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Massage Girl in Dehradun: Premium Relaxation Services

Our site can help you find a professional massage girl in Dehradun who will help you relax in the best manner possible. We connect you with professional therapists who can offer you a massage that will make you feel better and more relaxed. The pros on our list are ready to provide you with a fantastic experience at your house or in one of their particular spots, whether you want to relax or get away from it all.

Introduction

Massage is currently one of the finest methods to relax your mind, body, and overall health. Our website makes it easy to locate the top massage services in Dehradun that meet your demands. This will be a one-of-a-kind and calming experience for you.

Tottaa wants to make it simple for clients to find the top masseuse. The Dehradun massage service providers on our list offer the greatest quality, comfort, and competence, whether you want a full-body massage or a massage for a particular location.

How Tottaa Helps Advertisers Reach More Customers

Tottaa is not only a list of masseuses, it’s also a secure location for them to show off what they can do. People in Dehradun who are seeking massage services may find them on our website. This makes them easier to find and gets them more appointments.

Advertisers may simply put up profiles, offer their services, and talk about pricing and discounts on our sites. This makes sure that the relevant people notice your Dehradun massage service, which makes it easier to obtain more customers.

Different Types of Massages We Offer

There are a lot of different types of massage services on our site, so you may choose one that works for you. You may choose the kind of treatment that works best for you, whether it’s profound rest or a particular type of therapy.

1. Swedish Massage

A calm and gentle way to ease muscular tension and improve blood flow. This Dehradun massage is perfect for you if you want to relax and forget about your concerns.

2. Deep Tissue Massage

This approach employs a lot of pressure to get to deeper muscle layers. It’s helpful for folks who have muscular discomfort or stiffness that won’t go away. There are specialists on our profiles of massage girls in Dehradun who are good at deep tissue treatments that function effectively.

3. Aromatherapy Massage

Calming massage strokes and essential oils are beneficial in making people feel improved both emotionally and physically. Most massage companies in Dehradun employ the use of custom oil preparations to make you feel good.

4. Thai Massage

A therapy that wakes you up by using a mix of regular massage, stretching, and compression. This traditional massage in Dehradun helps you relax, become more flexible, and get your mind and body back in harmony.

5. Hot Stone Massage

Heated stones are placed on various parts of the body to help with deep muscular tightness. People who want to feel good, relax, and help their muscles recover quickly can use this massage service in Dehradun

How to Book Our Massage Services

Tottaa makes it simple and fast to book. With our listings, you can see what kind of massage you want, read about the providers, see that they are free and then contact them directly. After you choose, you can book a massage in Dehradun at your convenient time and location. In order to get your desired massage services, apply the following simple steps:

Step 1: Browse Our Listings

Take a peek around our site to view a few massage professionals. Each listing gives you information about the many sorts of massages, how long they last, how much they cost, and where they are situated. This makes it easier to choose the finest ones.

Step 2: Compare and Shortlist

Examine the profiles carefully to compare how the services, talents, and reviews posted by customers differ. This phase makes sure you choose a business that has the style, pricing, and supply you desire.

Step 3: Connect with the Provider

When you have decided, use the information that you are offered so that you can contact them directly. One can communicate it to the massage giver thus making it understood what massage you want at what time and when.

Step 4: Confirm the Appointment

The date, time and place of the service, which could be your home, a hotel or the spa where the therapist may be found. You also need to agree on the payment method and any other accords prior to commencement of the course.

Step 5: Relax and Enjoy Your Massage

All you have to do on the day of the appointment is have your area ready for the house visit. The remainder will be handled by the expert. Take it easy and enjoy a massage that is made just for you.

Frequently Asked Questions

To locate a professional who can meet your needs, read our biography, reviews and advertising.

Yes, many of the therapists on our site will come to your house so you may feel safe and at ease.

You may pick based on talents since most adverts provide their qualifications in their profiles.

It would be advisable to make a reservation earlier to guarantee that you would be able to get a massage, particularly against the prevalent services of massage.

Not at all. Tottaa exclusively connects users with service providers. The doctor gets to choose how to handle payment.

Read Our Top Call Girl Story's


मेरा नाम साजिद है और मैं राजस्थान के चुरू जिले का रहने वाला हूँ.
मैं थोड़ा सांवला हूँ.

ये वैरी हॉट गर्ल सेक्स कहानी मेरी भतीजी की है. उसका नाम रुखसार है और उसको हम सभी प्यार से गुड्डू बुलाते हैं.

कुछ साल पहले जून 2018 की बात है. मैं सीढ़ियों से गिर गया था तो मुझे स्लिप डिस्क की प्रॉब्लम हो गई थी.

डॉक्टर के कहने पर मैंने बहुत किस्म की दवाइयां लीं पर कुछ आराम नहीं मिला.

इस बात की जानकारी मेरे सभी निकट सबंधियों को हो गई थी.
मेरे मौसी के लड़के यानि मेरे मौसेरे भईया ने मुझे अपने पास श्रीगंगानगर में बुला लिया.

वहां पर भईया का एक दोस्त डॉक्टर था, उन्होंने मेरा इलाज उससे करवाने के लिए कहा था.
मैं उनके पास चला गया और उनके मित्र डॉक्टर को अपनी समस्या दिखाई.

उन्होंने इलाज भी किया. उनके इलाज से एक दो हफ्ता तो ठीक लगा और मैं उस डॉक्टर के इलाज पर भरोसा करने लगा.

श्रीगंगानगर में भाभी और भईया और उनका बेटा यानि मेरा भतीजा, मेरा खूब ख्याल रखते थे.
उनके घर पर भईया भाभी की एक लड़की भी थी, जो मेरी भतीजी भी थी.

उसकी शादी 10 फरवरी 2018 को हो चुकी थी.
वह अपनी ससुराल में थी.

मेरे श्रीगंगानगर जाने के दो हफ्ते के बाद वह ससुराल से आई और अपने शौहर के साथ रात को बाहर वाले कमरे में रुक गई.
उस रात वे दोनों शौहर पत्नी बाहर वाले रूम में सो रहे थे और हम सभी अन्दर सो रहे थे.

रात को तकरीबन एक बजे मुझे पेशाब लगी तो मैं उठा और पेशाब करके वापिस लौटने लगा.
उसी वक्त मुझे भतीजी के कमरे से आवाजें आती सुनाई देने लगी थीं.

पता नहीं, मुझे क्या होने लगा और मैं उनके दरवाजे के पास को आ गया.
मैं दरवाजे से झांक कर देखने की कोशिश करने लगा.
पर काफी कोशिशों के बाद भी मुझे कुछ दिखाई नहीं दिया.

बस उन दोनों की सेक्स की आवाजें आ रही थीं.

पांच मिनट बाद वे आवाजें भी आना बंद हो गईं.
शायद वे दोनों झड़ कर शांत हो गए थे.
मैं लंड सहला कर वापस अपने कमरे में गया और सो गया.

अब दूसरे दिन मैंने भतीजी वाले रूम के दरवाजे में एक छेद खोज लिया.
अब बस मुझे रात होने का इंतजार था.

रात को सभी के सोने के बाद मैं उनके दरवाजे के पास आ गया और अन्दर झांक कर देखने लगा.
अन्दर वह बिल्कुल नंगी थी और अपने शौहर का औजार हिला रही थी.

मैं यह सोच भी नहीं सकता था कि मैं ये सब देख रहा हूँ. मेरी भतीजी की नंगी चूचियां मेरा हाल बुरा कर रही थीं.
उसका गदराया और गोरा बदन मुझे उत्तेजित करने लगा और उस दृश्य ने मेरे हाथ को लौड़े पर ले जाने पर विवश कर दिया.

मुझे पता ही नहीं चला कि रुखसार का फिगर साफ नजर आ रहा था.
उसकी चूचियां 34 की, कमर 32 की और उसके 36 इंच के चूतड़ मुझे बेकाबू कर रहे थे.

रुखसार अपने शौहर का औजार अपने मुँह में ले रही थी.
उसे लंड चूसते देख कर ऐसा लग रहा था मानो उसके शौहर को जन्नत मिल रही हो.

वह अपनी टांगों के बीच में रुखसार का सर दबाए हुए था और उसकी हल्के स्वर में आह आह की आवाजें उसकी कामुकता को साफ दर्शा रही थीं.

उस वक्त मुझे अपनी भतीजी रुखसार भी इतनी सेक्सी लग रही थी मानो वह कोई आसमानी परी हो.
कुछ देर बाद उन दोनों ने पोजीशन बदल ली.
वह फिर से लंड पर झुक गई थी.

इस बार उसकी गांड मेरी तरफ थी.
कमरे की तेज रोशनी में उसकी गांड और चूत साफ दिख रही थी.

वैरी हॉट गर्ल की टांगों में से उसकी चूत की फांकें ऐसी दिख रही थीं मानो कोई खिला हुआ गुलाब हो.

कुछ देर तक मुख मैथुन के बाद उसके शौहर ने चुदाई की स्थिति बनाई और रुखसार की चूत में अपना लंड पेल दिया.
रुखसार चिल्लाने लगी.

उसका शौहर जोर जोर से अन्दर बाहर करने लगा.
कुछ मिनट बाद उसका शौहर उससे अलग हो गया और लेट गया.

रुखसार उसके ऊपर बैठ गई.
जब वह अपने शौहर के लंड के ऊपर बैठी, तो उसका चेहरा मेरी तरफ था.

वह जोर जोर से ऊपर नीचे हो रही थी और वासना की हवस उसके चेहरे पर साफ दिख रही थी.

उसके दोनों चूचे कसी हुई गेंदों के जैसे उछल रहे थे.
यह सब देख कर मैं भी अपना लंड हिलाने लगा था.

पता ही नहीं चला कि कब उसके शौहर की जगह मैं खुद को महसूस करने लगा.
उस समय मैं एक अलग आनन्द की दुनिया में जा चुका था.

गुड्डू की सिसकारियां मेरे कानों में एक अलग ही रस की अनुभूति कर रही थीं.
तकरीबन दस मिनट के बाद उन दोनों का पानी निकल गया.

उसने गुड्डू की चूत में ही सारा पानी डाल दिया और वह दोनों ऐसे ही लेट गए.
फिर मैं भी बाथरूम में जाकर उसकी पैंटी को सूंघ कर लंड हिलाने लगा.

मैंने अपना सारा माल उसकी पैंटी पर ही छोड़ दिया और आकर सो गया.

अगले तीन दिन तक मैं अपनी भतीजी की चुदाई लीला को देखता रहा और इस बात से वाकिफ़ हो गया था कि गुड्डू को रोज रात में सेक्स चाहिए ही होता है. बिना चुदे वह सो नहीं पाती है.

क्योंकि कल रात को जब गुड्डू के शौहर ने उसे बिना चोदे ही अपनी टांगें पसार ली थीं और वह सोने लगा था तब गुड्डू ने उसे हिला कर जगाया और कहने लगी- तुम मुझे बिना चोदे कैसे सो सकते हो?
उसने जिस तरह से अपने खाविंद को जगाया था, वह तरीका देख कर तो मेरे होश फाख्ता हो गए थे.

गुड्डू ने पहले अपने शौहर को आवाज देकर उठाने की कोशिश की पर जब वह नहीं उठा तो उसने अपनी कुर्ती उतारी और ब्रा भी निकाल कर फेंक दी.
फिर वह अपने दोनों बड़े बड़े मम्मों के निप्पलों को हाथ में पकड़ कर अपने शौहर के दोनों नथुनों में घुसाने लगी.

इससे उसके लंबे अंगूर के जैसे कड़क निप्पलों ने टीट सी बना कर नाक के नथुनों को बंद कर दिया. इससे गुड्डू के शौहर को सांस आना बंद हो गई और वह हड़बड़ा कर उठ गया.

उसके उठते ही गुड्डू ने अपने एक निप्पल को अपने शौहर के मुँह में दे दिया और कहने लगी- लो अंगूर चूसो मियां.
उसके शौहर ने भी गुड्डू के निप्पल को अपने होंठों में दबा लिया और वह उसके दोनों निप्पलों को बारी बारी से खींचते हुए चूसने लगा.

जल्द ही गुड्डू एक सांडनी सी गर्म हो गई और उसने अपने शौहर के सारे कपड़े उतार दिए.
उसको नंगा करने के बाद वह भी अपनी सलवार और चड्डी को उतार कर मादर्जात नंगी हो गई.

गुड्डू की चूत एकदम चिकनी थी और उस पर झांट के एक बाल भी वजूद नहीं था.

गुड्डू ने 69 का पोज लेते हुए अपने आपको अपने शौहर के ऊपर सैट कर लिया और उसके मुँह पर अपनी चूत रख दी.
उसके शौहर ने चूत में जीभ फिरानी शुरू कर दी.

दूसरी तरफ गुड्डू ने अपने मियां का लंड अपने मुँह में ले लिया और उसे सहलाती हुई चूसने लगी.

जल्द ही गुड्डू के शौहर का लंड एकदम टाइट हो गया और वह गुड्डू की चूत को चोदने के लिए तैयार हो गया.
गुड्डू झट से अपने शौहर के ऊपर से उठी और खुद बिस्तर पर चित लेट कर अपने शौहर को अपने ऊपर आने का इशारा करने लगी.

शौहर ने अपनी बीवी यानि मेरी भतीजी गुड्डू की चूत के छेद पर लौड़े का सुपारा सैट किया और एक झटका देते हुए लंड को अन्दर पेवस्त कर दिया.
गुड्डू की एक मीठी आह निकली और वह चूत चुदवाने लगी.

दो ही मिनट बाद दूल्हे मियां ने लंड चूत से निकाला और वह उसे इशारे से कुतिया बनने की कहने लगा.
जैसे ही गुड्डू कुतिया बनी, उसके शौहर ने अपना लंड गुड्डू की गांड में रगड़ दिया.

गुड्डू ने कहा- आह साले … वह गलत जगह है.
उसके शौहर ने चूत में लंड पेला और गुड्डू के ऊपर चढ़ कर उसकी चूचियां दबोच कर चुदाई करने लगा.

कुछ ही झटकों के बाद उन दोनों की चुदाई मस्त चलने लगी.
गुड्डू के शौहर ने कहा- बेगम, आज छोटी लाइन पर गाड़ी चलाने का मन कर रहा है.

गुड्डू समझ गई कि उसका शौहर उसकी गांड मारने की बात कर रहा है.
उसने कहा- उस तरफ भूल कर भी नजर मत डालना मियां … वरना मामला काजी साहब की अदालत में पहुँच जाएगा.

गुड्डू के शौहर ने गुड्डू की दोनों चूचियां मसलते हुए कहा- मां की चूत काजी की. वह तो साला खुद तेरे साथ हलाला के चक्कर में है.
गुड्डू हंसने लगी और बोली- यार मियां तुम समझते क्यों नहीं हो. उधर से तुम्हारा लंड लेना बड़ा मुश्किल का काम है. तुम गांड की चुदाई को कोई आसान सा काम समझ रहे हो?

शौहर ने कहा- मुझे मालूम है कि दिक्कत और दर्द दोनों ही होते हैं. पर कोशिश करो तो सब आसान हो जाता है.
गुड्डू ने कहा- वो सब अपने घर चल कर ट्राई करेंगे … इधर अब्बू के घर नहीं.

उसके शौहर ने कुछ नहीं कहा और वह तेज तेज झटके देते हुए गुड्डू की चूत चुदाई को अपने चरम तक ले जाने की कोशिश करने लगा.
करीब पांच मिनट बाद वे दोनों झड़ कर लेट गए और लंबी लंबी सांसें लेने लगे.

मैं भी समझ गया कि अब काम खत्म हो गया है और यदि इन दोनों के बीच वापस चुदाई होगी भी तो अभी आधा घंटा कुछ नहीं होगा.
मैं अपने कमरे में आ गया और अपने लंड को हिला कर झाड़ कर ढीला हुआ और सो गया.

अगले दिन गुड्डू का शौहर अपना सूटकेस लेकर जाने लगा था. गुड्डू अभी कुछ दिन यहीं रहने वाली थी.
अपनी भतीजी की रोजाना चुदाई की आदत को याद करके मेरे मन में भी एक बार को आया कि शायद मेरा चांस बन सकता है.

उस रात को मैं पेशाब करने के लिए गया तो गुड्डू के कमरे की खिड़की में झांक कर देखा.
अन्दर मेरी भतीजी गुड्डू पूरी नंगी थी और अपने शौहर के साथ वीडियो चैट करती हुई फोन सेक्स का मजा ले रही थी.

मैं उधर ही खड़ा रह कर लंड हिलाने लगा और कुछ समय बाद अपने कमरे में आकर सो गया.
मुझे इस बात का अहसास ही नहीं था कि मेरी मौजूदगी की खबर गुड्डू को हो गई थी.

अगले ही दिन मेरे बड़े भाई जान को अपने काम के सिलसिले में दिल्ली जाना था और वे मुझसे घर की देखभाल की कह कर चले गए.

रात हुई तो रोज की तरह मैं बाथरूम में गया और बिना कुछ देखे अपना लोअर नीचे करके अपने लंड को बाहर निकाल कर मूतने लगा.
लंड से पेशाब निकल जाने के बाद मैंने लंड को हाथ से मुठियाते हुए बुदबुदाना शुरू कर दिया- आह गुड्डू … किसी दिन मुझे भी मौका देकर देख जालिम … तेरी चूत के परखच्चे न उड़ा दूँ तो कहना.

यही सब कहते हुए मैंने लोअर ऊपर किया और बाथरूम से बाहर कदम रखा ही था कि वैरी हॉट गर्ल गुड्डू की आवाज आई- आज आपको मौका दिया जा सकता है चचाजान!

बस इतना कह कर वह तेजी से बाथरूम से बाहर निकल कर अपने कमरे की तरफ बढ़ गई.
मुझे काटो तो खून नहीं.
एक पल को तो मैं सकपका गया था.
फिर गुड्डू ने अपने कमरे की देहरी से मुझे आने का इशारा दिया और मुस्कुरा दी.

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यह एकदम १००% सच्चा अनुभव Hindi Porn Stories है जो कि मैंने अपनी पत्नी के साथ महसूस किया। मेरा मान राम है और मेरी उम्र ३२ साल है। मेरी पत्नी का नाम मुस्कान है, उसकी उम्र ३० साल है।

पिछले साल हम लोग केरल गए थे घूमने के लिए। वहाँ केरल में मालिश बहुत मशहूर है। दुनिया भर के लोग केरल की मालिश पसन्द करते हैं। मैंने अपनी बीवी को बताया कि यहाँ मालिश का बहुत मज़ा आएगा तुम्हें। पहले तो वो थोड़ा शरमाई फिर बाद में राजी हो गई।

हम लोग एक छोटे से मालिश-पार्लर में गए। वहाँ केवल एक ही आदमी था और वही वहाँ पर मालिश करता था। उसका नाम जोशीन था और उसकी उम्र २८ साल थी और वह केरल का ही रहने वाला था, वह यह छोटा सा मसाज पार्लर चलाता था।

जोशीन ने मुजे बताया कि वहाँ पर कोई लड़की नहीं है जो कि किसी और लड़की की मालिश कर सके। वहाँ सब की मालिश वह ख़ुद करता है, चाहे कोई लड़का हो अथवा लड़की। मैंने अपनी पत्नी को बताया तो वह पहले तो गुस्सा करने लगी, फिर बाद में मान गई, वह भी इस शर्त पर कि वह ब्रा और पैन्टी पहने हुए ही मालिश करवा लेगी। यह सुनकर मैं भी राजी हो गया।

हमने जोशीन से बात करके अगली सुबह ७ बजे का समय तय कर लिया, क्योंकि हमारी ट्रेन दिन में ११:४५ को थी। हम दोनों सुबह जोशीन के मसाज पार्लर में चले गए। वहाँ जोशीन अकेला टी-शर्ट और शॉर्ट में था, मेरी पत्नी ने ब्रा और पैन्टी के ऊपर गाऊन पहना हुआ था।

जब हम वहाँ गए तो उसने कहा कि पहले मैं मैडम की मालिश कर देता हूँ, बाद में आप करवा लेना। हम दोनों सहमत हो गए। मेरी पत्नी ने गाऊन उतार कर बगल में रख दिया और लाल रंग की ब्रा और पैन्टी में मालिश करने की मेज पर लेट गई। मैंने उसे छेड़ने की नीयत से कहा, “ये ब्रा और पैन्टी भी उतार दो, और पूरी नंगी होकर मालिश करवा लो यार!”

यह सुनकर पत्नी गुस्से भरी नज़रों से मुझे देखने लगी और कहा, “एक कसकर थप्पड़ लगा दूँगी अभी।”

जोशीन को कुछ समझ में नहीं आया क्योंकि उसे हिन्दी नहीं आती थी, वह सिर्फ मलयालम जानता था। जोशीन ने मालिश करना शुरु किया, लेकिन १५ मिनट में ही उसने कहा, “मैडम आपको ये ब्रा और पैन्टी उतारनी पड़ेगी क्योंकि मालिश करने में मेरा हाथ फ्री होकर नहीं चल रहा है।” यह सुनकर मेरी पत्नी कुछ सोचने लग गई कि तभी जोशीन बोला, “मैडम मैं भी शादीशुदा हूँ और चिन्ता करने की कोई बात नहीं है।”

तभी मैंने पीछे से हाथ डालकर पत्नी की ब्रा की कप को ऊपर कर दिया और पत्नी की दोनों चूचियों को पूरा नंगा करकके जोशीन को दिखा दिया। पत्नी ने कहा, “ये क्या कर रहे हो राम?” तब मैंने कहा, “जोशीन भी विवाहित हूँ और ये चूचियाँ उसके लिए कोई नई चीज़ नहीं है, उसकी बीवी के भी ऐसी ही होंगी यार। और वैसे भी जब उसने सब कुछ देख ही लिया है तो पूरी ब्रा निकाल देने में कोई हर्ज़ नहीं है।” तभी मैंने एक ही झटके से अपनी पत्नी की पूरी ब्रा खोलकर निकाल दी।

जोशीन मेरी पत्नी की दोनों चूचियों को देखने लगा, ये देख मुझे बहुत मज़ा आया। फिर जोशीन ने कहा, “पैन्टी भी उतारनी पड़ेगी।”

यह सुनकर मैंने पत्नी को टेबल से उतार ज़मीन पर खड़ा किया और एक ही झटके में उसकी पैन्टी भी खींच दी। जोशीन मेरी पत्नी के पीछे खड़ा था और उसके बड़े-बड़े चूतड़ों को बड़े ध्यान से देख रहा था। तभी मेरी पत्नी ने कहा कि मेरी चूत पर आगे थोड़ा तो कपड़ा लगा दो। तब जोशीन ने एक पतला सा लम्बा सा कपड़ा दे दिया, जिसे मेरी पत्नी ने अपनी कमर पर बाँध कर अपनी चूत के आगे से लटका दिया। लेकिन वह कपड़ा ऐसे ही चूत के ऊपर लटक सा रहा था कहीं पर चूत के नीचे से बँधा हुआ नहीं था। और मेरी पत्नी फिर से मालिश करवाने के लिए ऊपर से नंगी मेज पर लेट गई और जोशी उसकी मालिश करने लगा।

तभी मैंने जोशीन को इशारा किया कि वह उसकी चूचियों की मालिश कर दे। यह सुनकर वह मुस्कुराया और थोड़ा सा तेल उसकी चूचियों पर डालकर मालिश करने लगा। यह सब देखकर मुझे बहुत मस्ती आई और मेरा लंड खड़ा हो गया। जब मैंने देखा तो मुझे लगा कि जोशीन का लंड भी खड़ा हुआ है।

काफी देर मालिश करने के बाद जोशीन ने मेरी पत्नी को पलटने के लिए कहा। जब वह पलट कर पेट के बल लेट गई तो उसके चूतड़ पूरे नंगे जोशीन के सामने थे जिन्हें देखकर वह मचल उठा और तबीयत से उसके चूतड़ों की मालिश करने लगा और बीच-बीच में वह उसकी गाँड और चूत पर भी हाथ लगा देता था, और मेरी ओर देखकर मुझे आँख मार देता।

मुझे बहुत मज़ा आ रहा था। मेरी पत्नी एकदम मस्त होकर पूरी नंगी होकर अपनी मालिश एक अजनबी आदमी से मेरे सामने ही करवा रही थी और काफ़ी मज़े भी लूट रही थी। जोशीन ने फिर मेरी बीवी को पलटने को कहा, अबकी बार जब मेरी पत्नी पलटी तो उसकी चूत से कपड़ा सरक गया और चूत पूरी नंगी दिखने लगी। यहाँ पर बात कहनी ज़रूरी होगी कि एक रात पहले ही मैंने अपने शेविंग रेज़र से उसकी चूत को पूरा शेव किया था और आज उसकी चूत बहुत चिकनी दिख रही थी।

मैंने देखा कि जोशीन वह कपड़ा हटा कर उसकी चूत देख रहा था। मैंने वह छोटा सा कपड़ा हटा दिया और जब मेरी पत्नी ने पूछा कि वह कपड़ा क्यों हटा रहे हो तो मैंने कहा कि जोशीन ने सब कुछ देख लिया है और अब जोशीन से शरमाने का कोई फ़ायदा नहीं। मेरी पत्नी ने कुछ नहीं कहा और अब वह पूरी नंगी होकर जोशीन से मालिश करवाने लगी थी। जोशन भी मालिश करने के बहाने से उसकी चूत और चूचियों पर मज़े से हाथ फेर रहा था। यह सब देखकर मुझे तो बड़ा ही मज़ा आ रहा था, और मेरी पत्नी भी मज़े ले रही थी।

तभी जोशीन ने मुझसे कहा – “मैडम की मालिश पूरी हो गई, अब तुम्हारी बारी है। पर इससे पहले मैडम को आयुर्वेदिक-गरम पानी से नहाना पड़ेगा, क्योंकि शरीर पर काफी मात्रा में तेल है।”

टेबल और उसके शरीर पर बहुत सारा तेल होने की वज़ह से वह टेबल पर से उतर नहीं सक रही थी, तो वह उठकर बैठ गई। बैठने से उसकी नंगी चूत खुल कर अन्दर के नज़ारे भी दिखाने लगी, जिसे देख मुझे और जोशीन दोनों को बहुत मज़ा आया। मैंने जोशीन से कहा – “काफी तेल लगा हुआ है, इसलिए मेरी पत्नी को तुम ही टेबल से नीचे उतार दो।” यह सुनकर उसने मेरी पत्नी की गाँड के नीचे हाथ डालकर उसे अपनी गोद में उठाकर नीचे उतार दिया और मैंने देखा कि जोशीन का हाथ उसकी चूत व चूचियों को भी छू रहा था। यह देखकर मुझे काफ़ी मज़ा आया।

मेरी बीवी साथ में लगे बाथरूम में चली गई, और मैं और जोशीन बाहर खड़े होकर उसे नंगे देख रहे थे, और तभी मैंने पत्नी को पलटने को कहा। जैसे ही वह पलटी, उसे सामने से नंगी देख मेरा लंड फिर से खड़ा हो गया। मैंने ग़ौर किया कि जोशीन का लंड पहले से ही खड़ा है। उसने सिर्फ एक अन्डरवियर पहना रखा था, तो उसमें से एक तम्बू जैसा उठाव देखा जा सकता था। मेरी पत्नी पूरी तरह से नंगी होकर बाथरूम में टेबल पर बैठ गई और फिर गरम पानी भरने लगी। तभी जोशीन ने मेरी पत्नी की पीठ पर आयुर्वेदिक साबुन घिसना शुरु किया, मेरी नंगी बीवी उसका मज़ा ले रही थी। बाद में जोशीन अलग हटकर खड़ा हो गया, और उसे नंगी नहाते मेरे साथ ही देखने लगा। हमें काफ़ी मज़ा आया।

फिर जोशीन ने मुझे मालिश करवाने का इशारा किया और तभी मैं पूरा नंगा होकर टेबल पर लेट गया और मालिश करवाने लगा। कुछ देर के बाद मेरी पत्नी नहाकर बाहर निकली। वह पूरी नंगी थी, मैंने उसे बुलाया और अपना लंड पकड़ने को कहा, क्योंकि जोशीन ने मेरे लंड पर मालिश करने से मना कर दिया था। मैंने जोशीन को कहा कि तुम मेरी पत्नी की चूत और गाँड पर ख़ूब मालिश कर रहे थे, लेकिन मेरे लंड पर मालिश करने में क्या समस्या है, तो उसने बस मुस्कुरा दिया।

मेरी पत्नी मेज़ के किनारे नंगी ही खड़ी होकर मेरे लंड की मालिश करने लगी। जोशीन मेरी मालिश करते-करते मेरी पत्नी के नंगे बदन को देख रहा था और मज़ा ले रहा था। कभी-कभी वो उसकी चूचियों को छू लेता, तो कभी उसकी गाँड पर हाथ फेर देता। मैं भी ऐसा ही कर रहा था। हमें बहुत ही मज़ा आ रहा था।

मैंने अपनी पत्नी को अपना लंड चूसने को कहा, जोशीन के कारण पहले वह मना करती रही, पर बाद में राज़ी हो गई और फिर उसके सामने ही मेरे लंड को बिल्कुल लॉलीपॉप की तरह चूसने लगी। जोशीन मेरी मालिश में मशरूफ था।

काफ़ी देर तक चूसने के बाद मेरा लंड झड़ गया और मेरी पत्नी ने उसे एक कपड़े से साफ़ कर दिया। तभी मैंने जोशीन को कहा कि तुमने मुझे और मेरी पत्नी को पूरा नंगा देखा, मगर हमने तुम्हें कपड़ों में देखा, तुम भी पूरे नंगे होकर अपना लंड मेरी पत्नी को दिखाओ। यह सुनकर मेरी पत्नी को गुस्सा आया और वह बोली कि मैं होटल जा रही हूँ, तुम्हें जो करना हो, करो। लेकिन मेरे समझाने पर वह राज़ी हो गई और जोशीन भी नंगा होने के लिए राज़ी हो गया।

जोशीन ने अपनी अन्डरवियर और बनियान उतार दी, और पूरा नंगा होकर मेरी मालिश करने लगा। मेरी पत्नी जो कि बगल में पूरी नंगी खड़ी थी जोशीन का लम्बा लंड देखकर घबरा कर बोली, “जोशीन, तुम्हारा तो काफ़ी लम्बा है। क्या केरल में सबके लंड ऐसे ही लम्बे होते हैं?” यह सुनकर जोशीन ने बस एक मुस्कान देकर कहा, “मुझे नहीं मालूम मैडम सबका होता है, या किसका होता है।”

तभी मैंने जोशीन का लण्ड पकड़ लिया और उससे खेलने लगा। यह देख मेरी पत्नी को मस्ती सूझी और वह जोशीन का लण्ड पकड़ने के लिए किनारे पर आ गई और नीचे झुक कर बैठ गई। जोशीन मेरी मालिश में मगन था। मेरी पत्नी नीचे बैठ उसका लण्ड चूसने लगी, वह उसे बिल्कुल लॉलीपॉप की तरह चूस रही थी। यह देखकर मुझे बहुत मज़ा आ रहा था, और मेरा लण्ड फिर से खड़ा हो गया।

जोशीन ने मुझे पलटने के लिए कहा और मेरी गाँड पर मालिश करने लगा, नीचे मेरी पत्नी को लंड भी चुसवाता रहा। यह सब देखकर मेरा लण्ड बहुत कड़क हो गया और मैंने चुदाई का मन बना लिया और मैंने अपनी पत्नी को कहा कि तुम टेबल पर किनारे में घोड़ी बन जाओ, मेरा चोदने का मन कर रहा है। पहले थोड़ा ना-नुकर करने के बाद वह राज़ी हो गई।

मैंने उसकी जम कर चुदाई की जोशीन के सामने ही। फिर जोशीन से भी उसे चुदवा दिया घोड़ी बना कर ही। यह सब करने में काफी समय निकल गया, पर हमें मज़ा बहुत आया था। उसके बाद हमने एक ऑटो किया और रेलवे-स्टेशन से ट्रेन लिया और अपने घर वापिस आ गए।

उस घटना को आज भी याद करने पर मेरा लंड खड़ा हो जाता है।

आपको हमारा अनुभव कैसा लगा, ज़रूर लिखे। Hindi Porn Stories

मेरा नाम मोहित है. मैं देहरादून में एक बड़े वकील साहब के ऑफिस में टाईपिस्ट हूँ.

उनके तीन जूनियर वकील अस्टिटेंट थे, उनमें से एक अतुल नाम का भी वकील था, जो मेरा बॉस होता था. मैं उसी के काम को करने के लिए रखा गया था.
वो एक-दो बार मेरे साथ मेरे घर आया था.

अतुल दिलफेंक टाईप का था और उसकी उम्र भी लगभग 45 साल की थी.
उसके काफी सारे अफेयर भी थे, लेकिन उस सबसे मुझे कोई वास्ता नहीं था.

अब मैं अपनी बीवी के बारे में बताऊं, तो मेरी बीवी का नाम किरण है. उसकी हाईट 5 फीट 5 इंच है और उसका शरीर भरा हुआ है.
वो किसी फिल्म की ऐक्ट्रेस की तरह दिखती है. उसका 34-28 36 का फिगर है.

उसे सेक्स में चूत चटवाना बहुत पसंद है.
लेकिन पहले मुझे चूत चाटना जरा भी पसंद नहीं था, अब हो गया है. या यूं कहूँ कि पहले नहीं था, इसीलिए मेरी बीवी के साथ ये मामला हो गया था.

हुआ कुछ यूं कि एक दिन मैं अपने ऑफिस में गया.
लेकिन उस दिन बड़े बॉस नहीं आए थे, उनके सारे जूनियर आए हुए थे.

तभी बड़े बॉस का फान आया कि वह आज नहीं आ रहे हैं.

यह सुनकर अतुल नाम का वही जूनियर वकील तुरन्त ही ऑफिस से निकल गया.
उसके निकलते ही बॉस का फोन फिर से आया और उन्होंने कहा कि हम सब भी ऑफिस बंद करके आज छुटटी लेकर घर चले जाएं.
ये सुनते ही हम सभी भी अपने-अपने घर को निकल गए.

मेरा मन था कि आज घर जाकर बीवी के साथ सेक्स का मजा लूँ.

मैं एक किराये के घर में रहता हूँ. उसमें एक कमरा व रसोई है. वो घर भी ऐसी जगह है कि कोई आए-जाए, कुछ पता नहीं चलता क्योंकि ये कॉलोनी से थोड़ा एक ओर हट कर है.
जब मैं अपने घर पहुंचा तो मुझे अतुल वकील की बाईक मेरे घर के बाहर खड़ी मिली.

मुझे कुछ शक हुआ लेकिन सोचा मिलने आया होगा, या किसी काम से आया होगा.
ये सोचकर मैं अन्दर चला गया.

अन्दर कमरे में कोई दिखाई नहीं दिया तो मुझे थोड़ा शक हुआ.
अब मैं दबे पांव रसोई की तरफ जाने लगा.

वहां मेरी बीवी किरण वकील साहब के लिए चाय बना रही थी और वह भी वहीं खड़ा था.

यह देखकर मुझे थोड़ा अजीब लगा कि ये आदमी रसोई में क्या कर रहा है.
मैं छुप कर उन दोनों की बातें सुनने लगा.

वह मेरी बीवी से बातें कर रहा था.

अतुल- जान, बहुत दिन से तुम्हारे दूध की चाय पीने का मन था, इसलिए चला आया. तुम्हें बुरा तो नहीं लगा न?
किरण- नहीं सर, मुझे बुरा नहीं लगा. लेकिन अगर वह घर आ गए तो वह गलत समझेंगे.

अतुल- अरे तुम इतना क्यों डर रही हो, वह तो ऑफिस में है, शाम तक घर नहीं आएगा.
इतना बोलकर अतुल मेरी बीवी के पिछवाड़े पर हाथ फेरने लगा जिस पर मेरी बीवी ने ऐतराज किया.

लेकिन अतुल बोला- अरे डार्लिंग, तुम्हारी चूत का रस तो मुझे पागल बना रहा है, मैं तो बस वह रस पीने आया था.
उसकी इस बात से मैं समझ गया कि इन दोनों के बीच कुछ चल रहा है.

लेकिन मेरी बीवी किरण बोली- सर, वो सब तो ऐसे ही हो गया था लेकिन अब नहीं … मुझे डर लगता है.
तो अतुल ने कहा- किरण डियर डरो मत, तुम्हारे मुँह में मेरा लंड बहुत मजा देता है. प्लीज़ एक बार लो ना!

बस इतना बोलकर अतुल ने पीछे से मेरी बीवी के 34 साइज के मम्मों को दबाना शुरू कर दिया.
इस बार मेरी बीवी ने ना ही अतुल को इंकार किया और न ही समर्थन.

अतुल मेरी बीवी के दूध सहलाता रहा और साथ ही उसने अपने एक हाथ को साड़ी के ऊपर से ही उसकी चूत पर रख दिया.
वो साड़ी के ऊपर से ही चूत में उंगली करने लगा.
उससे मेरी बीवी को शायद मजा आने लगा और उसके मुँह से मादक कराहें निकलने लगीं.

किरण- आह … रहने दो न यार … क्यों मेरी आग भड़का रहे हो?
वो मेरी बीवी के गाल चूमता हुआ बोला- सच में किरण मेरी जान, तुम मस्त माल हो. तुम्हारे दूध तो मेरी जान ही निकाल देते हैं.

किरण- एक बार तय कर लो कि मेरे दूध ज्यादा मजा देते हैं या चूत!
अपनी पत्नी किरण के मुँह से ये सुनकर मेरी समझ में आ गया कि किरण की चूत में आग लग चुकी है और वो अब चुदे बिना नहीं रह पाएगी.

उसकी बातों से मेरे लंड में भी तनाव आने लगा और मुझे भी अपनी बीवी की चुदाई होते देखने का मन करने लगा.
उन दोनों को देखकर साफ़ लग रहा था कि मेरी बीवी को अतुल के साथ काफी मजा आ रहा था.

तभी अतुल बोला- कमरे में चलो ना किरण, मुझे तुम्हारी चूत का रस पीना है.
इतना कह कर वो मेरी बीवी के होंठों को चूसने लगा.

वो बोली- अभी मेरे होंठ तो चूसो यार. क्या इधर मजा नहीं आ रहा है?
अतुल बोला- अरे मेरी जान, तुम्हारा हर अंग का रस पीने में मजा आता है. बस इधर जगह कम है न … इसलिए कह रहा हूँ कि कमरे में चलो.

इतना कह कर अतुल ने गैस बंद करके चाय बनाना बंद कर दिया और कहा- मैं चाय नहीं, तुझे पीने आया हूँ. अपने मातहत की बीवी की लेने में जो मजा आता है, वो और कहीं नहीं आता.

मेरी बीवी अतुल का लंड पकड़ कर सहलाने लगी.

अतुल ने भी मेरी बीवी की साड़ी ब्लाउज उतार कर वहीं गैस के बगल की स्लिप में ही रख दिया.
उससे रुका नहीं गया और वो मेरी बीवी को स्लिप पर बिठाकर उसके दोनों पैरों को खोलकर उसकी टांगों के बीच में आ गया.

मेरी बीवी भी मचलने लगी.
अतुल मेरी बीवी के पेटीकोट और पैंटी के ऊपर से ही उसकी चूत पर धक्के मारने लगा.
वो अपने हाथों से उसकी चूचियाँ दबाता रहा और साथ ही मेरी बीवी के रसीले होंठों को चूसने लगा.

अब इस सबसे मेरी बीवी को भी मजा आने लगा था और वह भी बोलने लगी थी- आपकी पैंट में उभरे लंड को देखकर ही मुझे पहली बार ही आपके साथ करने का मन होने लगा था लेकिन आप तो बड़े तेज निकले, जो नजर देखते ही पहचान गए. आपका चूत चाटना तो मुझे पागल ही कर देता है. मेरे हसबेंड तो मेरी टपकती चूत का रस कभी चखते ही नहीं हैं. मेरा कितना मन करता है कि जैसे मैं उनका लंड चूसती हूँ, वैसे ही वह मेरी चूत भी चाटें लेकिन वह नहीं करते. जब आपने मेरी चूत चाटी, तो मुझे समझो जन्नत मिल गयी.

फिर अतुल ने कहा- चलो ना किरण, अपनी टपकती चूत को लेकर कमरे में चलो, वहां आराम से चाटूंगा भी और तुझे अच्छे से तसल्ली से चोदूँगा भी!
किरण बोली- नहीं जी, आज तो आप यहीं स्लैब पर मेरी चूत को चाटोगे और चोदोगे भी. चलो अपने घुटनों पर आ जाओ और यहीं चाटो ना. देखो कितना पानी बह रहा है!
यह सुनकर अतुल अपने घुटनों के बल बैठ गया और मेरी बीवी किरण की चूत चाटने लगा.

किरण को भी मजा आने लगा और वो भी अतुल का सर पकड़ कर अपनी चूत पर रगड़ने लगी.

करीब 5 मिनट तक चूत चाटने के बाद अतुल खड़ा हो गया, उसने अपना लंड निकाल कर मेरी बीवी को दिखाना शुरू कर दिया.

उसका लंड लगभग 6-7 इंच का था और मोटा भी तीन से साढ़े तीन इंच का होगा.
वो लंड हिलाता हुआ मेरी बीवी किरण से बोला- चलो डार्लिंग, अब इसे अपने मुँह में लेकर मस्त चाटो ताकि अच्छे से गीला होकर आहिस्ता से तुम्हारी चूत में चला जाए. तुम्हें याद है ना पिछली बार सूखे लंड से तुम्हें कितना दर्द हुआ था?

मेरी बीवी किरण बोली- हां, पिछली बार आपने मेरी चूत बहुत छील दी थी. आज तो मैं इसे अच्छे से अपने थूक से गीला करूंगी, जिससे मुझे भी मजा आए. पिछली बार तो बस आप ही मजे लेकर चले गए थे.
फिर मेरी बीवी किरण घुटनों पर बैठकर अतुल का लंड चूसने लगी.

करीब 5 मिनट चूसने के बाद अतुल ने मेरी बीवी को स्लिप पर ही उसके पैर चौड़े करके बिठा दिया.
फिर उसने अपना लंड मेरी बीवी की चूत पर सैट करके एक धक्का दे मारा.
जिससे मेरी बीवी चिल्ला पड़ी, किरण बोली- आह यार थोड़ा आराम से चोदो ना! … आपका बहुत मोटा है.

लेकिन अतुल ने उसकी नहीं सुनी और उसके होंठों को चूसते हुए उसकी चूत में धक्के मारता रहा.

वो मेरी बीवी को चोदने के साथ साथ कह रहा था- तुझ जैसी कमसिन कली की चूत तो रगड़ कर मारने में ही मजा आता है मेरी जान!
मेरी बीवी किरण सिसकारती रही- आह प्लीज़ … थोड़ा तो रहम करो अपने मातहत की बीवी पर … आह आगे भी तो आपको यह चूत मारनी है … प्लीज़ आह यार प्लीज़ आराम से चोद लो.

थोड़ी देर बाद चूत ने भी उसके बड़े लंड को लेने के लिए अपना मुँह और खोल लिया.

इसके बाद मेरी बीवी किरण को भी मजा आने लगा और वो अतुल को अपनी तरफ खींचने लगी.
मेरी चीटिंग वाइफ सेक्स करती रही, साथ ही कहती भी रही कि आह और जोर से मारो मेरी … मजा आ गया … और जोर से आह और जोर से … आह!

ऐसे ही तकरीबन आधा घंटा तक मेरे बॉस ने मेरी बीवी की चुदाई की और उसके बाद अपना लंड बाहर निकाल लिया.
मैं सोच में पड़ गया कि इसने ऐसा क्यों किया.

उसने मेरी बीवी से कहा- चलो नीचे आ जाओ घुटनों पर, आज मैं तुमको अपना अमृतपान करवाता हूँ. पिछली बार रह गया था.
उसकी बात को सुनकर मेरी बीवी बैठ गयी और अतुल अपने लंड पर मुठ मारने लगा.

कुछ ही देर बाद उसने अपना वीर्य मेरी बीवी के मुँह में डाल दिया जिसको मेरी बीवी ने अपने मुँह में भर लिया.

अतुल ने भी जबरदस्ती मेरी बीवी के मुँह में झड़ने के बाद अपना लंड ठूंस दिया.
जिससे मेरी बीवी को रस पीना पड़ा.

उसको वीर्य पीने में मजा भी आया. यह उसके चेहरे को देखकर साफ़ समझ आ रहा था.

अब सब खेल खत्म हो चुका था और कहीं न कहीं मुझे भी यह अच्छा लगा था.

उसके बाद मैं वहां से निकल गया और मेरे दिमाग में भी कुछ और पकने लगा था.

हॉट गर्ल जूनियर सेक्स कहानी में मेरे ऑफिस में एक नई लड़की आई. वह मुझे बहुत सेक्सी और गर्म लगती थी क्योंकि वह अक्सर मेरे पास घूमती रहती थी.

फ्रेंड्स, मैं विकास मिश्रा आपके सामने अपनी वह सेक्स कहानी लेकर हाजिर हूँ जिसमें मैंने अपने ऑफिस की जूनियर कर्मी को उसके फ्लैट में जाकर चोदा था.

मेरे ऑफिस में एक प्रियंका नाम की लड़की ने जॉइन किया था.
वह मेरी जूनियर थी; नयी नयी कॉलेज से पास आउट थी.

क्योंकि वह लड़की थी इसलिए उसे मेरे डिपार्टमेंट की लैबोरेट्री का काम दिया गया.
वह थी तो छोटे कद की, पर उसकी बॉडी किसी पॉर्न एक्ट्रेस वाली थी.

सामान्यतया वह मुझे सर कह कर ही बात करती थी.
जबकि मैं बस उससे एक साल ही सीनियर था.

उसकी आंखों से साफ लगता था कि उसमें सेक्स पावर काफ़ी ज्यादा है.

यह हॉट गर्ल जूनियर सेक्स कहानी इसी प्रियंका की है.

एक दिन मैंने उसे नोटिस कि वह ऑफिस में डार्क कलर का सूट पहन कर आई है और उसने अन्दर ब्रा नहीं पहनी है.
मैंने उसके निप्पल ऊपर से ही देख लिए.
लेकिन वह बिल्कुल भी शर्मा नहीं रही थी और बड़ी कॉन्फिडेंट भी थी.

हालांकि मैंने उसे कुछ नहीं कहा, पर उसकी आंखों ने मेरी वासना को पढ़ लिया था और वह सारे समय मस्त हिरनी सी फुदक फुदक कर अपनी चूचियों की आग से मेरे लौड़े को झुलसाती रही.

अब यह उसका रोज का काम हो गया था.

मैंने उससे कुछ भी नहीं कहा था, बस उसकी जवानी को देख देख कर अपने लौड़े को सहला लेता था.

ऐसे ही 6 महीने गुजर गए.

मैं ज्यादातर उसके बूब्स ही देखा करता था. उसके बूब्स 32 साइज़ के थे.
मुझे लगता था कि वह मुझे कभी भी अपने दूध निहारते हुए नहीं पकड़ पाई है.

एक बार की बात है, मेरी सुबह की शिफ्ट थी, मतलब सुबह 6 से दोपहर 2 बजे तक.
प्रियंका जनरल शिफ्ट में आती थी.

उसका सुबह 9 से 1 और फिर 3 से 6 बजे तक का ऑफिस रहता था.

उस दिन मुझे लैब में कुछ काम था तो मैं लैब की चाभी ढूंढने लगा लेकिन मुझे चाभी नहीं मिली.
तो मुझे लगा लैब खुली होगी.

जब मैंने नीचे जाकर देखा, तो लैब खुली थी और अन्दर प्रियंका किसी से फोन पर बात कर रही थी.

मैं अन्दर गया तो प्रियंका ने फोन पर बोला कि वह बाद में बात करेगी.

प्रियंका- अरे सर … आप?
मैं- हां कुछ काम था मुझे!

प्रियंका- बताइए न सर?
मैं- लंच करने नहीं गयी तुम?
प्रियंका- आज भूख नहीं लगी.
‘ओके.’

फिर मैंने प्रियंका से कुछ सामान मांगा तो वह सामान लेकर मेरे पास आ गयी.

प्रियंका मेरे बहुत करीब आ गयी.
मैं कुछ समझ नहीं पाया कि अचानक से ये क्या हो रहा है.

अपने हाथ वह मेरे हाथ से टच करने लगी.
वह मेरे इतने करीब थी कि मैं उसके बालों की खुशबू को महसूस कर पा रहा था.

प्रियंका बस मेरे पास खड़ी थी.

जब मुझसे कंट्रोल नहीं हुआ तो मैं उसके बूब्स दबाने लगा.

दो सेकंड तो प्रियंका भी कुछ नहीं बोली.
पर तभी उसने मुझे धक्का देकर पीछे हटा दिया.

मैंने देखा कि लैब में झाड़ू पौंछा वाला आया हुआ था और वह रूम क्लीन कर रहा था.
वह कुछ भी देख नहीं पाया था.

फिर 5 मिनट तक मैं और प्रियंका वहीं खड़े रहे थे और पौंछे वाले का जाने का इंतजार कर रहे थे लेकिन उसे तो टाइम लगने वाला था.

फिर प्रियंका लैब से बाहर जाने लगी और पीछे मुड़कर मुझे देख कर मुस्कुराई.

उस हॉट गर्ल की मुस्कुराहट से मेरी धड़कन तेज हो गयी.
बहुत गजब का फिगर था उसका!

मैं उसके पीछे पीछे गया.
और वह लेडीज बाथरूम में चली गयी.
मैं भी बाथरूम में अन्दर गया.

प्रियंका वॉशबेसिन के सामने खड़ी थी.

मैंने पीछे से उसे पकड़ा और उसकी गर्दन पर किस करने लगा.
प्रियंका भी मुझे किस करने लगी.

मैंने उसे दरवाजे पर सटा दिया और उसके होंठ और गले को चाटने लगा.
प्रियंका- आआहह.

मैं उसके बूब्स शर्ट के ऊपर से ही मसलने लगा.

प्रियंका ने अपनी शर्ट के बटन खोल दिए.

उसने लाल ब्रा पहनी थी.
मैंने उसकी ब्रा नीचे खिसकाई और उसके दूध दबाने लगा.

प्रियंका- आहह.

उसके दूध काफ़ी बड़े और मुलायम थे.
मैं कस कसके उसके दूध दबा रहा था और उसके होंठों को भी पी रहा था.

प्रियंका भी पूरी मदहोश थी और किस कर रही थी.

फिर मैंने उसकी पैंट का बटन खोला और उसकी पैंट नीचे कर दी.
अब मैंने प्रियंका की पैंटी में हाथ डाल दिया.

प्रियंका बस चूमाचाटी में बिज़ी थी.

मैंने दो उंगलियां उसकी चूत में डाल दीं. उसकी चूत बहुत गीली थी. मैंने धीरे धीरे उसकी चूत में फिंगरिंग शुरू कर दी.
प्रियंका- आआहह … आहह … सर!

मैंने फिंगरिंग और तेज कर दी.
प्रियंका- आअहह … आहह सर!

मैं उसे दीवार से सटा कर चूमाचाटी कर रहा था और उसकी चूत में फिंगरिंग चालू थी.
प्रियंका- उम्म्म्म आआहह … सर.

हम दोनों खूब कस कसके किस कर रहे थे और मैं प्रियंका की चूत में फिंगरिंग का मजा ले रहा था.
उसकी चूत का दाना बेहद मस्त था.

प्रियंका के निप्पल बहुत टाइट हो गए थे और दूध भी टाइट थे.
उसकी सांसें तेज हो गयी थीं.
और तभी उसका रज निकल गया.
प्रियंका शांत हो गयी.

फिर उसने कपड़े सही किए और चली गयी.
उसके बाद से मैंने और प्रियंका ने खूब फोन सेक्स किया.

फिर एक दिन प्रियंका ने बताया कि उसकी फ्लैटमेट घर जा रही है और 10 दिन बाद आएगी.
मैं- क्या इरादा है तुम्हारा?
प्रियंका- इरादा तो पता लगा ही चुके है आप!

मैं- तो आज आऊं तुम्हारे रूम पर?
प्रियंका- रात 11 बजे के बाद आना वर्ना कोई देख लेगा तो प्राब्लम हो जाएगी.
मैं- तुम दरवाजा खुला रखना, मैं सीधे अन्दर आ जाऊंगा.
प्रियंका- ओके, आप आने से पहले एक घंटी मार देना.

मैं रात सवा ग्यारह पर प्रियंका के रूम में चला गया.
वह बहुत साफ सफाई से रहती थी.

प्रियंका- अरे आ गए आप … बैठिए … पानी लेंगे!
उसकी औपचारिकता देख कर मेरे होंठों पर मुस्कुराहट आ गई.

मैं तो बस प्रियंका को देखता ही रह गया.
उसने काले रंग की साड़ी पहनी थी और बैकलैस ब्लाउज.
खुले बालों में वह एकदम कयामत लग रही थी.

प्रियंका किचन से मेरे लिए पानी ले आई और झुक कर देने लगी.

मैंने पानी लिया और प्रियंका के बूब्स की तरफ देखकर कहा- आज पानी से प्यास नहीं बुझेगी!
प्रियंका- तो कैसे बुझेगी?
इतना कह कर वह खाली गिलास किचन में रखने के लिए चली गयी.

मैं तो बस उसकी बॅक ही देखता रह गया.
बहुत गोरी थी वह … और ब्लैक साड़ी और खूबसूरत बना रही थी उसे.

मैं किचन में गया और पीछे से उसे पकड़ लिया.

प्रियंका- अरे!
मैं- बहुत खूबसूरत हो तुम प्रियंका.
प्रियंका- अच्छा …

वह सिंक में गिलास साफ कर रही थी और मैं उसे पीछे से पकड़े हुए था लेकिन उसे कोई फर्क नहीं पड़ रहा था.

मैंने प्रियंका की पीठ पर किस कर ली.

प्रियंका- काम नहीं करने देंगे मुझे आप?
वह मेरी तरफ मुड़ी.

मैंने प्रियंका को कमर से पकड़ कर अपनी तरफ कर लिया.

प्रियंका थोड़ी सी घबरा गयी और उसके मुँह से बस ‘अरे …’ निकल पाया.
उसी वक्त मैंने प्रियंका के होंठों को किस कर लिया.

‘ये करूंगा आज!’
प्रियंका- अच्छा, इतनी अच्छी लगती हूँ क्या मैं आपको?

मैंने प्रियंका को उठा कर किचन की स्लैब पर बैठा दिया और उसे किस करने लगा.
प्रियंका भी मुझे किस कर रही थी.

मैं प्रियंका के चेहरे को हाथ में लेकर भरपूर किस कर रहा था; मैं उसके होंठों को पागलों की तरह चूस रहा था.
मैंने उसके होंठों को, चेहरे को और गले को भी किस किया.

इस तरह करीब 10 मिनट तक मैंने प्रियंका को चूसा और उसके ब्लाउज का हुक खोलकर ब्लाउज को उतार दिया.
अब प्रियंका सिर्फ़ ब्लैक ब्रा में थी.

प्रियंका- आहह … पागल कर देते हैं आप तो!
मैं- अभी तो और पागल होगी तुम.!

यह कह कर मैंने प्रियंका को गोद में उठा लिया और उसके रूम में जाने लगा.
प्रियंका सिर्फ़ मेरी आंखों में देख रही थी.

मैंने प्रियंका को बेड पर गिरा दिया और उसके ऊपर आ गया.
प्रियंका ऊपर से सिर्फ़ ब्लैक ब्रा में थी और आधी साड़ी में.

मैं- आज तुम्हारे दोनों दूध पियूंगा.
प्रियंका- कुछ आता ही नहीं हैं इसमें!

मैं- कितनी सेक्सी लग रही हो तुम!
प्रियंका- अच्छा!
मैं- हां!

प्रियंका- असली चीज़ देखी कहां है आपने?
मैं- तो दिखाओ फिर!

प्रियंका- ब्रा उतारो तब दिखेगी.
मैं- ऐसे नहीं, रिक्वेस्ट करो पहले!

प्रियंका- सर, प्लीज मेरी ब्रा उतारिए ना. आज आपको कुछ दिखाना और पिलाना है.

मैंने प्रियंका की ब्रा उतार दी. उसके दूध 32 इंच के थे. खूब सॉफ्ट और वाइट, ब्राउन निप्पल.

वह बस लेटी थी.
मैंने उसके दोनों दूध दबाने शुरू कर दिए.

प्रियंका- आआ अहह.
मैं- कैसा लगा?

प्रियंका- आह कस कसके दबाइए न!
मैं प्रियंका के दोनों दूध कस कसके दबा रहा था और उसके निप्पल भी चूस रहा था.

प्रियंका- उउफ्फ़ … उम्म्म्मा.

मैं- और दबाऊं?
प्रियंका- हां.

मैं प्रियंका के दोनों दूध मसल रहा था और चूस रहा था.

प्रियंका- आआहह.

मैंने करीब 10 मिनट प्रियंका के दूध मसले और चूसे.

प्रियंका एकदम मदहोश सी हो रही थी.

मैं- कुछ गीला हुआ?
प्रियंका- सब कुछ गीला हो गया.

मैं- दिखाओ और क्या गीला हुआ?
प्रियंका- खुद ही देख लो.

मैं- कहो तो सुखा दूँ?
प्रियंका- वह ऐसे वैसे नहीं सूखेगी … अब तो उसका इलाज करना पड़ेगा.
मैं- ठीक है. मेरा पास एक औजार है, उससे इलाज कर देता हूँ.

वह हंस दी.

मैंने प्रियंका की साड़ी और साया उतार दिया.
वह सिर्फ़ ब्लैक पैंटी में थी.

मैंने प्रियंका की चूत उसकी पैंटी के ऊपर से मसली.

प्रियंका- उफफ्फ़ … देखा कितनी गीली है!
मैं- पैंटी उतार दूँ?
प्रियंका- हां.

मैं- क्या है पैंटी में?
प्रियंका- आपको नहीं पता क्या?
मैं- जो भी है, आज उसे पी जाऊंगा पूरा!
प्रियंका- जैसे फोन पर पीते हो न … वैसे?

मैं- उसे भी अच्छी तरह से.
प्रियंका- अच्छा!

मैंने देर ना करते हुए प्रियंका की पैंटी उतार दी.
उसकी चूत एकदम क्लीन शेव थी.

मैंने उसकी दोनों टांगें फैलाईं और उसकी चूत को चाट लिया.
बहुत नमकीन थी.

प्रियंका तड़प उठी- आज तो आप मार ही डालेंगे!
मैं- और क्या!

प्रियंका ने अपनी दोनों टांगें पूरी फैला दीं और बोली- लीजिए जन्नत की सैर करें.

मैंने प्रियंका की चूत पूरा मुँह में भर लिया और चूसने लगा.
प्रियंका- आअहह … मर गई … बहुत गुदगुदी हो रही है.

मैं कस कसके प्रियंका की चूत चूस रहा था और फिंगरिंग भी कर रहा था.
वह बस आहें भर रही थी और मेरा सिर अपनी चूत पर दबाए जा रही थी.

मैंने करीब 15 मिनट तक प्रियंका की चूत चूसी और चाटी.
उसकी चूत में से बहुत पानी आ रहा था.

प्रियंका- सर, मेरा होने वाला है!
यह बोल कर प्रियंका का रस निकल गया और वह ढीली पड़ गयी.
मैंने उसका पूरा रस पी लिया.

बहुत गजब माल थी वह!

मैं- आह सच में मज़ा आ गया.
प्रियंका- हां … मुझे भी अब आपका वाला पीना है.
मैं- पी लो.

प्रियंका ने मेरे लंड अपने हाथ में लिया और चूसने लगी.
बहुत गजब तरह से चूस और चाट रही थी वह!

मैं- प्रियंका तुम्हारे मुँह के अन्दर ही कर दूँ?
प्रियंका- हां.

मैंने प्रियंका के बाल पकड़े और उसके मुँह में ही लंड को अन्दर बाहर करने लगा और जल्द ही प्रियंका का मुँह मैंने अपने लिक्विड से भर दिया.

प्रियंका मेरा सारा पानी पी गयी.
वह मेरे लंड को पागलों की तरह चाट रही थी और बॉल्स को मुँह में भर कर चूस रही थी.

प्रियंका- सर, चलिए 69 पोजीशन ट्राइ करते हैं.
फिर हम दोनों 69 की पोजीशन में लेट गए.

मैं प्रियंका की चूत चूस रहा था और वह मेरा लंड.
थोड़ी देर बाद प्रियंका बोली- सर अब मेरे खेत में हल चलाओ.

यह कहती हुई वह सीधी होकर लेट गयी.
हम दोनों बिना कपड़ों के थे.

प्रियंका बोली- बिना कंडोम के चुदाई करना.
मैं प्रियंका के ऊपर आ गया.

प्रियंका- मेरी ज़मीन थोड़ी सूख गयी है. गीला कर दो आप!

मैंने चूत चूसने के बाद प्रियंका के होंठों को अपने होंठों में भर लिया और उसके दूध मसलने लगा.
प्रियंका- आहह.

मैंने अपना लंड प्रियंका की चूत में डाल दिया.
प्रियंका- आआहह … बहुत बड़ा है आपका … धीरे धीरे करें!

मैं- काफ़ी टाइट चूत है तुम्हारी!
प्रियंका- तो आज आप ढीला कर दो.

मैं- कैसे करूं ढीला?
प्रियंका- मेरे खेत में हल चला कर.

मैं- साफ साफ बोलो ना!
प्रियंका- पहले आप बोलिए, आपका क्या मन है?
मैं- मेरा तो मन है कि तुम्हें पूरी रात चोदूं!

प्रियंका- पूरी रात चोदेंगे आप मुझे?
मैं- हां प्रियंका.

प्रियंका- कैसे चोदेंगे?
मैं- जैसे लेटी हो तुम. वैसे ही पूरी रात नंगी किए हुए ही चोदता रहूँगा.

प्रियंका- नंगी तो आप पहले ही कर चुके हैं. अब बस चुदाई करें.

मैंने प्रियंका की चुदाई तेज कर दी.
प्रियंका- आहह.

मैं- कैसा लग रहा है?
प्रियंका- थोड़ा दर्द हो रहा है.

मैं- अभी मज़ा आएगा तुम्हें!
प्रियंका- आपको मज़ा नहीं आ रहा?

मैं- पहले दिन ऑफिस में देखा था तुम्हें. उसी दिन से मन था तुम्हें प्यार करने का.

प्रियंका- अब तो आपका सपना पूरा हो रहा है ना!

मैं- तुम बिना कपड़ों के ज़्यादा हॉट लगती हो प्रियंका.

प्रियंका- आप भी. मुझे पता ही नहीं था कि आपका इतना बड़ा है.
मैं- अब तो पता चल गया.
प्रियंका हंसती हुई- हां सर … आहह.

मैं- मज़ा आया?
प्रियंका- बहुत … और अन्दर डालिए न!

प्रियंका की पूरी चूत खुल चुकी थी.
मैं लंड आराम से अन्दर बाहर जा रहा था.

प्रियंका- उफ्फ़.
मैं- क्या हुआ?

प्रियंका- बहुत अच्छा लग रहा है सर … मैं तो समझो जन्नत की सैर कर रही हूँ.

अब मैंने प्रियंका की दोनों टांगें हवा में कर दीं और फिर से उसकी चुदाई करने लगा.
प्रियंका- आअहह सर …

उसकी चूत बहुत पानी छोड़ रही थी और चुदाई करने से खूब आवाज़ आ रही थी.
प्रियंका- आआहह.

मैं प्रियंका के दूध भी मसल रहा था और उसकी चुदाई भी कर रहा था.
प्रियंका- आहह … सर अब डॉगी स्टाइल में करिए ना!

मैंने प्रियंका को घुटनों के बल बैठाया और पीछे से उसके बाल पकड़ लिए.
फिर उसे डॉगी स्टाइल में चोदना शुरू कर दिया.

प्रियंका की चूत लगातार पानी छोड़ रही थी और उसे काफ़ी मज़ा भी आ रहा था.

मैं- तुम्हारे दूध कितना झूल रहे हैं प्रियंका!
प्रियंका- तो पकड़ लीजिए ना!

मैंने पीछे से प्रियंका के दूध पकड़ लिए और ताबड़तोड़ चोदने लगा.

प्रियंका- आहह.
मैं- और तेज!
प्रियंका- हां सर और तेज … आह.
मैं- और?
प्रियंका- हां और.

मैं- ले साली … अब पूरी दुरंतो का मजा ले तू!
प्रियंका- आहह … सर मेरा होने वाला है … आह.

बस यह कह कर प्रियंका का रस निकल गया और वह ढीली होकर लेट गयी.
उसी के बाद मैं भी झड़ गया.

प्रियंका- कैसा लगा मुझे टेस्ट करके?
मैं- बहुत गजब हो तुम!

प्रियंका- थक गए या और मज़े लेने हैं?
मैं- अभी मजा पूरा कहां हुआ मेरी जान। अभी तो सारी रात चोदना है तुम्हें!

दोस्तो, इस तरह से प्रियंका सारी रात मेरे लंड के नीचे मचलती रही.
और यह सिलसिला आज भी जारी है.

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मैं सीमा, 26, लखनऊ उत्तर प्रदेश, ज्योतिष और सेक्सी Sex Stories कहानियों का शौकीन. सभी भाभियों सालियों कुंवारी चुदी चुदाई चूतों, भोसड़ों को एक बार फ़िर आपका सीमा बार बार प्रणाम करते हुए ये विश्वास दिलाता है कि जिस तरह से आपकी बुर और भाईयों के लंड से मेरी पहली कहानी पढ़कर वीर्य के छीटें हिन्दुस्तान, पाकिस्तान, ब्रिटेन, अमेरिका तक पहुंचे. इस बार भी आप लोग पहले की तरह मेल करके बताइयेगा कि बुर भोसड़ा बन गयी या नहीं लंड के चोदने की रफ़्तार 4 गुना हुई या नहीं. बुर के फ़ौव्वारे से आदमियों के लंड भीगे या नहीं?

कहानी पे आ जाइये भाई भाभी लंड पे हाथ बुर में उंगली सावधान, आरती मेरी दूर के रिश्ते की मौसी लगती है जिनका घर बंगलौर में है एक काम के सिलसिले में मैं उनके घर गया हुआ था, आरती जी की उमर 21 साल रंग गोरा 5’6 इंच. मैं उनके घर गया तो उनकी मामी ने मुझसे इंट्रोड्यूस कराया कि ये आपकी छोटी मौसी लगती है मोडल बनना चाहती है प्लीज़ थोड़ा इसके बारे में देख कर बताओ कि क्या इसे सक्सेस मिलेगी?

मैंने हाथ देखा और बोला- कोशिश कीजिये थोड़ी सफ़लता जरूर मिलेगी आपका भाग्य अच्छा है लेकिन आप मोडल्स सेलेक्ट करेंगी न कि खुद मोडल बने, आपकी शादी लव मैरिज का योग साफ़ दिख रहा है.
वो बोली- आप क्यों मम्मी को भड़का रहे हैं.
और पैर पटक कर अपने ऊपर वाले कमरे में चली गयी, उसने खाना भी नहीं खाया तो मैंने उनकी मम्मी से कहा- आप खाना लगाइये मैं उसे बुला कर लाता हूं.

मैं ऊपर गया तो उसका दरवाजा खोल कर अन्दर गया और दरवाज़ा फ़िर हल्का से बंद हो गया, वो बेड पर पेट के बल लेटी थी रो रही थी मुँह छुपाकर उसकी छोटी सी स्कर्ट उसके लेटने की वजह से थोड़ी और ऊपर हो गयी थी उसकी पिंक पेंटी साफ़ नजर आ रही थी चिकनी जांघें संगमरमर सा शरीर कि नीयत खराब हो जाये.
मैंने उसकी पीठ पर हाथ रखकर कहा- आरती उठिये ये सब क्या है, प्लीज़ उठो चलो सब इन्तज़ार कर रहे हैं.

अचानक वो उठी और मेरे सीने से लिपटकर रोने लगी उसकी गोल चूचियाँ मेरे सीने से दब रही थी उसकी पीठ सहलाते सहलाते मेरा लंड तन गया मेरे शरीर में करेंट दौड़ गया 20 साल की गर्म लड़की मुझे बुरी तरह से अपने अंग से अंग को लगाकर दबाये जा रही थी.

उसने अपनी शर्ट के बटन को खोल दिया और बोली- सीमा प्लीज़ आप जो चाहो कर लो लेकिन मम्मी से जो कहा है एक बार मम्मी से कह दो कि वो झूठ है मैंने बहुत सपने सजायें हैं बोलीवुड के लिये आज तक मैंने किसी लड़के को कुछ भी नहीं दिया प्लीज़ मेरे सपनों को मत तोड़ो… मैं जानती हूं कि कोई भी मर्द किसी लड़की की इज़्ज़त को लूटने के लिये कुछ भी कर सकता है मेरी सभी सहेलियाँ अपने ब्योयफ़्रेंड्स से सेक्स का मजा लेती हैं लेकिन आज तक मैंने कभी किसी भी मर्द को अपने चूचियाँ तक छूने नहीं दिया .. बुर तो आज भी मेरी उतनी ही खुली है कि मैं सिर्फ़ मूत सकूं, सारी फ़्रेंड्स जिनके पास ब्योय फ़्रेंड्स नहीं हैं वो एक दूसरे की चूचियाँ मुंह में लेकर चूसती हैं बुर में पानी की प्लास्टिक पाइप भी डलवाती हैं बिस्तर पर एक दूसरे की चूत से चूत रगड़कर झड़ जाती है…
वो बताती हैं कि तुम बहुत सेक्सी हो किसी भी तरह अगर महेश भट्ट या फ़िर राम गोपाल वर्मा के पास पहुंच जाओ तो तुम्हारा काम… जरूर हो जायेगा पर लिंक तो ढूंढना पड़ेगा… सीमा आपके पास इतने बड़े बड़े कोन्टक्ट हैं प्लीज़ कोई भी जुगाड़ करो न..सीमा मैंने आज तक अपनी झांटें ओरीजिनल रखी हैं कभी नहीं बनाई देखो ये रही!

उसने अपनी स्कर्ट उतार कर फ़ेंकी और अपनी बुर के पास मेरा हाथ लेगाया और बोली देखो प्लीज़… मैं झूठ नहीं बोल रही आप इतने अच्छे हो कि क्या कहूँ मुझे पता है कि आपकी कही बात गलत नहीं होती मैंने आपके बारे में सुन रखा है पर… क्या आपकी एक बात मेरी जिंदगी की सारी मेहनत, कुंवारी चूत की तपस्या सब बर्बाद हो जायेगीईई नहीं आपको मेरा सब कुछ सही करना होगा…जो पैसा लगेगा मैं दूंगी, मेरी सबसे बड़ी दौलत मेरी कुंवारी चूची और चूत है… आप जो करना चाहे…

मैं उसकी बातों को सुनकर स्टेच्यु हो गया कि क्या औरत या कोई भी लड़की इतनी बेशरमी से बात भी कर सकती है… मैंने कहा अच्छा नीचे…आओ सब लोग इन्तज़ार कर रहे हैं मैं देखता हूं क्या कर सकता हूं.
मेरा लंड तनकर बम्बू हो गया, चुदाई तो कर सकता था लेकिन कुछ परेशान भी था कि क्या करूं…
तो वो बोली नहीं अभी बताइये… ओहह अब समझी… मुझे आपको एडवांस देना है इतना कहकर उसने दूर बंद कर लिया वो मेरी पैंट की ज़िप खोल दी और मुँह में लेकर चूसने लगी… बोली सीमा प्लीज़ बताओ अच्छा लग रहा है?
मैंने कहा आरती मैं पागल हो जाऊँगा प्लीज़…
“मैं क्या करूं?” वो बोली- चलो अच्छा मेरी चूत को भी चोद लो… लेकिन मेरी बुर में इतना मोटा लंड… कल मेरी सहेली के घर में चोद लेना नहीं तो मैं चिल्लाऊँगी तो कोई… आ… जायेगा.

इतना कहकर वो मुझे बेड पर ले गयी और ब्रा हुक खोल कर दोनों चूचियाँ जो गोल गोल लाल लाल भुंडियों के साथ थी आपस में सटा लिया और बोली आज़ इसमें ही चोद लो प्लीज़… बुर में कल…
मैं पागल हुआ जा रहा था उसकी चूचियों को मुँह से थूक लगा लगा कर चूस रहा था वो भी आहह क्सहह ऊऊहह ल्लल्ल ल्लल्ल ऊऊस्सस!

तभी मैंने एक उंगली बुर में डाली और उसकी बुर भी लसलसी हो चुकी थीईईइ लेकिन मुझे पता लग गया कि वो चूत कुंवारी है यहाँ चोदना रिस्की है.
मैंने उसके गुलाबी होंठों को जीभ से भर दिया, वो भी मस्ती में आआहह्ह प्लीज़्ज़ज़्ज़ व्वव्ववूऊऊओ कर रही थी.

तभी चूचियों के बीच में मेरा लंड ने फ़ौव्वारा छोड़ा और छींटें उसके बालों पर भी पड़े अब मैं झड़ गया लेकिन बुर की चुदाई से मुझे कई गुना मजा आया, वो बोली- सीमा… एडवांस दे दिया है… बुर कल चुदवाऊँगी प्लीज़… आज सही बताऊँ तो बड़ा मजा आया कल चलना मैं अपनी सहेली की बुर दिलवाऊँगी वो अभी उंगली डालती है… और अगर तुम्हें मेरी ही कुंवारी बुर को चोदना हो तो मेरी भीईईइ…
इतना कहकर वो बाथरूम चली गयी… मैं भी लंड धुलकर नीचे आयाआआअ… कल मैंने दोनों की बुर ली. Sex Stories

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