढ़ाई के दौरान कंप्यूटर क्लास ज्वाइन किया ! लेकिन उसके घर में कंप्यूटर नहीं था इसलिए वो हर शाम हमारे घर प्रैक्टिस करने के लिए आती थी ! हर बार की तरह वो प्रैक्टिस के लिए घर आई ! वो गुलाबी सलवार पहने हुए बहुत ही सेक्सी लग रही थी ! वो मुझे देख कर मुस्कुराती थी तभी मैं समझ गया कि लड़की हँसी तो फंसी !!!! यह सिलसिला ऐसे ही चलता रहा !

फिर एक दिन मेरे घर के लोग बाहर गए थे, सो मैं घर में अकेला था ! मैंने मन ही मन सोच लिया था कि आज चाहे कुछ भी हो जाये, मैं फातिमा के मम्मों को जरुर दबा दूंगा ! अगर वो इन्कार करेगी तो सॉरी बोल दूंगा, मगर मैं हिम्मत नहीं जुटा पाया ! जब वो कंप्यूटर पे काम कर रही थी तब मैं उसके पास जाकर बैठ गया और उसकी कॉलेज लाइफ के बारे में पूछने लगा ! अंत में मैंने उससे सेक्स के बारे पूछा तो वो शरमा गई !

मैंने पूछा,”कभी तूने सेक्स मूवी देखी है ?”

उसने कहा,”नहीं !!”

मैंने उसके हाथ से माउस लिया और कंप्यूटर पर ब्लू फिल्म चला दी ! मूवी में दो लड़कियों की एक लड़के द्वारा चुदाई का दृश्य चल रहा था ! उसने शर्म के मारे अपने चेहरे को हाथ से छुपा लिया ! मैंने उसके हाथ को हटाया और कहा,” देख लो, बाद में फिर मौका नहीं मिलेगा !!”

वो बोली,”तुम यह सब देखते हो क्या ?”

मैंने कहा,”हाँ ! और करना भी चाहता हूँ !!!”

अब वो बिंदास हो कर मूवी देख रही थी ! मैं समझ गया कि यही सही मौका है !! मैंने कुर्ते के ऊपर से ही उसके मम्मे दबाने शुरू किये !!! पहले तो वो मना करती रही पर बाद में मान गई !! मैंने उसके कुर्ते के अन्दर हाथ डाल कर उसके मम्मों को दबाना शुरू किया तो वो ऊऊह्ह्ह्हह्ह आआ ह्ह्ह्हह्ह करने लगी !! मैंने एक हाथ उसकी सलवार के अन्दर डाला तो मैं हैरान हो गया क्यूंकि उसकी पैंटी पहले ही गीली हो चुकी थी ! मैं अपनी ऊँगली उसकी चूत के अन्दर डाल कर आगे-पीछे करने लगा ! वो अब नियंत्रण से बाहर हो गई थी !

वो आआह्ह्ह्हह्ह ऊऊऊऊओह्ह्ह करते हुए चिल्लाने लगी,”घुसाना है तो अपना लंड घुसा ! इस ऊँगली से किसे सहला रहा है ??”

उसकी बात सुनकर मैं हैरान हो गया ! मैंने तुरंत अपनी पैंट उतार दी और अपना ७.५” इंच का लौड़ा बाहर निकाल लिया ! मेरे लंड को देखते ही वो बोली,” इतना लम्बा और मोटा ??? मुझसे नहीं होगा ……..! “

मैंने अपना लौड़ा उसके मुंह में डाल दिया और वो ५ मिनट तक मेरे लौड़े को चूमती रही ! फिर उसके मुंह से लौड़ा निकाल कर उसकी चूत पर रख कर घुसाना शुरू किया तो वो बोली, ” आआह्ह्ह्ह ! बाहर निकाल दो ! मुझसे और दर्द…………………………. आह्ह्ह ………… .बर्दाश्त नहीं होता ………….!!!!”

अब मैंने अपना लौड़ा पूरी ताकत से उसकी चूत में घुसा दिया और जोर-जोर के झटके लगाने शुरू कर दिए ! थोड़ी देर बाद वो शांत हो गई और मेरे लंड का पूरा मज़ा लेना शुरू कर दिया !! मैंने जम कर आधे घंटे तक उसकी चूत की धुलाई की ! इसी बीच वो २ बार झड़ चुकी थी ! जब मैं झड़ने को हुआ तो मैंने अपना लौड़ा उसकी चूत से निकाल कर उसके मुंह में घुसा दिया और उसका सिर पकड़ के जोर-जोर से हिलाया ! तभी मैंने देखा की उसकी चूत के खून से मेरा लंड लाल हो गया था ! मैं एकदम से डर गया तो वो बोली,” डरो मत ! मैं ठीक हूँ !” तब जाकर कहीं मेरी जान में जान आई !!

मैंने अपना पूरा वीर्य उसके मुंह में ही झाड़ दिया ! वो जल्दी से बाथरूम में अपना मुंह धोकर आई और मुझसे पूछने लगी,” अगर झड़ना ही था तो मेरी कमर पर या मेरे मम्मों पर करते!! मुंह में क्यूँ किया ??”

मुझे उसके भोलेपन पर हंसी आने लगी ! मुझे बाद में पता चला कि मैं उसे जितनी भोली समझता था, वो उतनी भोली थी नहीं !!! मुझसे पहले वो अपने किसी आशिक से पूरे एक साल तक चुदवा चुकी थी !!

उसके बाद मैं फातिमा को कई बार चोद चुका हूँ किन्तु अब वो अपने पति के साथ न जाने कहाँ चली गई, मुझे पता नहीं !

अन्तर्वासना के सम्मानित पाठको, आपको यह कहानी कैसी लगी, अवश्य बताना !! Hindi Porn Stories

Antarvasna

हाय! आय ऍम लोकेश जिंदल, मैं आज आप को Antarvasna अपनी लाइफ़ की पहली सेक्स स्टोरी बताने जा रहा हूं. मैं गुड़गांव में रहता हूं.

ये बात उस टाइम की है जब हमारे पड़ोस मैं एक नई लड़की अपने मामा के यहाँ रहने आयी. उस का नाम जानकी था. वो बिहार की रहने वाली थी, उसका रंग सांवला था पर उसके बूब्स एक दम सेब की तरह टाइट थे. उसके कूल्हे मस्त थे जब वो चलती थी तो उसके कूल्हों की उठा पटक देख कर गली के लड़कों के लंड चैन तोड़ने के लिये बेकरार हो जाते थे.

वो कभी 2 हमारे घर टीवी पर मूवी देखने आ जाती थी. जब वो हमारे यहाँ आती थी तो मेरी नजरें सिर्फ़ उसके कूल्हों पर ही रहती थी. उसके बूब्स उसकी चोली को फाड़ने के लिये बेबस होते नजर आते थे. एक दिन हमारे घर के सभी लोग एक शादी में गये थे. जानकी के घर वाले बिहार गये हुए थे. वो जाने से पहले जानकी को हमारे घर ही रात को सोने के लिये बोल कर गये थे.

उस दिन जब वो हमारे यहाँ आयी तब मैं अपने घर में इंगलिश मूवी देख रहा था, वो चुपचाप आकर मेरे पीछे खड़ी हो गई मैंने उसे नहीं देखा, मूवी में चूदाई का सीन आ रहा था लड़का अपना लंड लड़की की गांड में दे कर चूदाई का मजा लूट रहा था, मैं भी अपने मोटे लंड को हाथों में लेकर बैठा था, मेरा लौड़ा टाइट होता जा रहा था.
एक दम मेरे पीछे रखे गिलास की आवाज आयी तो मैंने घूम कर देखा तो जानकी मेरे पीछे खड़ी मूवी को बड़े ध्यान से देख रही थी, उसकी आंखें बिल्कुल लाल हो रही थी. मैंने जल्दी से पास पड़े टावेल को उठा कर अपने लौड़े पर डाल लिया.

वो भी सकपका गई, मैंने उसको अपने पास बैठने के लिये बोला तो वो आकर बैठ गई, मैंने उससे पूछा कि तुम कब आयी तो वो शरमाते हुए बोली कि जब हीरो हिरोइन को किस कर रहा था तब. मैं समझ गया कि उसने पूरी चूदाई देखी है, मैंने उसके हाथ को छुआ तो वो पूरी कांप रही थी, मेरे हाथ पकड़ने का उसने कोई विरोध नहीं किया, मैं समझ गया कि आज तो जिंदगी का मजा लूटा जा सकता है.
मैंने उससे पूछा कि आज हमारे यहीं रूकोगी क्या क्योंकि आज हमारे यहाँ भी कोई नहीं है, मैं ये जानना चाहता था कि उसके मन मैं क्या है.
तो वो बोली कि मुझे अकेले डर लगता है, मैं खुश हो गया मेरा लौड़ा चोदने के लिये बेकरार था, उसने लाल रंग की डीप गले की चोली पहन रखी थी उसके बूब्स ऊपर से बाहर झांक रहे थे, वो बहुत सेक्सी लग रही थी.

मैंने उसको खाने के लिये स्वीट्स दी, रात काफ़ी हो चुकी थी मैंने टीवी का चैनल नहीं बदला था थोड़ी देर बाद फिर चूदाई के सीन आये तो मैं उसकी तरफ़ देखने लगा, उसकी आंखें सेक्स से भरी नजर आ रही थी, हीरो ने जैसे ही अपना लौड़ा बाहर निकाला तो उसके मुंह से उफ निकला मेरा लौड़ा भी टाइट हो रहा था, मैंने उसके कंधों पर अपना हाथ रखा तो वो बिल्कुल मेरे करीब आ गई,
मेरी हिम्मत बढ़ गई मैं अपने हाथ को धीरे 2 उसके टाइट बूब्स के उप्पर ले जाकर उनको सहलाने लगा उसके मुंह से मीठी 2 आवाजें आने लगी.

मैंने उसकी चोली को धीरे से ऊपर सरकाना शुरु कर दिया नीचे उसने ब्रा भी नहीं पहन रखी थी. वो मस्त होती जा रही थी.
वो बोली कि मुझे डर लग रहा है, मैंने पोछा क्यों जान, तो वो बोली कि मैंने आज तक सेक्स नहीं किया है.
मैंने सोचा कि मुझे बना रही है, मैं बोला कि डरो मत मैं सिखा दूंगा.

मैंने उसकी चूत पर अपना हाथ रख दिया तो देखा उसकी चूत ने पानी छोड़ रखा था. मैं धीरे 2 उसकी चूत को सहलाने लगा.
उसने मुझे बाहों में भर लिया, मैंने उसकी कच्छी को उतार दिया वो शर्मा गई.
फिर मैंने उसको कहा कि अब वो मेरे कच्छे को उतार दे.
वो शर्मा गई तब मैंने अपने लंड को आजाद कर लिया.

वो मेरे लंड को प्यासी नजरों से देखने लगी और बोली कि ये तो बहुत मोटा है मेरी चूत तो फट जायेगी.
मैंने कहा- रानी ये तुझे जवानी के मजे देगा.
वो बोली कि अब मैं क्या करूं?
तो मैंने कहा कि जिस तरह हिरोइन कर रही वैसे ही कर.

उसने मेरे लंड को अपने हाथों में ले लिया और हिलाने लगी, फिर धीरे से लौड़े को अपने मुंह में लेने लगी. मेरा लंड इतना मोटा था कि उसके मुंह में नहीं आ रहा था, वो उसे चाटने लगी मेरा लंड बार 2 हिल रहा था उसको लंड चाटने में मजा आ रहा था.
वो बोली कमल ये इतना मस्त लग रहा है कि दिल कर रहा है कि इसको खा जाऊँ!
मैंने कहा कि जान अगर तो इसको खा जायेगी तो मैं तुझे कैसे चोदूंगा?

फिर धीरे 2 उसने लंड के टोपे को मुंह में ले ही लिया और लोलीपोप की तरह चूसने लगी. मैं अब उसकी चूत में अपनी उंगली डालने के लिये चूत पर घुमाने लगा. उसकी चूत पर छोटे 2 बाल थे उसकी चूत बिल्कुत उभरी हुई थी पर मेरी उंगली उस चूत में नहीं बढ़ी तो मैं समझ गया कि वो बिल्कुल नई है, मैं बहुत खुश हुआ कि आज तो कुंवारी चूत की सील तोड़ने का मौका मिल ही गया.

मैंने उसको बाहों में उठा लिया और बेडरूम में ले गया उसको बड़े प्यार से बेड पर लेटा दिया, अब हम दोनों बिल्कुल नंगे थे उसके कूल्हे वास्तव में जैसे बाहर से दिखते थे उससे भी कहीं ज्यादा गोल और टाइट थे.

मैंने उससे कहा कि अपनी टांगे चौड़ी कर ले, उसने वैसा ही किया, अब मेरा लौड़ा उसकी सील तोड़ने के लिये मस्त हो रहा था.

मैंने अपने लंड को पुश किया, कुंवारी चूत से भिड़ाया तो वो मस्ती से हिल पड़ी. मैं शोट लगाने को बिल्कुल तैयार था, मेने अपने लौड़े को उसकी चूत में थोड़ा सा लगा कर अन्दर किया तो वो चिल्ला पड़ी कि हाय मेरी चूत फट जायेगी.
तब मैंने अपने लंड को वापस बाहर निकाल कर उस पर क्रीम लगाई अब वापस लौड़ा उसकी चूत में डालने लगा. वो दर्द से तड़प उठी वो अपने कूल्हों को हिलाने लगी.
तो मैंने कहा कि जान बस एक बार थोड़ा सा दर्द होगा फिर जिंदगी भर तुम लंड के मजे ले सकती हो.
वो बोली कि आज तो मैं मजे लेकर रहूंगी.
उसने मुझे अपनी बाहों में भर लिया.

मेरे लौड़ा 8 इंच का है, मैंने धीरे 2 लौड़े को चूत में डालना शुरू किया, 2 शोट मारने पर लंड का टोपा उसकी मस्त चूत में घुस गया, वो दर्द से तड़प गई. मैं 2 मिनट के लिये वैसे ही लेटा रहा उसने अपनी चूत को जैसे ही थोड़ा ढीला किया, मैंने एक जोर का हिट मारा तो मेरा लंड उसकी चूत को फाड़ता हुआ पूरा घुस गया.
वो बुरी तरह चिल्ला उठी- हाय मार डाला!
उसकी चूत से गर्म 2 खून आने लगा शायद उसने नहीं देखा.

मैं कुछ देर रुक गया, थोड़ी देर में उसने अपने कूल्हे हिलाने शुरू कर दिये तो मैं समझ गया कि अब दर्द कम हो रहा है. बस फिर मैं अपने लंड को हिलाने लगा उसकी चूत में मेरा लंड टकराने लगा वो कस 2 कर लंड का स्वाद लेने लगी.
मैं 20 मिनट तक उसकी चूत को अपने लंड से चोदता रहा अब वो भी पूरे मजे ले रही थी. मेरा लंड टाइट चूत में टकरा 2 कर घायल हो गया. उसकी मस्त चूत ने पानी छोड़ दिया उसकी चूदाई में मुझे बहुत मजा आ रहा था मेरा लंड उसकी चूत को नहलाने को तैयार था. मेरे लंड की तेज पिचकारी ने उसकी चूत को पूरा भर दिया, उसने अपनी टांगें जब तक ढीली नहीं की जब तक मेरे वीर्य की लास्ट बूंद नहीं निकल गई

अब हम दोनों अलग हो गये तो वो बहुत खुश नजर आ रही थी, लिप किस कर वो बोली कि राजा आज तूने मुझे लड़की होने का मजा दे दिया आज मैं पूरी रात इस मजे को लूंगी.
मैंने भी कह दिया कि तेरी सील बहुत टाइट थी पर मेरे इस लंड ने आखिर उसे फाड़ ही दिया.
वो बोली कि तेरा लंड नहीं ये तो हथौड़ा है ये दीवार में भी छेद कर दे ये तो मेरी कुंवारी चूत थी.

फिर वो रसोई में जाकर दूध ले आयी हम दोनों ने दूध पिया. जब तक उसने चादर को बदल दिया, बोली कि इसे बाद में धोऊँगी पहले लंड का और मजा तो ले लो.

मैंने बाथरूम मैं जाकर अपने लंड को धो आया, आज मैं बहुत खुश था, वापस आते ही उसने मेरे लंड को मुंह में ले लिया. वो बोली कि आज इसने मेहनत की है देखू लाल हो गया है.

थोड़ी देर में मेरा लंड फिर चूदाई के लिये तैयार था. इस बार मैंने उस को डोगी स्टाइल में चोदा वो आज बहुत खुश थी यारों क्या बताऊँ कि जिंदगी में मैंने ऐसी चूदाई पहली बार की.

मजे की बात तो ये थी कि वो और मैं 3 दिन तक अकेले रहे. हम दोनों ने तीन दिन और तीन रात मैं 15 बार सेक्स का मजा लिया, उसके बाद वो अपने घर बिहार वापस चली गई पर दोबारा आने को कह गई.
अब इन्तजार है कि अगले महीने वो आयेगी तो आगे की कहानी फिर आने पर सुनाऊँगा. Antarvasna

Antarvasna Stories

अन्तर्वासना के सभी Antarvasna Stories पाठकों को खास कर लडकियों और भाभियों को रोहण के लन्ड का आदर भरा प्रणाम…

मैंने अन्तर्वासना पर लगभग सभी कहानियाँ पढ़ी हैं। आपको मैं अपनी सच्ची कहानी बताने जा रहा हूँ। आपकी जानकारी के लिए : मैं मुम्बई का रहने वाला हूँ, कद 5’10” रंग गेहुंआ, उम्र 32 साल !

एक बार मैं बस से जा रहा था। सीट ना मिलने से खड़े खड़े सफ़र कर रहा था। मेरी सामने वाली सीट पर एक औरत और लड़का बैठे थे। लड़का खिड़की की तरफ़ बैठा था। उस औरत ने लाल रंग की साड़ी और लो-नेक ब्लाउस पहना था… बड़े और गोरे स्तन नज़र आ रहे थे। जिसका भरपूर आनन्द मैं ले रहा था और सोच रहा था कि काश ऐसी भाभी मिल जाए चोदने के लिए।

तभी एक स्टॉप पर बस रुकी और काफ़ी लोग बस में चढ़े … भीड बढ़ गई। मेरा लन्ड उसके कन्धे से टकराया, उस औरत ने मेरी तरफ़ देखा और सीधी हो कर बैठ गई। जिससे मेरा लन्ड उसके कन्धे से सट गया। मैंने थोड़ा पीछे हटने की कोशिश की लेकिन नाकामयाब रहा और अपना लन्ड सटा दिया। उसके बदन का स्पर्श पाते ही मेरे लन्ड ने अंगडाई ली और अब मेरे लन्ड को वो महसूस कर रही थी। मैंने लन्ड का दबाव बढ़ाया तो वो मेरी तरफ़ देख कर हल्के से मुस्कुरा दी। और साड़ी ठीक करने के बहाने उसने एक दो बार मेरे लन्ड को छू भी लिया। मेरी भी हिम्मत बढ़ी और एक बार उसके स्तनों को छू लिया।

थोड़ी देर बाद उसके बगल में बैठा हुआ लड़का उतरने के लिए उठा तो मै उस औरत के बगल में उससे सट कर बैठ गया और जानबूझ कर अपनी कोहनी उसके वक्ष पर सटा दी। अब वो भी मेरा साथ देने लगी और मेरा हाथ पकड़ कर अपने वक्ष पर दबाने लगी। मैंने जानपहचान बढ़ाने लिये उससे पूछा,”आप कहाँ जा रही है?”

तो उसने बताया कि वो घर जा रही थी और अगले स्टॉप पर उतरने वाली है।

ज़ब वो उठी तो मैं भी उसके साथ उठा और हम दोनों अगले स्टॉप पर उतर गए। उसने अपना नाम सारिका बताया और पूछा,”क्या तुम्हारा स्टॉप भी आ गया?”

मैंने कहा,”नहीं सारिका, मैं तो तुम्हारे लिए उतर पड़ा !”

वो बोली,”क्या इरादा है आप का?”

मैंने कहा,”इरादा तो नेक है, बाकी आप जैसा चाहो !”

वो बोली,”तो घर चलिए !”

हम दोनों उसके घर पहुँचे। मुझे बैठा कर वो किचन से पानी लेकर आई। तब तक मैंने भांप लिया कि घर में कोई नहीं है। पानी का ग्लास देकर मेरे सामने वाले सोफ़े पर बैठ गई और मेरे बारे में पूछने लगी। मैं ग्लास देने बहाने उठा और उसकी बगल में बैठ गया और अपना हाथ उसके कन्धे पर रख दिया तो वो बोली,”बस में भी शरारत कर रहे थे और यहां भी?”

तो मैंने कहा,”बस में तो लोगों के डर से थोड़ा कंट्रोल करना पड़ा पर यहाँ तो हमारे सिवा कौन है?”

धत्त्त्त्त्… उसने कहा और शरमा गई।

कुछ देर चुप रहने के बाद मैंने अपना एक हाथ उसकी टांग पर रखा और बोला- बड़ी सेक्सी लग रही हो सारिका !

और फिर मैंने उसकी जाँघ को प्यार से सहलाया। उसकी जाँघें काफी बड़ी और मुलायम थी। मेरा लंड खड़ा होने लगा था। और वह भी सेक्सी मूड में थी। उसने मुझे नहीं रोका। मेरी हिम्मत बढ़ी और मैंने साड़ी के ऊपर से ही उसकी चूची को प्यार से सहलाया, दबाया। जैसे ही मैंने दबाया, उसकी आँखें चौड़ी हो गईं। उसकी साड़ी का पल्लू गिर गया और मैंने देखा कि उसकी बड़ी-बड़ी चूचियाँ ब्लाऊज़ से बाहर आने के लिए बेताब़ हो रहीं हैं। मेरी आँखों की तृप्ति मिल रही थी और मैं उसकी चूचियों को भूखी नज़रों से देख रहा था।

इस दौरान पता ही नही चला कब हमारे होंठ जुड़ गये… एक तरफ़ चूचियों को दबा रहा था और उसके रसीले होंठों को पी रहा था।

मैं अब थोड़ा नीचे की ओर बढ़ा… मैंने उन नरम चूचियों को दबाना शुरू किया और साथ ही मैं अपनी जीभ उसकी गर्दन पर फिरा रहा था। उसने अपनी आँखें बन्द कर लीं और हल्की आहें भरने लगी। फिर मैंने उसे बिस्तर पर लिटा दिया और उसकी दाईं चूची को दबाने लगा, और बाईं चूची को चूसने लगा। फिर मैंने बारी-बारी से बाईं और दाईं चूचियाँ बदल-बदल कर दबाईं और चूसीं।

सारिका आहें भर रही थी, “हम्म्म्म्म…. ऊम्म्म्म्म। रोअओहहहन और जोर से रोहन आआआअहहह माँमम्म… ” वह अपना हाथ मेरे लंड पर रखकर उसकी कठोरता का आभास कर रही थी और तब मैंने उसकी चूत को ऊपर से ही सहला दिया। इस दौरान हमने एक-दूसरे को बिलकुल निवस्त्र कर दिया। उसकी गोरी और साफ़सुथरी चूत को देख मेरे मुँह में पानी आ गया और चूत पर उंगली फ़ेरने लगा। तब वो उत्तेजना में सिसकारियाँ लेते हुए बोली,”उईईईईईई, माँ… और दबाओ ना मेरे चूचे … रगड़ो मेरी चूत…।”

मैंने अपनी ऊंगली उसकी चूत में फिरानी शुरू की। मैं ज्यों ही ऐसा कर रहा था, वह अपनी चूतड़ सेक्सी तरीके से ऊपर उठाकर मुझे और भी बढ़ावा दे रही थी। थोड़ी देर ऊंगली करने के बाद मैंने उसकी जाँघें फैलाईं और उसकी शानदार चूत में अपना मुँह लगा दिया। इस दौरान उसने मेरे लन्ड पर पूरी तरह कब्जा कर लिया था और वो मेरे लन्ड को सहला रही थी।

मैंने उसकी चूत को चाटना शुरू किया। उसकी चूत टाईट तरीके से बन्द थी। सामान्यतः एक नियमित रूप से चुदने वाली चूत के फ़लक खुले रहते हैं और ये थोड़ा बाहर की ओर निकले होते हैं। पर सारिका के साथ ऐसा नहीं था, शादीशुदा होने के बावजूद उसकी चूत एक अनछुई लड़की की तरह थी… बाद में पता चला कि उसका पति बिसनेस के चक्कर में बाहर घूमता रहता है और सारिका प्यासी रह जाती है।

मैंने उसकी चूत के होंठ फैलाए और उसकी गुलाबी झलक ली। फिर मैंने अपनी जीभ अन्दर घुसेड़ दी और अच्छी तरह चलाते हुए चाटने लगा। मैं उससे निकले रस को भी चाटता जा रहा था। वह मादक आहें भर रही थी… हमम्म्म्म्मम… मैंने उसकी चूत को फैलाया और छेद में जीभ घुसेड़ कर चूसने लगा।

मैंने इधर अपनी जीभ उसकी चूत में घुसाई, और साथ ही उधर अपनी एक उँगली उसकी गाँड में घुसेड़ दी… सारिका ने मेरा सिर उसकी चूत पर दबा दिया, और मैं उसकी चूत में समाता चला गया।

थोड़ी देर बाद हम 69 पोज़िशन में आ गये… मैं उसकी चूत का रसपान कर रहा था और वो मेरे लन्ड को चूस रही थी…मुझे तो लगा कि मैं ज़न्नत में आ गया हूँ। फिर उसने धीरे से मेरे लंड के आगे की चमड़ी हटाकर गुलाबी सुपाड़े चाटना शुरु किया और मेरी आहें निकलने लगीं,”ओह यस….”

उसके नर्म-नर्म हाथों का लन्ड को मसलना और गर्म-गर्म जीभ का अहसास मेरे लंड के सुपाड़े पर बड़ा आनन्ददायक प्रतीत हो रहा था। मेरे लंड से हल्का सा वीर्य निकला, जिसे उसने चाट लिया। फिर उसने मेरे लंड को चाटना शुरू कर दिया, और साथ में वह मेरे अंडकोषों को भी सहला, चूस रही थी। करीब आधे घंटे बाद वो मिन्नतें करने लगी,”रोहन, अब चोद डालो मुझे ! और ना तड़पा मुझे… उईईईईईई, माँ… और दबा ना मेरे बूब्स…!”

मैंने कहा,”हाँ मेरी जान ! मेरा लन्ड भी बेताब है तेरी चूत पाने के लिये।”

इस दौरान वो एक बार झड़ चुकी थी…

उसकी ड़ांगें फ़ैला कर बीच में बैठ गया और लन्ड के सुपाड़े को उसकी गीली चूत पर रख दिया। गर्म सुपाड़े का स्पर्श पाते ही उसके चूतड़ उठने लगे और लन्ड को चूत में लेने की कोशिश करने लगे। मैंने अपने सख्त लन्ड का दबाव उसकी चूत पर बढ़ाया और फ़च्च से लन्ड का सुपाड़ा उसकी गीली चूत में समा गया और सारिका कराह उठी- …उईईईईईई, माँ…

चूत टाइट थी…

फ़िर एक जोरदार धक्का दिया तो लन्ड चूत की दीवार को चीरता हुआ जड़ तक समा गया …

आआह्ह्ह्ह्ह्ह् … … … … आह्ह्ह … … मार डालोगे क्या … … ! उसकी चीख निकल गई।

पूरा लन्ड बाहर खींचा और फ़िर पूरी ताकत से फ़िर से पेल दिया।

कुछ देर हम वैसे ही पड़े रहे… दर्द कम होते ही उसने अपनी गांड उठानी शुरु कर दी और बोलने लगी- चोदो मेरे राजा… रुकना नहीं… मेरी चूत बहुत दिनों से प्यासी है… चोदो… जोर से चोदो आअह्ह्ह्ह…

“ये लो मेरी जान्… और लो… ये लो… आआह्ह्ह्ह्ह्ह्… क्या चूत पाई है तूने…” और मैंने उसे दनादन चोदना शुरू कर दिया। वोआह्ह आह्ह करती रही और मै उसे चोदता रहा।

मैं अब अपना सारा ६ इंच का लंड उसकी चूत में अन्दर-बाहर करने लगा। सारिका के मुंह से स्स्स्स्स्स्स्स आह आह्ह्ह उस्सुसुसू जैसी मादक आवाजें निकाल रही थी। 10 मिनट इसी तरह चोदने के बाद मैंने अब सारिका की चूत में से अपना लंड निकाल कर उसको घोड़ी स्टाईल में खड़ा कर उसकी चूत में लंड घुसा दिया और धक्के मारने लगा। उसको और मज़ा आने लगा। उसके चूतड़ मुझे बहुत ही आनंद दे रहे थे। दो मिनट में ही वो अपने चूतड़ उठा-उठा कर मेरे हर धक्के का जवाब देने लगी। मैंने अपनी स्पीड और बढ़ा दी।

सारिका बोली,”मुझे कुछ हो रहा है। लगता है मेरी चूत से पानी निकलने वाला है। खूब ज़ोर-ज़ोर से धक्का लगाओ।”

सारिका भी अब अपने चूतड़ उठा-उठा कर चुदाने लगी… दस मिनट बाद वो चिल्लाने लगी,”ओ रोहन मै आ रही हू आआह्ह्ह्ह्ह्ह् … … … … आह्ह्ह … ..”

मैं समझ गया कि वो झड़ने वाली है। मैंने बहुत ही तेज़ी के साथ उसकी चुदाई शुरू कर दी।

वो बोली,”आआआ!!! मैंऽऽऽ आआआऽऽऽ रहीऽऽऽ हूँऽऽऽ और तेज़ ऽऽऽ और तेज़ ऽऽऽ”

उसकी चूत से पानी निकलने लगा और मेरा सारा लंड भीग गया। मैं भी बिना रुके उसे आँधी की तरह चोदता रहा। लगभग २० मिनट तक चोदने के बाद मैं उसकी चूत में ही झड़ गया और हम कुछ देर ऐसे ही पड़े रहे…।

इस दौरान वो भी तीन बार झड़ चुकी थी। लंड का पूरा पानी उसकी चूत में निकल जाने के बाद मैं हट गया।

उस दिन के बाद जब भी मौका मिलता सारिका मुझे बुला लेती है और हम जम कर चुदाई करते हैं !

आपको मेरी कहानी कैसी लगी, प्लीज़ मुझे लिखें। Antarvasna Stories

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सबसे पहले सभी Hindi Porn Stories प्यासी चूतों को मेरे लण्ड का सलाम !

मेरा नाम राजेश कुमार है, मैं आप सब प्यासी चूतवालियों का अपने ७ इंच के खड़े लण्ड के साथ आप लोगों का स्वागत करता हूँ !

मैं अन्तर्वासना का बहुत पुराना पाठक हूँ। मैं २४ साल का नवयुवक हूँ मेरा कद १७५ सेमी और मेरा वजन ६५ किलो है और मैंने बहुत साहस करके अपनी खुद की वास्तविक कहानी आप लोगों का बता रहा हूँ।

वैसे आप सब लोगों को बता दूँ कि मैं एक नम्बर का चूत का चुस्सू हूँ, मुझे चूत चाटने, चूसने और उसका रस पीने में बड़ा मजा आता है। वैसे मैं एक कॉल बॉय बनना चाहता हूँ।

मैं राजस्थान का रहने वाला हूँ और अभी गांधीनगर, गुजरात में रह रहा हूँ, गांधीनगर में मैं एक सिक्योरिटी कम्पनी में नौकरी करता हूँ और हर ३-४ महीने बाद घर जाता हूँ।

अभी मैं अपनी कहानी पर आता हूँ, मैं अपने परिवार के साथ गाँव में रहता था, मेरे घर के पिछवाड़े में एक परिवार रहता है। उस घर में एक बड़ी सेक्सी औरत रहती है, उसका नाम श्वेता है। उसका साईज ३६ इंच, ३२ इंच, ३८ इंच है।

उसका पति फौज में है, मैंने उस औरत को कैसे चोदा और कब चोदा इस कहानी में बताउंगा।

यह बात उन दिनों की है, जब मैं ग्यारहवीं कक्षा में पढ़ता था, तब मेरी उम्र १८ साल और ६ महीने थी।

जब मैं दोपहर को स्कूल से आता तो हमारे घर पर कोई नहीं होता था, एक दिन मैं स्कूल से जब घर आया तो मेरा घर बंद था तो मैं अपने पिछवाड़े की तरफ गया तो देखा कि श्वेता नीम के पेड़ के नीचे आधी नंगी होकर नहा रही है।

जैसे ही मैंने उसे देखा मेरा तो लंड उसकी ३६ इंच की चूची देख के खड़ा हो गया, हमारे पिछवाड़े में एक छप्पर है जिसमें हमारी भैंसें बंधती हैं, मैं उस छप्पर में घुस गया और उसकी तरफ देखा तो श्वेता मेरी तरफ ही देख रही थी। तो मैंने उसे दिखाते हुए अपनी पैन्ट उतारी और उसे नहाता देखते हुए मुठ मारने लगा, अब वो अपने बदन पर साबुन लगा रही थी और तिरछी नजर से मेरे ७ इंच लंड को मुझे मुठ मारते हुए देख रही थी, लेकिन वो जैसे ही मेरी तरफ देखती, मैं छप्पर की दीवार कर आड़ में हो जाता। पर उसे पता था कि मैं उसे नहाते देख के मुठ मार रहा हूँ।

अब वो अपना पेटीकोट ऊपर करके अपनी जांघों पर साबुन लगा रही थी मुझे उसकी जांघें साफ दिखाई दे रही थी। मैं उसे नहाते हुए देख मुठ मार रहा था और वो कभी अपनी चूचियों को दबाती कभी अपनी जांघों को सहलाती और अचानक उसने अपना पेटीकोट ऊपर उठाया और अपनी चूत पर साबुन मलने लगी। अब मेरे हाथ की स्पीड बढ़ गई थी और मैं झड़ने लगा।

मैंने अपनी पैन्ट पहनी और छप्पर से बाहर निकल कर घर का पिछला दरवाजा खोल अन्दर जाते हुए उसे देखा तो वो मेरी तरफ ही देख रही थी और मुझे अपनी ओर देखते हुए देख के मुस्करा गई।

अब तो मैं उसे रोज उसे नहाते देखता हुआ मुठ मारने लगा और अब मैं धीरे-२ खुल के मुठ मारते हुए नहाते देखता और वो मुझे देखती हुई नहाते हुए अपनी चूची दबाती।

एक महीने बाद मेरी माँ और मेरा छोटा भाई मेरे मामा के घर गये तो मेरी माँ श्वेता को मेरे खाने के बारे में बता के गई क्योंकि मुझे खाना बनाना नहीं आता था।

जब मैं स्कूल से घर आया तो श्वेता ने मुझे बताया कि मेरी माँ मेरे मामा के घर गई है और आज से वो मुझे खाना खिलायेगी।

तो मैंने कहा- ठीक है !

उसने कहा- तुम आज शाम ७ बजे खाना खाने आ जाना !

फिर मैंने खाना खाया और फिर पिछवाड़े में आ गया तो श्वेता ने कहा- मैं नहा लेती हूँ।

मैंने कहा- ठीक है !

और मैं अपने छप्पर की ओर जाने लगा तो श्वेता ने कहा- वहाँ जाने की कोई जरूरत नहीं है, तुम यहीं बैठ के मुझे नहाते हुए देखो।

मैंने कहा- मैं तो कभी आपको नहाते हुए नहीं देखता !

तो वो बोली- मैं तुम्हें रोज देखती हूँ ! तुम रोज मुझे देखते हुए वहाँ छप्पर में मुठ मारते हो और अब झूठ बोल रहे हो !

तो मैंने कुछ नहीं कहा और वहीं बैठ गया, वो अपने कपड़े खोलने लगी और मुझसे पूछने लगी- तुझे मेरी कौन सी चीज बहुत अच्छी लगती है?

तो मैंने कहा- मुझे तो तेरी चूचियॉं बहुत अच्छी लगती हैं !

उसने कहा- तो फिर यहाँ आओ और इन्हें अच्छी तरह देखो !

मैं डरते हुए उसके पास गया और देखने लगा तो उसने डाँटते हुए कहा- इन्हें जोर-२ से दबाओ !

और मैंने उसकी दोनों चूचियों को जोर-२ से दबाना शुरू कर दिया।

फिर श्वेता ने मुझ से पूछा- राजेश क्या तूने कभी किसी को चोदा है या किसी को चुदाते हुए देखा है आज तक?

तो मैंने मना कर दिया।

तुम चुदाई के बारे में कुछ जानते हो क्या?

मैंने जवाब दिया- मैं चुदाई के बारे में कुछ नहीं जानता हूँ !

तो श्वेता कहने लगी- तुम आज रात हमारे घर ही सोना, आज मैं तुम्हें सब सिखाउंगी कि चुदाई कैसे करते हैं और चुदाई का कैसे मजा लेते हैं !

मैं मन ही मन बहुत खुश हुआ कि आज जमके चोदने को मिलेगा।

फिर मैं शाम को ७ बजे श्वेता के घर गया तो श्वेता सज धज के बैठी थी।

यारो, मैं तुम लोगों को बताना भूल गया था कि श्वेता के दो बच्चे भी हैं एक लड़का ३ साल का और एक लड़की १ साल की !

उसने पहले अपने बच्चों खिला के सुला दिया, फिर हम दोनों ने खाना खाया और टीवी देखने लगे। उस समय पर ये सीडी प्लेयर नहीं चले थे। श्वेता के घर में एक पुराना वीसीआर था तो श्वेता ने अपने वीसीआर में एक कैसेट लगाई और बोली- आज तुझे सब कुछ सिखा दूंगी !

थोड़ी देर में जब कैसेट चली तो उसमें दो लड़कियाँ एक लड़के को नंगा कर रही थी, एक ने उसकी शर्ट निकाली और एक ने पैन्ट ! जिस लड़की ने उसकी पैन्ट निकाली, उसने उसकी अण्डरवीयर निकाली और लण्ड पकड़ कर उसे चूसना शुरू कर दिया।

अचानक श्वेता ने मुझे खड़ा कर के मेरी भी पैन्ट निकाल के मेरा लण्ड चूसना शुरू कर दिया तो मुझे ऐसे लगा जैसे मैं स्वर्ग में पहुंच गया हूँ और श्वेता मेरे हाथों को अपनी चूचियों पर लाकर बोली- अब इन्हें जोर-जोर से दबाओ और चूसो भी !

तो मैं उसकी चूचियों को दबाने और चूसने लगा। थोड़ी देर बाद हम एक दूसरे के होंठों को चूस रहे थे। फिर श्वेता ने मुझे टीवी की ओर इशारा किया कि देखो वो लड़का कैसे उन लड़कियों की चूत चूस रहा है ! तुम भी मेरी चूत भी ऐसे ही चूसो !

फिर मैंने उसका पेटीकोट खोल दिया, मैंने देखा कि उसने नीचे कुछ नहीं पहना है और मुझे उसकी झाँटों से छिपी चूत नजर आने लगी। पहले मैंने उसकी चूत को चूमा और अपनी जीभ चूत के अन्दर डाल दी और चूसने लगा- वाह ! क्या स्वाद था उसकी चूत का ! थोड़ा नमकीन थोड़ा खारा ! मुझे तो मजा आ गया चूत चूसने में, श्वेता जोर-जोर से आ़ऽऽऽ….. और जोर सेऽऽ चूसोऽऽ ! और जोर….. से चूसो ….. बड़ा मजा आ रहा है ….. आह ….. ओह …… अब मैं झड़ने वाली हूँ ….. आह ……. ओर जोर से …….. आह …..मैं गई…..

और अचानक उसकी चूत का रस बुरी तरह बहने लगा तो श्वेता ने मुझसे कहा- मेरा रस पीओ !

तो मैं उसका पूरा चूत-रस पी गया, वो भी मेरा लण्ड बड़े प्यार से चूस रही थी।

श्वेता के झड़ने के थोड़ी देर बाद मेरा वीर्य भी निकलने लगा तो श्वेता मेरा पूरा वीर्य पी गई और कहने लगी- राजेश, मैंने आज तक तेरे वीर्य जैसा गाढ़ा और स्वादिष्ट वीर्य किसी का नहीं पिया !

फिर मैंने कहा- श्वेता, मुझे झांटों वाली चूत अच्छी नहीं लगती, और फिर टीवी की ओर इशारा करके बोला- मुझे उन लड़कियों की तरह सफाचट और साफ चूत पसंद है !

तो श्वेता बोली- मेरे राजा, तुम्हें थोड़ी मेहनत करनी पड़ेगी, मैं शेविंग का सामान लाती हूँ ! तुम मेरी चूत की शेव कर दो ! फिर दबा के चोदना !

मैंने कहा- हाँ यह ठीक रहेगा !

फिर वो शेविंग का सामान ले आई।

मैंने उसकी उसकी चूत पे शेविंग क्रीम लगाई और ब्रश को रगड़ने लगा। ब्रश के मुलायम बाल जब चूत के अन्दर गुदगुदी करते तो श्वेता आह…… ओह …… करने लगती। फिर जब खूब झाग बन गये तो मैंने रेजर लिया और शेव करना शुरू कर दिया। थोड़ी देर बाद चूत चमकने लगी और मैं दोबारा चूत चाटने लगा तो श्वेता बोली- क्या चूत ही चाटते रहोगे या चोदोगे भी !

मैं बोला- मुझे तो चोदना आता ही नहीं है !

श्वेता बोली- चोदोगे तभी तो चोदना सीखोगे ! चूत ही चाटते रहोगे तो चाटना ही सीखोगे।

फिर श्वेता चारपाई पर लेट गई और बोली- मेरे राजा यहाँ आओ और अपना यह मूसलचंद मेरी इस ओखली में डाल के दबा के कुटाई करो !

तो मैं बोला- मेरी चुद्‌दो रानी ! मेरी तो कुछ समझ में नहीं आया कि तुम क्या बोल गई ?

तो वो हंस के बोली- मेरे बुद्धू चोदू राजा ! अपना यह लम्बा लण्ड मेरी इस में घुसा दो !

और उसने अपनी टाँगें फैला दी, मैंने अपना लण्ड उसकी चूत पे रख कर धक्का मारा तो लण्ड फिसल के साईड में चला गया तो श्वेता बोली- मेरे प्यारे चोदू राजा, यह ऐसे ही अन्दर चला जाता तो हर आदमी चोदू बन जाता !

और फिर अपने हाथ से मेरा लण्ड पकड़ कर अपनी चूत के छेद पर लगाया और बोली- अब मारो धक्का, जोर से मारना कि पूरा लण्ड एक ही झटके में चूत को फाड़ के अन्दर चला जाये और फिर धुँआधार झटके मारना, मेरे दर्द की परवाह मत करना !

फिर मैने एक जोर का झटका मारा और पूरा लण्ड एक ही झटके में चूत के अन्दर पेल दिया, श्वेता जोर से चिल्ला पड़ी- आह ……… थोड़े धीरे, साले मारेगा क्या ………..

मैंने कहा- तुम ही तो बोली थी कि जोर से पेलना !

इतने जोर से पेलने को थोड़े ही बोला था ?

तो मैं रुक गया।

वो बोली- रुक क्यों गया साले?

तो मैं बोला- साली कभी रुकने को बोलती है कभी चोदने को !

तो वो बोली- कि मैंने तुझे पहले कहा था कि मैं कुछ भी बोलूँ तू रुकना मत ! जोर-जोर से धक्के मारते रहना ! तो तू रुका क्यों? अब जोर -जोर से धक्के मारते हुए चुदाई कर !

और चूचियों को भी खूब दबा और चूस !

तो फिर मैंने राजधानी मेल की तरह धक्कों की रफ़्तार बढ़ा दी। ३० मिनट तक दबा के चुदाई चली। इस दौरान श्वेता ३ बार झड़ी और जब मैं झड़ने वाला थ तो मैंने कहा- मेरा निकलने वाला है !

तो श्वेता बोली- राजा तुम अपना ये अमृत मुझे पिलाना ! मेरी चूत को मत पिलाना !

तो मैंने अपना लण्ड उसकी चूत से निकाल कर उसके मुंह में डाल दिया और वो मेरा पूरा वीर्य गटागट पी गई। उस रात उसने मुझे अलग-अलग आसनों से चोदना सिखाया और फिर हम रोज चुदाई करते ! जब उसका पति छुट्‌टी आता तो हम छुप के चुदाई करते।

फिर एक बार उसकी बड़ी बहन की लड़की उसके घर आई तो मैंने उसे भी चोदा ! उसका नाम बीरबती था, वो १९ साल की थी और उसके जेठ की लड़की विमला को कैसे चोदा और विमला की गांड कैसे मारी ये आपको अगली कहानी में बताउंगा !

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