Important Notice: Click on "Post Your AD" to post free ads !!!

Massage Girl in Gondia: Premium Relaxation Services

Our site can help you find a professional massage girl in Gondia who will help you relax in the best manner possible. We connect you with professional therapists who can offer you a massage that will make you feel better and more relaxed. The pros on our list are ready to provide you with a fantastic experience at your house or in one of their particular spots, whether you want to relax or get away from it all.

Introduction

Massage is currently one of the finest methods to relax your mind, body, and overall health. Our website makes it easy to locate the top massage services in Gondia that meet your demands. This will be a one-of-a-kind and calming experience for you.

Tottaa wants to make it simple for clients to find the top masseuse. The Gondia massage service providers on our list offer the greatest quality, comfort, and competence, whether you want a full-body massage or a massage for a particular location.

How Tottaa Helps Advertisers Reach More Customers

Tottaa is not only a list of masseuses, it’s also a secure location for them to show off what they can do. People in Gondia who are seeking massage services may find them on our website. This makes them easier to find and gets them more appointments.

Advertisers may simply put up profiles, offer their services, and talk about pricing and discounts on our sites. This makes sure that the relevant people notice your Gondia massage service, which makes it easier to obtain more customers.

Different Types of Massages We Offer

There are a lot of different types of massage services on our site, so you may choose one that works for you. You may choose the kind of treatment that works best for you, whether it’s profound rest or a particular type of therapy.

1. Swedish Massage

A calm and gentle way to ease muscular tension and improve blood flow. This Gondia massage is perfect for you if you want to relax and forget about your concerns.

2. Deep Tissue Massage

This approach employs a lot of pressure to get to deeper muscle layers. It’s helpful for folks who have muscular discomfort or stiffness that won’t go away. There are specialists on our profiles of massage girls in Gondia who are good at deep tissue treatments that function effectively.

3. Aromatherapy Massage

Calming massage strokes and essential oils are beneficial in making people feel improved both emotionally and physically. Most massage companies in Gondia employ the use of custom oil preparations to make you feel good.

4. Thai Massage

A therapy that wakes you up by using a mix of regular massage, stretching, and compression. This traditional massage in Gondia helps you relax, become more flexible, and get your mind and body back in harmony.

5. Hot Stone Massage

Heated stones are placed on various parts of the body to help with deep muscular tightness. People who want to feel good, relax, and help their muscles recover quickly can use this massage service in Gondia

How to Book Our Massage Services

Tottaa makes it simple and fast to book. With our listings, you can see what kind of massage you want, read about the providers, see that they are free and then contact them directly. After you choose, you can book a massage in Gondia at your convenient time and location. In order to get your desired massage services, apply the following simple steps:

Step 1: Browse Our Listings

Take a peek around our site to view a few massage professionals. Each listing gives you information about the many sorts of massages, how long they last, how much they cost, and where they are situated. This makes it easier to choose the finest ones.

Step 2: Compare and Shortlist

Examine the profiles carefully to compare how the services, talents, and reviews posted by customers differ. This phase makes sure you choose a business that has the style, pricing, and supply you desire.

Step 3: Connect with the Provider

When you have decided, use the information that you are offered so that you can contact them directly. One can communicate it to the massage giver thus making it understood what massage you want at what time and when.

Step 4: Confirm the Appointment

The date, time and place of the service, which could be your home, a hotel or the spa where the therapist may be found. You also need to agree on the payment method and any other accords prior to commencement of the course.

Step 5: Relax and Enjoy Your Massage

All you have to do on the day of the appointment is have your area ready for the house visit. The remainder will be handled by the expert. Take it easy and enjoy a massage that is made just for you.

Frequently Asked Questions

To locate a professional who can meet your needs, read our biography, reviews and advertising.

Yes, many of the therapists on our site will come to your house so you may feel safe and at ease.

You may pick based on talents since most adverts provide their qualifications in their profiles.

It would be advisable to make a reservation earlier to guarantee that you would be able to get a massage, particularly against the prevalent services of massage.

Not at all. Tottaa exclusively connects users with service providers. The doctor gets to choose how to handle payment.

Read Our Top Call Girl Story's

हेलो दोस्तों कैसे है आप लोग मे आज अपनी एक सच्ची घटने के बारे मे बताने जा रहा हु जो इसी साल जून के महिने मे हुआ है। मेरा नाम अशु है और मे बिहार सिवान का रहने वाला हु। मैं अभी b. Tech कर रहा हु और मैं 2nd ईयर का स्टूडेंट हु। मेरी उम्र 20 साल है और मेरी हाईट 5 फ़ीट 5 इंच है। मे दिखने मे कुछ खाश नहीं हु लेकिन उतना बुरा भी नहीं हु। मेरे लंड का साइज 7 इंच से हल्का बड़ा है और मोटा है। ये तो रही मेरी बात अब मैं आपलोगो को अपनी बुआ की लड़की के बारे मे बताता हु। उसका नाम बबली है और वो अभी अभी 12 ख़तम की है 1st devision से वो अपने नानी के साथ यानि की मेरे बड़ी दादी के साथ मेरे घर के बगल मे ही रहती है। उसकी उम्र 18 साल है उसका फिगर 32, 28, 34 है वो दिखने मे बहुत हो भोली और प्यारी लगती है। उसकी नानी के सिर्फ 4 लड़की ही है जो अपने अपbने घर पर रहती है तो नानी के साथ रहे के लिए बबली के मम्मी पापा उसको यहाँ रख गए और बबली यही से सब स्टडी की है। मै तो ये जब से यहाँ रहने आयी थी तब से इसके पीछे पड़ा हुआ था बात करना चोरी छुपे देखना मै सुरु से ही इसकी चुदाई करने के सपने देखता था। मे अपने विलेज मे इंग्लिश मेडियम स्कूल मे पढ़ा हु तो वो मेरे से ज्यादा ही बात करती थी और हर बात पूछती थी। अभी गर्मी के छुट्टी मे मै अपने घर गया हुआ था तो रोज उस से बात हो ही जाती थी। एक दिन उसकी नानी यानि की मेरी बड़ी दादी मेरे अपनी दादी के पास आयी और कुछ बात की फिर चली गयी। शाम को मेरी दादी ने बोला की आशु तुम बबली के घर चले जाओ वो उसकी नानी कही गयी है कुछ दिन के लिए। तो मे बोला ठीक है और घर से खाना कहा के लगभग 8 बजे उसके घर चला गया। वहां गया तो देखा की बबली नाहा के आयी है और laging और tshirt पहन के टेबल पंखा के सामने बैठ के बाल रही है। तो मै गया और एक चेयर ले कर बैठ गया उसके सामने और बात करने लगा थोड़ी देर बात करने के बाद हवा अच्छा चल रहा था तो वो बोली की चलो भैया छत पर चलते है थोड़ा टहल के आयेंगे फिर सो जायेंगे। तो मैंने भी बोला चलो तो छत पर गए उसका घर 1मंजिला है और छत पर बॉउंड्री दिया हुआ है। तो 1घंटे ऊपर रहे बहुत बात किये और बात बात मे ही बबली मेरे से बोली की भैया वैसे एक बात पुछु। तो मैंने बोला हा पूछो क्या बात है?? तो वो बोली की सच्ची सच्ची बताना कॉलेज मे यों gf बनाये ही होंगे। तो मैंने बोला की नहीं यार अभी तक तो कोई लड़की मेरे से पति नहीं है और जो कोई लड़की मुझे थोड़ा भाव देती है वो मेरे टाइप की नहीं लगती। तो बबली बोली की भैया आपको कैसी लड़की पसंद है। तो मैंने भी मज़ाक मे बोला मुझे तेरे जैसी लड़की पसंद है, कुछ देर सांत रहने के बाद वो फिर सो बोली की मेरे जैसी लड़की, मेरे मे आपको क्या ऐसा लगता है की आपको मेरे जैसी लड़की पसंद है। तो मे बोला की तू भोली सी प्यारी सी लगती है और तुम दिखने मे व सेक्सी लगती हो। तो वो बोली की भैया मै दिखने मे सेक्सी लगती हु तो मैंने बोला की हां तू है। तो वो बोली की भैया मेरे मे ऐसा क्या है जो मै आपको सेक्सी लगती हु। मे बोला छोड़ ना बस मेरे को कोई तेरे जैसी लड़की नहीं मिली बस इसलिए gf नहीं बनाया। फिर हम ऐसे ही हसीं मज़ाक करते करते निचे कमरे मे आ गए और सोने के लिए बबली ने बिस्तर लगाया और खुद पलंग पर दीवाल के साइड मे सो गयी और मैंने उस से बोला की मेरा बिस्तर किधर है तो वो बोली की भैया आप यही सो जाओ ना ये तो रहा खाली पलंग। तो मै बोला ठीक है और वही सोने लगा मै फ़ोन मे बिजी हो गया और थोड़ी बहुत बात भी हो रही थी। साढ़े दस हुआ तो मे देखा की बबली सो रही है और वो मेरे तरफ मुँह कर के लेटी हुई है। मैंने ज़ब गौर से देखा तो पाया की आज बबली ब्रा नहीं पहनी है। और उसके दोनों चुचे एक दूसरे से सट रहे है। तो मैंने अपना फ़ोन साइड मे रखा और उसके चुचे tshirt के ऊपर से ही छूने लगा वो क्या ही मुलायम रुई के तरह उसके चुचे थे मेरा तो उसको छूते ही लंड खड़ा हो गया पेंट मे ही और बाहर आने के लिए तड़पने लगा। वैसे ही उसके बूब्स दबाते दबाते एक हाथ से अपना लंड सहला रहा था। फिर जब कोई प्रतिक्रिया नहीं हुई तो मैंने उसका tshirt हल्का ऊपर कर के अपना हाथ अंदर डाल के उसके बूब्स को छूने लगा और दबाने लगा उसके मौसमी से हलके बड़े बूब्स क्या ही मस्त मुलायम थे। तभी अचानक से हल्का हलचल हुआ तो मैंने अपना हाथ निकल दिया और वो मेरे तरफ अपनी गांड कर के सोने लगी अब कुछ देर बिता तो मै उसका गांड छूने लगा और तजोड़ा सा चिपक के अपना लंड उसके गांड के छेद के पास रगड़ने लगा मुझे बहुत ही अच्छा लग रहा था। 5 मिनट करने के बाद वो सीधी हो कर लेट गयी अब मेरा मन उसके चुत को छूने का करने लगा मै laging के ऊपर से ही उसके चुत को सहलाने लगा था। धीरे धीरे मैंने हिम्मत की और अपना हाथ उसके laging के अंदर डाल दिया वो अंदर चढ़ी पहनी उइ थी तो मै सीधे चढ़ी के अंदर अपना हाथ डाल दिया और उसकी चुत को सहलाने लगा तो देखा की उसके चुत पर हलका लस लस कर रहा है तो मै सोचा की सायद ये जग रही है बस कुछ बोल नहीं रही है। तो मैंने क्या कोयन की एक ऊँगली उसके चुत के छेद पर लगाया और ऊँगली अंदर डालने की एक्टिंग करने लगा तभी अचानक से उसने मेरा हाथ पकड़ लिया और बोली भैया ये क्या कर रहे हो। तो मैं बोला की कुछ नहीं बस तुमको सोते हुए देखा तो मन फिसल गया तो वो बोली की बस सोते हुए देखते हो तभी मन फिसलता है तो मे बोला क्या मतलब तो बोली की ये बस तुम अकेले ही मजा लोगे या मुझे भी कुछ मजा दोगे। उसके मुँह से इतना सुनते ही मेरा लंड एकदम से टन टना गया मे उसको अपने ऊपर खींच लिया और किश करने लागा और उसका पीठ से tshirt हल्का ऊपर कर के पीठ सहलाने लगा फिर कुछ देर के बाद मै उसके बेड पर लेटाया और मस्त लिप किश फिर गर्दन पर फिर धीरे धीरे उसके बूब्स पर आ गया और उसका टीशर्ट निकल दी तो उसके बूब्स मेरे सामने नंगे हो गए और मे उनको दोनों हाथों से पकड़ के हल्का हल्का दबाने लगा और फिर एक एक कर के चूसने लगा उसको भी मजा आने लगा था। वो भी सिसकियाँ ले कर मेरा साथ दे रही थी। फिर मै उसके पेट पर किश करते हुए पेट चाटते हुए उसके चुत पर आ गया। मैंने उसके laging के साथ चढ़ी भी निकल दी एक ही बार मे। तो उसकी हलकी बालो वाली चुत मेरे सामने लाइट के चमक मे जो उसकी चुत ने हलकी सी पानी छोड़ी थी उसमे एकदम से चमकने लगा। मैंने उसके चुत पर किश किया तो वो एकदम से सिहर गयी और मेरे बालों पर अपनी हाथ से सहलाने लगी और मै उसकी चुत को चाटने लगा। 5 मिनट चाटने के बाद मैं उसको दुबारा किश करने लगा। फिर मे उसको बोला की मेरा कपड़ा कौन खोलेगा तो वो खड़ी हुई मै पहले ही खड़ा हो गया था उसने मेरी टीशर्ट निकली फिर मेरे ट्रॉउज़र का नाड़ा खोलते हुए उसको निचे सरका दिया। फिर वो मेरे को किश करते हुए मेरे लंड को अंडरवियर के ऊपर से ही सहलाने लगी। फिर वो घुटनो के बल बैठ गयी और मेरा अंडरवियर निचे कर के मेरे लंड को देखि जो बिलकुल ही टाइट पड़ा हुआ था उसको अपने हाथ मे ले कर हल्का हल्का आगे पीछे करने लगी तो मै बोला की ये सब कहा से सीखा है तुमने. तो वो बोली की भैया.... तो मैंने उसको डाटा और बोला की जब कोई नहीं होगा तो तू मेरे को आशु बोलना तो फिर वो बोली की आशु मै वो सेक्स वीडियोस देख के ये सब सीखा है तो मैंने बोला की लंड चूसना भी आता होगा तो वो धीरे धीरे मेरे लंड को अपने जीभ से चाटने लगी और फिर लंड मुँह मे डाल के मस्त लॉलीपॉप के तरह चूसने लगी. मुझे तो जन्नत का मजा मिल रहा था 5 मिनट हुआ था की मुझे लगा मेरा पानी निकलने वाला है तो मै उसको बोला तो वो बोली की आशु मेरे बूब्स पर पानी निकल दो उसको मसाज करना है। तो मै उसकी मुँह से लंड निकला और 2 या 3 बार आगव पीछे किया तब तक मस्त पानी की एक धार उसके बूब्स के बीचो बिच मे गिरा और मेरा पानी निकल गया फिर उसने उसको चाट के साफ किया और फिर हम किश करने लगे। लगभग 10 मिनट के बाद मेरा लंड फिर से खड़ा हो गया तो मै उसको बेड पर लेटाया फीर उसकी चुत मे एक ऊँगली डालने की कोसिस करने लगा चुत चाटते हुए ऊँगली डाल रहा था 1 ऊँगली तो चली गयी थी फिर मैंने अपने लंड पर अच्छे से ढेर सारा थूक लगाया और उसके चुत के मुँह पर सेट कर के एक धक्का दिया मेरे लंड का टोपा अंदर चला गया तो उसने एक तेज सिसकी ली फिर सांत हो गयी। उसके शांत होने के 1 मिनट के बाद मैंने एक और झटका दिया तो मेरा आधा लंड अंदर चला गया तो वो थोड़ा तेज दर्द से कराह गयी मैंने उसके होठों पर अपने होंठ रखे और उसके बूब्स को हल्का हल्का मसलते हुए आगे पीछे करते करते पूरा लंड उसके चुत मे डाल दिया। थोड़ी देर रुका तो दर्द कम हो गया था तो अब धीरे धीरे मै उसको चोदने लगा। कुछ देर करने के बाद उसे भी मजा आने लगा तो वो भी अपना कमर हिला हिला के हर धके का मजा मस्त सिसकियाँ के साथ लवने लगी। कुछ देर वैसे करने के बाद मैंने उसको घोड़ी स्टाइल मे पीछे से उसके चुत मे लंड डाल के चुदाई करने लगा इसमें मे उसके उज झुक कई उसके बूब्स को पकड़ लेता और मस्त पीछे से धक्का लगता। फिर अपना लंड उसके चुत से निकला और मै बेड पे लेट गया और उसको मेरा लंड चूसने बोला तो वो मेरे लंड को मुँह मे ले कर मस्त लॉलीपॉप की तरह चूसने लगी फिर मै उसको अपने लंड पर बिठाया और निचे से धक्का देना सुरु किया। रात मे रूम के लाइट मे हमारे पसीने से भीगा हुआ शरीर मस्त चमक रहा था उस समय। फिर मैंने महसूस किया की मेरा पानी निकलने वाला है तो मे उसको बताया तो बोली की मेरे मुँह मे दो मे उसका टेस्ट करना चाहती हु। फिर मै खड़ा हो गया और वो घुटने के बल बैठ के मेरा लंड चूसने लगी कुछ ही देर मे मेरे लंड से एक तेज धार निकला और उसके मुँह मे भर गया। और वो सारा पानी पी गयी फिर मेरा लंड चूस के चाट के साफ कर दी फिर हम ऐसे ही बेड पर लेट गए और उस रात लगभग 3 बजे तक 1 राउंड और किये फिर हम दोनों नंगे ही सो गए। सुबह उठा तो देखा की बबली उठ गयी है और खाना बना रही है। मै उठा तो नंगा ही था और मेरा लंड सुबह मे पूरा टाइट था वो देख के बोली की अभी फिर से खड़ा हो गया है। तो मै बोल दिया की तुम हो ही ऐसी की इसका मन कर रहा है की तुम्हारे ही अंदर पड़ा रहे। फिर हस दिया और अपने घर आ गया। फिर आगे क्या क्या हुआ कैसे हुआ मे सब बताऊंगा आपलोगो को बस आपलोग अपना प्यार और स्नेह मेरे पर बनाये रखे मिलते है अगले कहानी मे। तब तक के लिए बाय....!!

Antarvasna

अनिल उमा की गांड Antarvasna पर चुटकी काटते हुआ बोला- उमा जी, जरा तुम्हारी गांड मार ली जाय! बहुत सुंदर लग रही है और बहुत दिन से किसी लोंडिया की गांड भी नहीं मारी है! चलो रानी, जरा कुतिया बन जाओ!

उमा बोली- एक्स्ट्रा चार्ज लगेगा!

अनिल ने हज़ार के 5 नोट उमा की तरफ बढ़ाये और बोला- ये लो रानी! लेकिन प्यार से गांड मरवाना!

उमा पलंग पर घोड़ी बन गई और बोली- हज़ूर, देर किस बात की! अब ठोक ही दो! पिछले 30-35 दिन से ठुकवाई भी नहीं है।

उमा अपने हाथ कोहिनी के सहारे पलंग पर रखकर घोड़ी बन गई। मेरा मुँह उमा के मुँह की तरफ था। राजू मेरे सर को अपनी गोदी में रखकर मेरे संतरों से खेल रहा था। अनिल अपना लौड़ा उमा की गांड के मुँह पर रख कर उसे घुसाने की कोशिश में लगा था। अनिल उमा से बोला- साला घुस ही नहीं रहा है! बड़ी कसी हुई है! पिछली बार तो आराम से घुस गया था!

उमा बोली- साइड में जेली क्रीम रखी है उसे लगा, तब घुसेगा।

राजू ने क्रीम निकाल कर अनिल को दे दी। उसने अपनी उंगली में ढेर सी क्रीम लगाई और उमा की गांड क्रीम से भर दी। राजू ने मुझे भी घोड़ी बना दिया और अपना लंड मेरी चूत में पीछे से घुसा दिया और धीरे धीरे मेरी चूत में धक्के मारने लगा। अब मेरा मुँह उमा की गांड की तरफ था। हम दोनों पलंग पर 90 डिग्री का कोण बना रहे थे।

अनिल बोला- थोड़ी क्रीम साली की गांड में भी लगा! इसकी गांड भी मारूंगा। साली लौड़ा नहीं चूसती है ना!

राजू ने लंड निकाल कर अपनी उंगली मेरी गांड में घुसा दी और मेरी गांड भी क्रीम से भर दी। कुछ देर उसने उंगली मेरी गांड में आगे पीछे की और दोबारा मेरी चूत में लंड घुसा कर मुझे चोदने लगा।

अनिल उमा की गांड में बड़े प्यार से उंगली घुसा कर उसकी गांड की मालिश कर रहा था। थोड़ी देर बाद उसने उमा की गांड पर अपना लंड रख दिया और एक झटका तेजी से मारा। उमा के जोर से चीखने की आवाज़ आई। उमा चीख सी रही थी- कुत्ते, छोड़! मर गई! मर गई! हरामी रंडी की औलाद लौड़ा निकाल! फट गई!

मैंने मुँह उठा कर देखा तो दंग रह गई। अनिल ने अपना आधा लंड उमा की गांड में घुसा दिया था और उसे अंदर घुसाने की कोशिश में लगा था। उमा बुरी तरह चीख रही थी। थोड़ी देर में उसका लंड पूरा उमा की गांड में फिट हो गया। अब राजू मेरी चूत और अनिल उमा की गांड पेल रहे थे। मुझे चुदने में अब बहुत मजा आ रहा था। थोड़ी देर में उमा भी मीठी मीठी सिसकारियाँ और चीखें मारने लगी। अनिल का लौड़ा उसकी गांड में आगे पीछे होते हुआ मैं बड़े आराम से देख रही थी।

अनिल मेरे बाल खींचते हुआ बोला- साली, तेरी भी अभी मारूंगा! देख ले और देख ले!

उमा गांड हिला हिला कर गांड मरवाने का मजा ले रही थी। कुछ देर बाद दोनों लोगों ने अपना लंड निकाल लिया। दोनों के लंड पूरे तने हुए खड़े थे, शायद गोली का असर था। मेरी चूत में मीठा दर्द हो रहा था। अनिल ने उमा की गांड से लंड निकाल लिया और मेरे मुँह के पास लंड रखकर बोला- राजू, तू उमा की गांड में घुसा! मैंने खोल दी है!

राजू ने मेरी चूत से लंड निकाल कर उमा की गांड में घुसा दिया। राजू का लंड अनिल से पतला था इसलिए उमा की फटी गांड में आराम से घुस गया। उमा बिस्तर पर लगभग लेट सी गई थी, राजू का लंड उमा की गांड में सरपट दौड़ने लगा।

अनिल ने कंडोम निकालकर फ़ेंक दिया था और मेरे मुँह पर अपना लौड़ा रखकर मेरी चूचियाँ कस के दोनों हाथों से मसल दीं और बोला- ले कुतिया लौड़ा चूस!

लेकिन मुझे लौड़ा चूसने से चिढ़ थी, मैंने अपना मुँह बंद रखा।

अनिल बोला- हरामिन साली! रंडी नखरे करती है, अभी मजा चखाता हूँ!

उसने मेरे पीछे आकर अपना लंड मेरी चूत में घुसा दिया। अनिल का लंड अच्छा मोटा था उसने पूरी ताकत से एक झटके में मेरी चूत में लंड पेल दिया।

मैं जोर से चिल्ला उठी- उई मर गई!

अनिल मेरी चूची कस कस कर नोच रहा था, मैं जोर जोर से चिल्लाने लगी थी- उई मर गई!

उमा भी हलकी हलकी सिसकारियाँ ले रही थी। अनिल का लंड मेरी चूत में तेजी से झटके खा रहा था। राजू का लंड झड़ चुका था, उमा चुदने के बाद बिस्तर पर एक घायल कुतिया की तरह लेट गई। अनिल ने अपना लंड मेरी चूत से बाहर खींच लिया। उसका लंड अभी भी टनटना रहा था। अनिल अब मेरी मेरी गांड में अपनी उंगली घुसा रहा था और उसे गांड में अगूंठी की तरह घुमा के आगे पीछे कर रहा था, साथ ही साथ गुर्रा रहा था- रंडी साली! तेरे को तो मैं बताता हूँ! लौड़ा चूसने से मना करती है ना!

मेरी गांड में अजीब सी खुजली हो रही थी और मुझे समझ नहीं आ रहा था अब यह क्या करेगा!

उसने पास में रखी जेली ट्यूब पूरी मेरी गांड में पिचका दी, राजू से बोला- कुतिया तेरा लौड़ा चूसने से मना कर रही थी? अभी साली से चुसवाता हूँ! पूरे पचास हज़ार दिए हैं! सारे छेदों में डालूँगा हरामिनो के! साली शरीफ बनती हैं! इसके मुँह पर लौड़ा रख और कस कर इसकी चूचियाँ दोनों हाथों से पकड़!

राजू मेरी चूचियाँ पकड़ कर खड़ा हो गया और अपना लंड मेरे मुँह के आगे रख दिया। मैंने अपना मुँह नहीं खोला। अनिल ने चूत में से अपना लंड निकाल कर मेरी गांड के मुँह पर रख दिया और झटके से मेरी गांड में घुसा दिया। मैं एकदम से चिल्ला उठी- उई, मर गई! मर गई!

लंड मेरी गांड में थोड़ा सा घुस चुका था और वो पूरा घुसाने की कोशिश कर रहा था। मैं चिला रही थी- उई मर गई! छोड़ कुत्ते छोड़! फट गई! फट गई!

मेरी आँखों से आंसू आ गए थे, मैं झटका दे रही थी कि मेरी चूत से लौड़ा निकल जाए लेकिन अनिल और राजू की पकड़ बड़ी मजबूत थी। अनिल बोला- कुतिया इतना क्यों चिल्ला रही है? अभी तो दो इंच भी अंदर नहीं घुसा है, साली कितनी कसी हुई गांड है तेरी? इतना दर्द हो रहा है तो चुपचाप लौड़ा चूस ले ना! नखरे क्यों करती है?

अनिल कस कर मेरी कमर पकड़े हुआ था और राजू मेरे दोनों संतरे दबाए हुए था, अनिल चिल्लाया- राजू कुतिया को छोड़ियो नहीं जब तक तेरा लौड़ा मुँह में न ले ले!

अनिल पूरी ताकत से लंड मेरी गांड में घुसाने की कोशिश कर रहा था, मैं दर्द के मारे मरी जा रही थी और रोते हुए चिल्ला रही थी।

उमा भी मुड़ कर मेरी तरफ देख रही थी, उमा बोली- अनिल जी, इसे छोड़ दो! इसने आज तक गांड नहीं मरवाई है! मर जायेगी!

अनिल बोला- साली हर कुतिया को एक न एक दिन तो खुलवानी ही पड़ती है! चूत भी तो साली की खुली होगी! आज कुतिया की गांड मैं खोल देता हूँ! हरामिन मेरे यार का लौड़ा चूसे तो इसे छोड़ सकता हूँ!

अनिल ने दम लगा के अपना लंड कुछ और अंदर तक तक मेरी गांड में ठोंक दिया था। राजू का लंड मेरे मुँह के आगे झूल रहा था। अनिल ने अपना लंड मेरी गांड से बाहर निकाला तो मुझे कुछ शांति सी लगी लेकिन अगले ही सेकंड एक तेज झटका मेरी गांड पे लगा लंड गांड में और अंदर तक घुस गया था। मेरी जोरों से चीख निकल गई।

अनिल चिल्लाया- तू साली हरामजादी लौड़ा नहीं चूसेगी तो तेरी तो गांड ही मारनी पड़ेगी।

अनिल ने लंड मेरी गांड में दौड़ाऩा शुरू कर दिया। मेरी जोरों से चीख निकल गई। .मेरा दर्द असहनीय हो रहा था, मैं बोली- छोड़ कुत्ते छोड़! ले मैं मुहं में लेती हूँ!

अनिल ने गांड से लंड निकाल लिया। मरती क्या न करती- मैंने राजू का मुरझाया हुआ लंड अपने मुंह में ले लिया। अनिल ने मेरे चूतड़ौ॑ पर हाथ मारा और बोला- शाबाश मेरी रंडी! पहले इसका चूस! फिर मेरा चूसियो!

अनिल ने अपने लंड का सुपाड़ा मेरी गांड के मुँह में छुला रखा था जिसके कारण गांड के मुँह पर चुभन सी हो रही थी।

पहली बार मेरे मुँह में लंड घुसा था, मैं उसे चूसने लगी। मुझे पता था कि अगर मैंने लंड बाहर निकाला तो मेरी गांड फाड़ दी जायेगी।

थोड़ी देर में राजू का लंड दोबारा खड़ा होने लगा, लेकिन जैसे जैसे मैं लंड चूस रही थी मेरे बदन में मस्ती सी बढ़ती जा रही थी। सच, मुझे जबरदस्त मजा आ रहा था। अब मैं पूरी मस्त होकर लौड़ा चूस रही थी। मुझे पता चल गया था कि जब तक कोई चीज़ चखो नहीं, तब तक उसके मजे का पता नहीं चलता है।

राजू का लंड अब पूरा खड़ा हो गया था, उसे अब मैं बिल्कुल ब्लू फिल्म की हिरोइन की तरह चूसने लगी थी।

अनिल दोनों हाथों से मेरे चूतड़ों को दबाते हुए बोला- शाबाश मेरी जान! यह हुई न बात! और उसने अपना लंड मेरी चूत में फिट कर दिया।

मैं चिहुंक उठी लेकिन अगले ही क्षण पूरा लंड मेरी चूत में घुस गया था और चूत में आगे पीछे दौड़ने लगा था। इस समय मुझे पता चल रहा था कि दो दो लंडों का मजा क्या होता है। मुझे मस्त मजा आने लगा था, अब मैं पूरी मस्त होकर लंड चूस रही थी, साथ ही साथ चूत भी मैंने ढीली छोड़ दी थी। मेरी चूत की चुदाई भी शुरू हो गई थी। दो लंडौं से पिलवाने का मजा क्या होता है, लिख कर नहीं बताया जा सकता। वाकई अब मैं असली कुतिया होने का मजा ले रही थी। सच! यह तो जन्नत का मजा था! मैंने सोच लिया था कि अगर अब अनिल गांड मारेगा तो कितना ही दर्द हो गांड भी एक बार मरवा लूंगी। पता तो चले गांड मरवाने में कितना मजा आता है!

थोड़ी देर बाद राजू ने मेरे मुँह में अपना नमकीन वीर्य छोड़ दिया। मैंने एक झटके में अपना मुहं खोल के सारा वीर्य बाहर थूक दिया।

अनिल बोला- रानी अमृत बाहर फेंकती हो? अभी मजा चखाता हूँ!

और उसने मेरी कमर कस के पकड़ कर पूरी ताकत से अपना लंड मेरी चूत से निकाल कर मेरी गांड में ठोंक दिया। मेरी चीख निकल पड़ी। उसने झुककर मेरे संतरे कस कर दबा लिए थे और उन्हें मसलते हुए बोला- साली बड़ी टाइट है तेरी! 3-4 इंच से ज्यादा घुसता ही नहीं है! लेकिन आज तेरी अब फाड़ कर ही चोदूंगा!

मैं दर्द के मारे जोर जोर से चीख रही थी, उमा लेटे लेटे बोली- रीता, थोड़ी गांड ढीली छोड़ दे! जब तक इनका लंड पिचकेगा नहीं, यह नहीं मानेंगे!

अनिल बोला- साली की फटेगी नहीं तब तक नखरे करेगी। आज फट गई तो अगली बार अच्छी तरह से मरवाएगी।

और उसने मेरी गांड को गोदना जारी रखा। मैंने अपनी गांड ढीली छोड़ दी, मैं एक तरह से अब गांड मरवाने को तयार थी। अनिल का लंड लगभग पूरा गांड में घुस गया था और वो अब मेरी गांड मार रहा था। मैं जोर जोर से चीख भी रही थी लेकिन मुझे अब गांड मराने में मजा भी आ रहा था। उमा खेली खाई थी, वो समझ गई कि मुझे अब गांड फटवाने में मजा आ रहा है।

उमा मुस्कराती हुई बोली- रीता, मस्ती आ रही है? ले ले मजा! फिर पता नहीं कब मौका आएगा!

थोड़ी देर बाद अनिल झड़ गया और पस्त होकर लेट गया। अब हम चारों ही पस्त थे। मेरा पूरा बदन दुःख रहा था, मैं समझ गई थी कि चुदाई क्या होती है लेकिन साथ ही साथ मुझे पता चल गया था कि लंड चूसने में कितना मजा आता है। मुझे इस बात की भी ख़ुशी हो रही थी कि मैंने गांड मरवाने का मजा भी ले लिया।

सुबह दस बजे मेरी नींद खुली। उमा की नौकरानी चाय बना कर ले आई। हम चारों बिस्तर पर नंगे पड़े हुए थे। अनिल मेरे गले में हाथ डालकर बोला- रानी, कल रात के लिए गुस्सा तो नहीं हो? थोड़ी ज्यादा ही मार ली तुम्हारी!

राजू उमा के गले में हाथ डाले था। लंड दोनों के शांत थे। अनिल बोला- उमा जी, वाकई कमाल का हुस्न है आपकी सहेली का!

चाय पीने के बाद हम लोगों ने अपने कपड़े पहन लिए। अनिल बोला- रानी ना नहीं करना! एक बार लौड़ा और चूस लो!

उमा बोली- चूस ले! इतना नखरा भी क्या!

अनिल ने अपनी पैंट खोल कर मेरे मुँह पर लौड़ा रख दिया। अब मुझे लौड़ा चूसने में कोई हिचक नहीं थी। अगले मिनट मेरे मुँह में अनिल का और उमा के मुँह में राजू का लौड़ा था। हम दोनों ने दस मिनट लगातार उनके लौड़े चूसे और इस बार उनका लंड रस भी मैंने अपने मुँह में लिया। वीर्य शुरू में मुझे थोडा अच्छा नहीं लगा लेकिन उमा ने बताया कि दो तीन बार पीयेगी तो अमृत सा लगने लगेगा और रोज़ अपने पति का जबरदस्ती पीयेगी।

मैंने उमा की बात मानते हुए पूरा वीर्य अपने मुँहं में ले लिया। इसके बाद राजू ने भी मुझे अपना लौड़ा चुसवाया।

वाकई अब मैं लौड़ा चूसने की दीवानी हो गई थी। अनिल और राजू उसके बाद उमा के घर से चले गए।

उमा बोली- यार मुझे पता नहीं था कि ये लोग इतनी बुरी तरह चोदेंगे! तेरी भाभी को भी एक बार अनिल चोद चुका है लेकिन तब इसने बड़ी शराफत से चोदा था। माफ़ कर दे यार!

मैं बोली- उमा, तूने मुझे एक रात के लिए कॉलगर्ल बना दिया लेकिन मुझे पता चल गया कि लौड़ा चूसने में कितना मजा आता है! और अनिल ने मेरी गांड भी खोल दी जो शायद अगर मैं अपने पति के साथ रहती तो कभी नहीं खुलती! मैं तेरा धन्यवाद अदा करती हूँ लेकिन अब मैं अपने पति के साथ जाकर रहूंगी क्योंकि अब मैं बिना चुदे नहीं रह सकती।

मेरे होटों पर कटे के निशान थे, मैं दो दिन उमा के पास रुकी। उमा ने बताया कि उसके दूधवाले का लंड आठ इंच लम्बा और चार इन्च मोटा है। उमा के कहने पर मैंने उसके दूधवाले का लंड चूसा। सच जन्नत का मजा आया मुझे।

दो दिन बाद मैंने अपना सामान बांध लिया और उमा से बोली- उमा, जिन्दगी का असली मजा चुदने में ही है! अब मैं अपने पति से चुदूंगी क्योंकि उन्होंने हमेशा प्यार से लंड चूसने को कहा, मैंने नहीं चूसा। अब मुझे पता चल गया है कि लौड़ा चूसने में कितनी मस्ती आती है। तेरा धन्यवाद कि तूने मुझे एक रात रंडी बनाकर मुझे सेक्स के असली मज़े का ज्ञान कराया। मैं एक रात के लिए रंडी बन गई लेकिन इसका भी अपना मजा था।

उमा ने मेरे हिस्से के 25000 रुपए मुझे दे दिए जो मैंने रख लिए क्योंकि रंडी तो मैं बनी ही थी।

आपकी उषा रांड Antarvasna

Antarvasna

दोस्तो, बात Antarvasna पिछले कुछ दिनों की ही है, जब मुझे गांड मरवाने के लिए लंड की तलाश थी।

उस रात मेरे घरवाले शादी पर चले गए और मुझे अन्तिम समय पर पता चला कि मुझे घर में ही रुकना है। बल्कि मैंने अपनी पढ़ाई का वास्ता देकर खुद को रोक लिया, मैं अक्सर अकेला घर में रुक लेता हूँ क्यूंकि मुझे तो मौज लग जाती है, लेकिन उस रात मुझे कोई लंड नहीं मिल पा रहा था। कोई भी आशिक शहर में नहीं था। लेकिन मैं तो चुदाई के लिए मचल रहा था क्यूंकि यह मौका मैं कभी नहीं छोड़ता। पहले भी यही मौका होता है जब मैं खुलकर गांड मरवाता हूँ।

मैंने अपना कंप्यूटर ऑन किया और याहू पर चैट करने लगा। वहाँ मुझे अपने सिटी के एक गांडू ने पता बताया। मैं तुंरत कार निकाल अपने घर से उसके बताये पते पर चला गया। वहाँ दो हट्टे-कट्टे मर्द बैठे हुए थे। मुझे संकोच सा हो रहा था, वो मकान बन रहा था ठेकेदार अपने दोस्त के साथ दारु पी रहा था, चौकीदार उनको सर्व कर रहा था। कार दो बार सामने से निकाली उसकी तरफ देखते हुए होंठ दबा कर जुबान होंठों पर फेरता हुआ !

वो कुछ-कुछ समझ चुका था लेकिन मैं वहाँ नहीं मरवाना चाहता था। फिर मैंने कार आगे जाकर रोक दी और स्टार्ट रखे बैठा रहा वो मेरे पास आया और शीशा नॉक किया। मैंने बटन से शीशा नीचे किया, वो बोला- कौन है तू? किसी से पिटाई करवाएगा अपनी ! तेरी गाण्ड टिकती नहीं है क्या ?

मैंने भी हंसते हुए कहा- नहीं टिकती दोस्त ! बैठ तो सही, चलती कार में पूछ लेना !

वो बैठ गया, बोला- अब इस रास्ते ना आईयो ! शक करेंगे ! पिछले प्लाट खाली हैं, वहीं से आते हैं।

बोला- बता क्यूँ घूम रहा है?

मैंने उसकी जांघ सहलाते हुए कहा- घर में अकेला हूँ, गांड टिकती नहीं है।

मैंने उसके लौड़े को सहलाते हुए कहा- बबलू ने मुझे यह पता दिया है।

उसने खुद जिप खोल दी और लौड़ा निकाल लिया। क्या लौड़ा था दोस्तो, थोड़ा टेढ़ा सा था, ऊपर से नोकीला था। मैं पूरा लौड़ा सहलाते हुए मजा लेने लगा।

उसको भी अच्छा लगने लगा, बोला- बबलू तो माल है, क्या तू भी उसका चेला है?

मैंने उसके घर के पिछवाड़े में लाइट्स बंद कर कार रोकते हुए झुक कर मुँह में ले लिया। वो खुद एक हाथ से अपना लौड़ा पकड़ दूसरे हाथ से मेरे सर को दबाते हुए चुसवा रहा था।

मैंने कहा- चलो, घर चलते हैं !

बोला- उसका क्या करूँ ? वो मेरा मेहमान समझ ले, दोस्त समझ ले ! दूसरे शहर से आया है।

बिठा लो, उसको भी ले चलते हैं !

बोला- रुक, अभी आया !

अपने दोस्त को उसने आगे बिठा दिया।

वाह ! उसने लुंगी पहनी थी, कच्छे से लौड़ा दिख रहा था। मैंने चलते हुए उसकी लुंगी में हाथ घुसा दिया और लौड़ा मसलने लगा। वो बहुत खुश हुआ। मैंने भी उल्टे सीधे रास्तों से कार निकाली ताकि मेरे घर का रास्ता न जान पाएँ। रात का समय था। घर पहुंचा बिना रुके साथ वाले प्लाट में गाड़ी लगा दी, वहाँ से छोटे दरवाज़े से उनको अन्दर लेकर गया और दरवाजा खोल उनके लॉबी में बिठा दिया। गेट लॉक किया, अन्दर आया, अपने कमरे में बिठा दिया। दारु की बोतल खोली, बर्फ़ लाया, नमकीन लाया। एक-एक पैग खींचने के बाद एक-एक और पैग बनाकर दोनों के बीच बैठ गया। दोनों ने अपनी लुंगी और पजामा उतार कर फेंक दिया। दोनों के लौड़े आधे खड़े हुए मेरे हाथ में थे। शराब डाल डाल कर चुसवाने लगे, देखते ही उनके लौड़े अब तन कर सलामियाँ देने लगे। क्या लौड़े दिए थे भगवान् ने उनको ! वाह यारो ! मैं खुश था।

दोनों ने मिलकर मेरा पजामा उतार दिया और मेरी चिकनी गांड पर हाथ फेरने लगे। मेरे मुँह से सिसकियाँ निकल रही थी। जैसे ही मुझे ऊपर से नंगा किया, दोनों हैरान हो गए, मेरी लड़कियों जैसी छातियाँ देख देख पागल से होने लगे। एक एक पैग डाल पहले मैं कुतिया की तरह चलते हुए मेज़ की तरफ गया। दोनों पीछे आ गए और गांड चाटने लगे। मैं मज़े लेने लगा, पैग बनाता रहा।

एक ने मेरा मम्मा दबा दिया, मेरा चुचूक मसल दिया- आउ !

पैग खींचने के बाद दोनों मुझे मसलने लगे, हैवान बन कर मेरे ऊपर छाने लगे, मसल मसल कर मेरे मम्मे और गांड लाल कर डाली थी।

वाह शेरो ! वाह !

अब मैं भी बेशर्मी पर उतर आया था, गंदी गंदी बातें कर उन्हें उकसाने लगा। वो भी गाली देकर रहे थे- मादर चोद ! गांडू तेरी माँ चोद देंगे !

दोनों मेरे बालों को पकड़ पकड़ कर मुँह में डाल कर चुसवाने लगे। वाह और रगड़ो ! कमीनो ! रंडी हूँ मैं !

दोनों दबा दबा कर मेरे निपल चूस रहे थे और गांड में ऊँगली डाल कर चोद रहे थे।

अब डालो और फाड़ दो ! पूरी रात चोदना है अभी !

पूरी बोतल ख़तम कर चुके थे। मैंने खुद ही एक को धक्का मार सीधा लिटा दिया और उसके ऊपर आकर उसके लौड़े पर कंडोम चढ़ा दिया और उसको अपने छेद पर टिकाते हुए बैठने लगा। वो मेरी करामात पर हैरान था। देखते ही देखते मैंने पूरा लौड़ा अन्दर ले लिया और ऊपर नीचे होने लगा।

वाह गांडू ! क्या माल है ! लड़कियाँ तेरे सामने फ़ीकी लगेंगी !

दूसरे वाले को इशारे से सामने आने को कहा और उसका मुँह में ले लिया। नीचे वाला मुझे सीधा करके ऊपर से डालते हुए तेज़ तेज़ धक्के दते हुए झड़ गया।

मैंने झट से दूसरे के लौड़े पर निरोध चढ़ा दिया और उसने भी गरम लोहे पर चोट मारनी चालू की।

वाह मेरे राजा वाह ! और मार !

तेरी बहन चोद दूंगा ! मादर चोद साले गांडू !

चल बहन चोद अपना काम करता रह ! और तेज़ तेज़ तेज़ !

उसने कहा- घोड़ी बन !

मैं बन गया और उसने गांड में घुसाते हुए तेज़ धक्के देने शुरु किये। साथ में वो मेरे लौड़े की मुठ मारने लगा।

इस हरक़त से मैं दीवाना हो गया, मेरी आँखें बंद होने लगी। मैंने मस्ती में पहले वाले का लटका हुआ लौड़ा मुँह में ले लिया और वो तेज़ होता गया और मेरी मुठ मारता रहा। हम दोनों एक साथ छूटे। दोस्तो, यह मजा किसी ने नहीं दिया था, आज तक किसी ने मुझे इस तरह संतुष्ट नहीं किया था।

सुबह के चार बजे तक मेरी गांड की खूब रेल बनी। मैंने उन्हें सुबह होने से पहले वहीं पहुंचा दिया और मोबाइल नंबर देते हुए कहा- मिलते रहना !

अगर आज भी अकेला रहेगा तो बुला लेना ले जाना !

अगले दिन भी जब घरवाले नहीं आये तो मैंने शाम को कार निकाली पहले ठेके से बोतल खरीद पैग खींचा। ठेके के पीछे बने अहाते पर ही मुझे कोई ?????????

जवाब देते रहना !

इसके आगे क्या हुआ, जल्दी हाज़िर हूँगा ! Antarvasna

Indian Sex Stories

हाय दोस्तों, Indian Sex Stories कैसे हैं आप सब, मैं आज अपनी पहली और सच्ची कहानी लिख रही हूं, शायद आप को पसंद आये। मैं एक शादी शुदा ४६ साल, ३६ ३२ ३६ लेडी हूं

मेरी शादी को २५ साल होने आ रहे हैं। मेरी शादी शुदा जिंदगी बड़े मजे से गुजर रही थी, मैने कभी भी नहीं सोचा था कि मेरी जिंदगी में ऐसा भी एक दिन आयेगा। एक महीने पहले की बात है मेरे पति एक दिन बाहर जा रहे थे उन्होंने मेरे पड़ोस में रहने वाले एक लड़के जिसकी उमर १९ साल है, को कहा कि तुम घर पर रुक जाना मैं २ दिन में वापस आ जाउंगा, आंटी को अकेले में डर लगता है। उसने कहा ठीक है, पहले भी वो कई बार मेरे यहाँ पर रुक चुका था, पर कभी भी मैने उसको गलत नजरिये से नहीं देखा था वो मुझे आंटी कहता था और मैं भी उसको बेटे के जैसा ही मानती थी।

कड़ाके की ठंड पड़ रही थी, हम दोनो हमारे डबलबेड पर ही लेटे थे और अलग अलग कम्बल से अपने शरीर को ढके हुए थे। रात में मैं जब पेशाब करने के लिये उठी तो देखा कि वो लड़का एकदम सिकुड़ कर पड़ा है और जोर जोर से काँप रहा है, मैं जब बाथरूम से वापस आई तो मैने उससे कहा कि बेटा ज्यादा ठंड लग रही है तो एक कम्बल और निकाल देती हूं, उसने कहा नही आंटी ऐसे ही ठीक है। पर मेरी नींद उड़ गई थी मैं बार बार उसको देख रही थी वो ठंड से काँप रहा था, फ़िर मैने उससे कहा कि वो मेरे कम्बल में आ जाये दोनो कम्बल से कुछ ठंड कम हो जायेगी। उसने संकोच करते हुए मेरे कम्बल के नीचे अपना आधा शरीर कर लिया, फ़िर मैने उसको पकड़ कर पूरा शरीर अपने कम्बल में खींच लिया। एक कम्बल के अन्दर दो लोग दूर दूर नहीं सो सकते थे इसलिये उसकी बोडी मुझसे टच होने लगी, मैने देखा वो अब भी काँप रहा है, मैं उसको खींच कर अपने पास कर लिया। अब उसने एक हाथ से मुझको जोर से पकड़ लिया और मैने देखा कि उसका कँपन बढ़ता ही जा रहा है तो मैं उसको अपने सीने से चिपटा लिया। थोड़ी देर में उसने काँपना बंद कर दिया।

उसके शरीर से चिपकने के कारण मुझमें सेक्स भड़क गया। मैने धीरे से उसका मुंह अपनी चूची के सामने कर दिया उसके होंठों के पास और अपना एक हाथ नीचे करके उसके लंड के पास कर दिया। थोड़ी देर के बाद मैने देखा कि वो मेरी चूचियों पर मुंह से दबाव दे रहा है और नीचे अपने लंड को मेरे हाथ से टच करने की कोशिश कर रहा है। मुझे भी मजा आने लगा था। मैने अपने ब्लाउज़ के हुक खोलकर और ब्रा को ऊपर उठकर चूची बाहर निकाल कर उसके मुंह में दे दी, वो मेरी चूची को चुभलाने लगा, फ़िर मैने धीरे से उसके लंड को पकड़ लिया और जोर जोर से दबाने लगी, अभी उसके लंड का साइज़ बहुत बड़ा नहीं था पर मेरे ऊपर तो नशा छाया हुआ था।

फ़िर मैने उससे पूछा अच्छा लग रहा है तो उसने सिर हिलाकर हां कहा, मैने अपने ब्लाउज़ और ब्रा को निकालकर अपने कबूतरों को आज़ाद कर दिया, अब वो मेरे एक चूची को मुंह से और दूसरी को अपने हाथ से सहलाने लगा। मैं उसके लंड को जोर से पकड़कर हिलाने लगी, फ़िर मैने उसको कहा कि अपने मुंह को मेरी चूत की तरफ़ करो मैं तुम्हारे लंड को मुंह में लेना चाहती हूं। वो तुरंत ही ६९ पोजिशन में आ गया मैने उसके लंड को मुंह में ले लिया और वो मेरी चूत को जीभ से चाटने लगा। मुझे बहुत मजा आ रहा था छोटा सा लंड मुंह में लेने में, वो तो जैसे पागल सा हो गया था, मैने उसका सिर पकड़ कर जोर से अपनी चूत पर दबाया, थोड़ी देर में वो कहने लगा आंटी मेरी पेशाब निकल रही है मैने कहा ठीक है कर दो मेरे मुंह में (मुझे पता था वो डिस्चार्ज हो रहा है) उसका शरीर एकदम से अकड़ सा गया और मेरे मुंह में झड़ गया। कुछ देर के बाद मैं भी उसके मुंह में अपना सारा पानी निकाल दी और उससे बोली चाट चाट कर साफ़ कर दो। उसे भी बड़ा मजा आ रहा था, फ़िर मैने कहा अब तुम अपने पूरे कपड़े निकाल दो और मैने भी अपने पूरे कपड़े निकाल दिये और दोनो नंगे ही चिपक कर एक दूसरे के अंगों सहलाते हुए सो गये।

दूसरे दिन न तो वो और न ही मैं एक दूसरे से आंख मिला पा रहे थे। वो दोपहर में स्कूल से बहाना बनाकर छुट्टी लेकर आ गया। मैं उसके घर पर ही उसकी माँ के साथ बैठी थी मैने पूछा आज जल्दी क्यों आ गये तो वो बोला मेरे सिर में बहुत दर्द हो रहा था इसलिये। फ़िर मैं वहाँ से उठकर अपने घर पर आ गई आते समय मैने उससे कहा बेटा जब तुम्हारी तबियत ठीक लगे तो आना थोड़ा सा बाज़ार का काम है। करीब आधे घंटे के बाद वो आया, मुझसे पूछा क्या काम है आंटी, मैने कहा कुछ नहीं मुझे ये जानना था कि तुमको क्या हो गया, तुमने किसी को ये सब बताया तो नहीं, वो बोला आप पागल है क्या ऐसी बात भी किसी को बताते हैं, फ़िर मैने पूछा कल रात में मजा आया कि नहीं, वो बहुत खुश दिख रहा था मैने उसको एक किस दी और हाथ से उसके पैंट के ऊपर से उसके लंड को हिलाते हुए पूछा जनाब के क्या हाल हैं वो शरमाते हुए बोला आंटी मेरे अंडो में बहुत मीठा मीठा दर्द हो रहा है मैने कहा रात में सब ठीक हो जायेगा। आज की रात जब वो आया तो मैने ब्रा और पैंटी नहीं पहनी थी और पतली झिन्नी सी गाउन पहनी हुई थी, वो भी बहुत उतावला दिख रहा था, आते ही मुझसे लिपट गया, मैने कहा जल्दी मत करो तुम चलो बेड पर मैं आती हूं, और फ़िर ……………………।। Indian Sex Stories

Antarvasna

हाय मैं राजेश आपके लिए एक स्टोरी लेकर आया हूँ मेरी Antarvasna उम्र २६ साल है मेरे घर में माँ एक छोटा भाई और दो बहन है मेरे पिताजी के देहांत के बाद मैंने १२वीं पास करके पढाई छोड़ दी और घर के पालन पोषण में जुट गया मेरी बहन की शादी हमने एक अच्छे खानदान में पक्की कर दी मगर उन्होंने पहले दो लाख रुपये दहेज़ माँगा था.

मैं एक छोटे से करखाने में काम करता था कारखाने का मालिक ५५ साल का बुड्डा और एक अमीर आदमी था परन्तु उसकी बीवी एक सुंदर, सु्शील, सेक्सी और बेहद खूबसूरत लड़की थी वह उसकी पत्नी नहीं बल्कि उसकी रखैल थी। वह पहले एक हाई प्रोफाइल कॉलगर्ल थी और अभी भी वह लड़कियों से जिस्मफरोशी का धंधा करवाती थी हमारे मालिक ने उसे सारी पॉवर दे रखी थी और खुद उसकी गांड के पीछे दुम हिलाता फिरता था।

मैंने उसे पटाने के बारे में सोचा क्यूंकि अगर वह पट गयी तो मुझे इस कारखाने का मैंनेजर बना देगी एक दिन वह ऊपर खड़ी देख रही थी तो मैंने उसे देखकर एक प्यारी सी स्माइल दे दी। वह भी मुझे देकर हंस पड़ी। अब रोज़ ऐसा ही चलता एक दिन जब मैं खाना खा रहा तो वह मुझे देख रही थी तो मैंने उसे दूर से ही खाने का न्योता दिया तो वह मुझे न कहकर थैंक्स करके चली गयी।

एक दिन उसने मुझे रोककर मेरा नाम पूछा तो मैंने राजेश कह दिया इस पर उसने अपना नाम शबनम बताया और अपना पता देकर चली गयी और रात को १० बजे बाद आने को कहा मैं रात को ठीक १० बजे पहुच मैंने डोर बेल बजायी तो उसने दरवाजा खोला और मेरा स्वागत करते हुए मुझे अपने लिविंग रूम में ले गयी मैंने उससे पूछा कि तुम्हारे पति कहाँ है तो वह बोली की उन्हें तो मैंने खाने में नींद की गोली देकर सुला दिया है अब वे सुबह तक नहीं उठेंगे।

वहां पर उसने मुझे एक बढ़िया सी वाईन पिलाई। वाईन पीकर मेरी हिम्मत बढ गयी और मैंने उसके गाल पर किस कर दिया। किस करने के बाद वोह खड़ी हुयी और दौड़कर अपने बेडरूम में चली गयी और दरवाजा बंद कर दिया्। मेरी लाख मिन्नतें करने के बाद आधे घंटे बाद उसने जब दरवाजा खोला तो मैं उसे देख कर स्तब्ध रह गया क्यूंकि उसके सेक्सी सरीर पर पेंटी नाम का भी वस्त्र नहीं था।

यह देख मैं उसके होंठों को जोर जोर से चूसने लगा और जैसे ही मैंने उसे बेड पर ले जाना चाहा तो वह बोली ऐसे नहीं जानेमन एक एक करके अपने कपडे उतारो और एक एक कदम बढाओ मुझे उसका आईडिया बड़ा ही रोमांटिक लगा मैं उससे अब मात्र एक कदम की दूरी पर था अब मैंने एक अंडरवियर बची थी उसे भी उतर फेका और मुझे अपने लन्ड पर शर्म आ रही थी कि कहीं वह इसे गधे का लंड न कहने लगे पर वह मेरे लंड को देखते ही मुस्कुराई और बोली कितना बड़ा और प्यारा लंड है यह सुनकर मुझे मेरे लंड पर अब गर्व महसूस होने लगा।

तभी मैंने उसके बूब्स को जोर जोर से दबाने लगा और वह ठोस हो गए फिर मैंने उनसे स्तनपान किया उसके बाद जब मैं उसकी चूत पर हाथ फेरने लगा तो मुझसे वह कहने लगी डार्लिंग इसे चाटो ना। मैंने उससे कह दिया आपका हुक्म सर आँखों पर उसकी चूत देखकर लग रहा था कि वह अनेको लंडो की चोट झेल चुकी है फिर मैंने पोसिशन ६९ में आकर १५ मिनट तक उसकी चूत और उसने मेरा लंड चूसा फिर वह बोली कि जान अब रहा नहीं जाता अब इस चूत की प्यास बुझाओ। यह सुनते ही मैंने उसकी चूत पर जोर से दो झटके मारे और पूरा लंड उसकी चूत में चला गया और मैं उसे चोद रहा था तब वह मेरा कम ओन! कम ओन! कहकर मेरा साथ दे रही थी उस रात उसे ५ तरीको से चोदने के बाद अब वह मुझसे रोज़ चुदवाने लगी और उसने मुझे अपने धंधे का दलाल बना लिया और अपने कारखाने के मैंनेजर के पद पर नियुक्त कर लिया।

अब मैं दलाली में रोज़ १००० रूपये कमा लेता हूँ और कुछ दिनों में मैं अपनी बहन की शादी भी कर दूंगा। Antarvasna

TOTTAA’s Disclaimer & User Responsibility Statement

The user agrees to follow our Terms and Conditions and gives us feedback about our website and our services. These ads in TOTTAA were put there by the advertiser on his own and are solely their responsibility. Publishing these kinds of ads doesn’t have to be checked out by ourselves first. 

We are not responsible for the ethics, morality, protection of intellectual property rights, or possible violations of public or moral values in the profiles created by the advertisers. TOTTAA lets you publish free online ads and find your way around the websites. It’s not up to us to act as a dealer between the customer and the advertiser.

 

👆 सेक्सी कहानियां 👆