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Massage Girl in West Siang: Premium Relaxation Services

Our site can help you find a professional massage girl in West Siang who will help you relax in the best manner possible. We connect you with professional therapists who can offer you a massage that will make you feel better and more relaxed. The pros on our list are ready to provide you with a fantastic experience at your house or in one of their particular spots, whether you want to relax or get away from it all.

Introduction

Massage is currently one of the finest methods to relax your mind, body, and overall health. Our website makes it easy to locate the top massage services in West Siang that meet your demands. This will be a one-of-a-kind and calming experience for you.

Tottaa wants to make it simple for clients to find the top masseuse. The West Siang massage service providers on our list offer the greatest quality, comfort, and competence, whether you want a full-body massage or a massage for a particular location.

How Tottaa Helps Advertisers Reach More Customers

Tottaa is not only a list of masseuses, it’s also a secure location for them to show off what they can do. People in West Siang who are seeking massage services may find them on our website. This makes them easier to find and gets them more appointments.

Advertisers may simply put up profiles, offer their services, and talk about pricing and discounts on our sites. This makes sure that the relevant people notice your West Siang massage service, which makes it easier to obtain more customers.

Different Types of Massages We Offer

There are a lot of different types of massage services on our site, so you may choose one that works for you. You may choose the kind of treatment that works best for you, whether it’s profound rest or a particular type of therapy.

1. Swedish Massage

A calm and gentle way to ease muscular tension and improve blood flow. This West Siang massage is perfect for you if you want to relax and forget about your concerns.

2. Deep Tissue Massage

This approach employs a lot of pressure to get to deeper muscle layers. It’s helpful for folks who have muscular discomfort or stiffness that won’t go away. There are specialists on our profiles of massage girls in West Siang who are good at deep tissue treatments that function effectively.

3. Aromatherapy Massage

Calming massage strokes and essential oils are beneficial in making people feel improved both emotionally and physically. Most massage companies in West Siang employ the use of custom oil preparations to make you feel good.

4. Thai Massage

A therapy that wakes you up by using a mix of regular massage, stretching, and compression. This traditional massage in West Siang helps you relax, become more flexible, and get your mind and body back in harmony.

5. Hot Stone Massage

Heated stones are placed on various parts of the body to help with deep muscular tightness. People who want to feel good, relax, and help their muscles recover quickly can use this massage service in West Siang

How to Book Our Massage Services

Tottaa makes it simple and fast to book. With our listings, you can see what kind of massage you want, read about the providers, see that they are free and then contact them directly. After you choose, you can book a massage in West Siang at your convenient time and location. In order to get your desired massage services, apply the following simple steps:

Step 1: Browse Our Listings

Take a peek around our site to view a few massage professionals. Each listing gives you information about the many sorts of massages, how long they last, how much they cost, and where they are situated. This makes it easier to choose the finest ones.

Step 2: Compare and Shortlist

Examine the profiles carefully to compare how the services, talents, and reviews posted by customers differ. This phase makes sure you choose a business that has the style, pricing, and supply you desire.

Step 3: Connect with the Provider

When you have decided, use the information that you are offered so that you can contact them directly. One can communicate it to the massage giver thus making it understood what massage you want at what time and when.

Step 4: Confirm the Appointment

The date, time and place of the service, which could be your home, a hotel or the spa where the therapist may be found. You also need to agree on the payment method and any other accords prior to commencement of the course.

Step 5: Relax and Enjoy Your Massage

All you have to do on the day of the appointment is have your area ready for the house visit. The remainder will be handled by the expert. Take it easy and enjoy a massage that is made just for you.

Frequently Asked Questions

To locate a professional who can meet your needs, read our biography, reviews and advertising.

Yes, many of the therapists on our site will come to your house so you may feel safe and at ease.

You may pick based on talents since most adverts provide their qualifications in their profiles.

It would be advisable to make a reservation earlier to guarantee that you would be able to get a massage, particularly against the prevalent services of massage.

Not at all. Tottaa exclusively connects users with service providers. The doctor gets to choose how to handle payment.

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हेल्लो दोस्तो Sex Stories

मैं कुछ दिनों से Sex Stories अन्तर्वासना की कहानियाँ पढ़ रहा हूँ। इन कहानियोँ से मुझे मेरी घटनाएँ याद आ गई।

मेरे नाम मोहित है मैं पुणे से एम बी ए कर रहा हूँ। कद ५’८”, लंड ७” ।

मैं पुणे अप्रैल में पहली बार आया था, मुझे कॉलेज की फीस देनी थी। मेरी ट्रेन दोपहर १२ बजे स्टेशन पर पहुंची। अब मुझे कॉलेज जाना था। चूंकि मैं पुणे में नया था, मुझे सिटी बस के बारे में कुछ पता नहीं था। लेकिन ऑटो वाले बहुत ज्यादा भाड़ा बोल रहे थे। मैं स्टुडेंट हूं इसलिए इतना ज्यादा पैसा नहीं दे सकता था। तब मैंने कोई सवारी देखना शुरू किया, जो मेरे साथ भाड़ा शेयर कर ले। बहुत समय तक देखा कोई नहीं मिला।

फ़िर अचानक एक औरत आई और कहा वो ऑटो का भाड़ा शेयर कर सकती है। उसका घर भी रास्ते पर ही था। क्या फिगर था उसका, ३८-२८-३४ का फिगर था। उसके चूतड़ के तो क्या कहने जैसे निकलने के लिए बेताब हो।

उसने मेरा नाम पूछा, मुझे बहुत जोरों की प्यास लगी थी। तो उसने मुझे पानी दिया, वो शोपिंग कर के आ रही थी। मैं उससे सटकर बैठा हुआ था। मेरे जांघ उसके जांघ से टकरा रहे थे। मुझे स्वर्ग सा मज़ा आ रहा था।

ड्राइवर ने एक बार जोर से ब्रेक मारा तो मैं उस पर जा गिरा।

उसका घर आया। चूंकि हम दोनों में बहुत अच्छी दोस्ती हो चुकी थी, स्वाति उसका नाम था। उसके पास सामान बहुत था सो मैं उसका सामान लेकर उसके घर गया। क्या बंगला था उसका। फ़िर मुझे उसने बैठाया और पानी लेकर आई, फ़िर मैंने पूछा कि इतने बड़े घर में अकेले रहती हो क्या?

उसने जवाब दिया कि वो और उसका पति रहते हैं। अभी ३ महीने ही हुए है शादी को। फ़िर उसने कहा कि वो कपड़े बदल के आती है, मैं तब तक अकेले ही बैठा रहा। फ़िर वो बरमूडा और टी शर्ट में आई, मैं तो उसे देखता ही रह गया।

क्या गोरे गोरे जांघ थे उसके। फ़िर वो मेरे पास आकर बैठ गई। फ़िर उसने मेरे बारे में पूछा, मैं तो उसके गोरे जांघ देखकर पागल हुआ जा रहा था, मुझ से रहा नहीं गया, मैंने उससे कहा कि वो बहुत सेक्सी है।

उसने कहा कि बस सेक्सी और कुछ नहीं।

बस मैं समझ चुका था। मैंने कहा कि आप तो हॉट हो, मैं आपके साथ सिर्फ़ कुछ पल बिस्तर पर बिताना चाहता हूँ।

उसने कहा- कुछ पल क्यों जितना बिता सकते हो !

फ़िर क्या था मेरा रास्ता साफ़ हो गया था।

फ़िर उसने बताया कि वो चुदवाने की बहुत दीवानी है, रात भर मेरा पति मुझे चोदता है, मैं कालेज के समय से ही रोज रात को चुदाते आ रही हूँ। बिना चुदे मुझे नींद नहीं आती है। पर दिन को मेरे पति काम पर होते हैं, तो चुदाई की विडियो देखकर काम चलाना पड़ता है।

मैंने कहा- रानी अब मैं तुम्हें चुदाई का असली मज़ा देता हूँ जो आज तक तुम्हें किसी ने नहीं दिया होगा। फ़िर मैंने उसके लाल रसीले होंठों को अपने होंठों से किस करना चालू किया, क्या रसीले होठ थे, मैं तो बस चूस ही रहा था। कभी ऊपर के होंठ तो कभी नीचे के। फ़िर उसने अपनी जीभ मेरे मुँह में दे दी, मैंने उसे चूसा, फ़िर मैंने अपनी जीभ उसे दी। इस तरह आधे घंटे तक चुम्मा चलता रहा। वो पूरी तरह से गरम हो चुकी थी।

फ़िर मैंने उसका टी-शर्ट उतार दिया और बरमूडा भी। अब वो मेरे सामने ब्रा और चड्डी में थी। क्या चूतड़ थे। चड्डी तो पूरी गीली हो चुकी थी। फ़िर मैं पूरा नंगा हो गया।

जैसे ही उसने मेरा ७” का लंड देखा तुंरत अपने मुँह में डाल लिया। अब वो मेरा लण्ड चूस रही थी, मैं उसके ब्रा और चड्डी उतार रहा था। क्या चूसती है। मैं उसके मुँह में अपने लंड को पूरा उसके गले तक डालता था, करीब आधे घंटे तक मैं उसके मुँह की चुदाई करता रहा।

मैंने बहुत देर तक उसके पूरे गोरे बदन को चाटा। ऐसा कोई अंग नहीं था जिसे नहीं चाटा हो। उसके चूतड़ को तो दबा दबा के लाल कर दिया था।

फ़िर उसे बेड पर लेटाया और और उसके चूत को चाटने लगा, उसने बताया कि उसने आज ही शेव की है चूत की। इसलिए चिकनी फ़ुद्दी चाटने में बहुत मज़ा आ रहा था। मैंने उसकी चूत को अपने जीभ से चोदा, ऊँगली डाल के चोदा, चूस चूस के उसके चूत को लाल कर दिया । वो वही पर झड़ गई।

फ़िर मैंने उसके गांड को चाटना चालू किया। वो चिल्ला रही थी मर गई, आऽऽ आ आऽऽ आऽ आऽऽऽऽऽऽ आ !

मुझे मजा आ रहा था। क्या गांड था, कुछ देर बाद वो रिचार्ज हो गई।

फ़िर मैंने अपना लण्ड उसकी चूत में डाल दिया। उसे चोदता रहा, पहले धीरे धीरे चोदा फ़िर एक्सप्रेस की स्पीड से चोदा।

वो चिल्ला उठी- बस कर हरामजादे !

चूंकि वो बहुत अच्छे घर से थी, उसे गन्दी गालियां नहीं आती थी।

मैं फ़िर भी चोदता रहा। अब तो वो भी साथ देने लगी। अपने चूतड़ उठा कर साथ देने लगी।

उसने कहा- फाड़ दो आज इस चूत को।

फ़िर मैंने उसे कुतिया की तरह किया और पीछे से चोदा। बहुत मज़ा आ रहा था। मैंने उससे कहा कि मैं तुम्हारे चूत का भोसड़ा बनाऊंगा ! क्या लग रही थी वो ! सिर्फ़ सेंडल पहन कर चुदा रही थी !

हम दोनों साथ में झड़ गए। वो शादीशुदा थी, इसलिए झड़ने का कोई डर नहीं था मैं उसकी चूत में ही झड़ गया।

हम दोनों सो गए, कुछ देर बाद मैं जगा, वो नंगी सो रही थी ! मैंने उसे जगाया, फ़िर मैंने उसकी गांड मारी।

उसने कहा कि उसने कभी गांड नहीं मराई क्योंकि गांड मराने से जवानी ढलती है। पर तुम्हारे लंड को देखकर मैं अपने आप को रोक नहीं पाई।

फ़िर मैंने उसकी गांड मारी, और उसके गांड में ही झड़ गया। अब हम दोनों बहुत थक चुके थे। फ़िर मैंने अपनी मुठ मारी और सारा माल उसके मुंह में दे दिया। फ़िर मैंने उसकी गांड और चूत को चाट कर साफ़ किया।

फ़िर हम दोनों साथ नहाए, फ़िर नाश्ता किए।

फ़िर उसने मुझे १००० रूपए देना चाहा पर मैंने नहीं लिया। फ़िर उसने मेरा फ़ोन नम्बर लिया। मैं आज पुणे में रहता हूँ। और स्वाति को कई बार चोद चुका हूँ। जब भी उसे जरुरत महसूस होती है, मुझे बुला लेती है।

हमारा राज़ आज तक कोई नहीं जान पाया।

आप को मेरी घटना कैसी लगी? मेल करें। Sex Stories

बिजनेस बढ़ाया चुदाई से नमस्कार दोस्तों, मेरा नाम नीलम हैं। मेरी उम्र अभी 43 साल हैं। मैं कई सालों से दिन में टाइम पास करने के लिए हिंदी सेक्स स्टोरी पढ़ती हूं। मुझे इसके बारे में मेरे मोहल्ले की ही पड़ोसनों ने बताया था शाम को जब हम लेडिस आपस में बैठकर बातें करते तो रात के सेक्स को लेकर भी चर्चा करते थे तो सभी अपने-अपने अनुभव बताती थी कि उनके पति उनके साथ कैसे-कैसे क्या-क्या करते हैं उनमें से ही एक पड़ोसन प्रीती ने इसके बारे में हमें जानकारी दी। मैं पहले अपने परिवार के साथ गांव में ही रहती थी और मेरे पति शहर में रहकर काम करते थे। वह सप्ताह में एक दिन घर आते हैं और फिर वापस शहर चले जाते हैं। शहर में भी उनको खान और रहने में काफी परेशानी होती थी क्योंकि वह खुद बनाते हैं फिर सारा काम खुद करते हैं तो काफी टाइम लग जाता ऐसे फिर एक बार उन्होंने बोला कि क्यों नहीं तुम शहर चलती हो मैंने कहा कि शहर में खर्चा ज्यादा होगा तो बोले कि हम कुछ काम कर लेंगे और सब ठीक हो जाएगा। फिर मेरे पति ने शहर से थोड़ा बाहर की तरफ एक प्लॉट खरीदा और वहां पर छोटा सा मकान बना दिया वह कॉलोनी अभी नई-नई बस रही थी इस कारण आदि से ज्यादा प्लाट खाली पड़े थे और कुछ मकान बने हुए थे हम लोगों ने वार है ना शुरू कर दिया। वहां पर 8-10 मकान और बने हुए थे और उन में भी सब गांव से ही आकर लोग रहना शुरू हुए थे जो शहर में काम करते थे। मैंने मेरे दोनों बेटों को हॉस्टल में एडमिशन करवा दिया और हम दोनों पति-पत्नी वहां रहने लगे। मैं पूरा दिन खाली रहती थी तो मैंने पति को कहा कि आप गांव से गाय भैंस या लेकर आ जाओ तो काम भी हो जाएगा आमदनी भी होगी तो मेरे पति गांव से दो भैंसे और दो गाय लेकर आ गए। गांव में हमारे बहुत सी गाय भैंस थी। तो पति कुछ लेकर के यहां शहर आ गए। शहर में हमने पास वाले प्लॉट में गाय भैंस रखनी शुरू कर दी। मैं सुबह 5:00 उठाती और गाय भैंसों का दूध निकाल कर उन्हें चार वगैरा दे देती और मेरे पति हमारे घर से ही एक दो किलोमीटर दूर बड़ी पोश कॉलोनी में दूध सप्लाई करके आ जाते। शाम का दूध देने में परेशानी होती थी तो मेरे पति ने एक सेकंड हैंड एक्टिवा खरीद ली और मुझे एक्टिवा सीखा दी। अब मैं शाम को खुद ही दूध सप्लाई करने जाती थी। रात में जब हम मोहल्ले की सभी औरतें इकट्ठा होती तो वह सब मेरे गाय भैंस के बारे में ही बैठकर बातें करती थी क्योंकि वहां पर हम सब अकेले आराम से बैठ कर बातें कर सकते थे तो वह सब अपनी सारी बातें बताती थी उनमें से रजनी किसी बड़े बंगले में काम करती थी तो वह महंगे महंगे कपड़े पहनती थी बाकी औरतें उससे पूछता की रजनी इतना कैसे खर्च कर लेती है पहले तो वह बताती नहीं थी लेकिन फिर वह धीरे-धीरे बताने लगी की बंगले का जो साब है वह उसके साथ सेक्स करता है और बदले में उसे यह सब देता हैं। वह हम सब में बहुत तेज थी तो हम सबको ब्यूटी पार्लर भी साथ लेकर जाती थी वैक्स वगैरा करवाती थी और कहती थी कि तुम लोग अपनी वजाइना को एकदम क्लीन रखा करो ताकि तुम्हारा पति जब शाम को आए तो तुम्हारी पैंटी हटाकर सीधा उसे चाटने लग जाए। वह बोली कि शहर की औरतें तो रात में नाइटी और शर्ट पहनती है हम लोग भी अब ऐसे कपड़े पहनेगी तो हम सब लोगों को मार्केट लेकर गई और वहां से हम लोगों ने नाइटी टाइट योग पैंट टी-शर्ट लोवर टी-शर्ट जैसे नाइट वियर खरीद लिए अब हम लोग भी रात में नाइटी वियर यानी योगा पेट और टी-शर्ट लोवर टी-शर्ट पहनते थे। एक बार रजनी ने बताया कि उनके साहब के यहां पर कोई बड़ी पार्टी है और कैटरिंग के लिए महिलाओं की जरूरत है जो भरे पूरे मांसल बदन की हो। तो हमने कहा कि हम सभी का शरीर बहुत भरा पूरा हैं। रजनी बोली कि सब के यहां पर जो पार्टी है उसमें सब को महिला वेटर की जरूरत पड़ेगी रात में 9:00 से लेकर 1:00 तक पार्टी है और आप सबको दो ₹2000 मिलेंगे सभी महिलाओं ने हां कर दी की चार घंटे में ₹2000 तो अच्छे ही हैं। फिर रजनी बोले कि तुम ऐसे ही मत चलना पहले तुम ब्यूटी पार्लर जाकर अपना वैक्स वगैरा करवा लेना और अच्छे से तैयार हो जाना दिन हम लोग ब्यूटी पार्लर गए और वैक्स वगैरह कराया और अच्छे से तैयार हो गए हम लोग अपने घरों का काम खत्म कर रात 8:30 सब के फार्म हाउस पर पहुंच गए। वहां पर हम लोगों को वेटर की ड्रेस दी गई जो हेयर कलर का शर्ट और काले कलर की टाइट पेंट थी हम लोगों ने वह पहन लिए। वेटर की ड्रेस में हमारे बड़ी-बड़ी बस और बड़ी-बड़ी गांड बहुत ज्यादा ही दिख रही थी। पार्टी के मेहमान अभी हमें घूर-घूर कर देख रहे थे। उसने बड़े-बड़े लोग आए थे और करीब 100 तरह का खाना पीना था। रात 1:00 बजे पार्टी खत्म हो गई और जब हम लोग जाने लगे तो सब हमारे पास आया और बोला कि आप सब लोग मुझे बहुत अच्छे लगे हो आपने बहुत अच्छा काम भी किया है तो मैं तुम्हें खुश होकर दो ₹2000 ज्यादा दे रहा हूं मुझे इनाम समझ कर रख लेना। फिर वह बोला की पार्टी मेंखाने में भी बहुत बचा हुआ है आप लोगों को जितना चाहिए उतना ले जाओ तो काफी महिलाओं ने वहां से पैक भी करवा लिया और उसे साहब ने हम सबको अपने घर तक अपनी गाड़ी से भी छोड़ दिया। उसे दिन हम सभी महिलाएं बहुत खुश थी क्योंकि हमें चार-पांच घंटे काम करने के ही ₹4000 मिल गए थे। हम सब लेडिस ने अपने पतियों को बताया तो वह भी बहुत खुश हुए। अगले दिन शाम को जब हम बातें करने इकट्ठा हुई तो रजनी आकर के बोली की एक और काम हैं। उसके बदले और ज्यादा पैसे मिल सकते हैं तो हमने पूछा क्या काम है तो वह बोली कि सब के यहां आने वाले मेहमान को खुश करना हैं इसके बदले वो अच्छा पैसा देंगे। पहले तो हम लोगों ने सोचा पर बाद में हां कर दिया। उसके बाद रजनी रोज किसी ना किसी महिला को लेकर जाती वो वहां सेक्स करवाती और उसे अच्छे पैसे मिलते। एक बार रजनी मुझे भी लेकर गई वहां पर कोई सातवां आठवां साल का आदमी था जिसे मेरे साथ सेक्स करना था। मैं उसे आदमी के साथ कमरे में चली गई। अंदर जाते ही उसे आदमी ने मुझे कहा कि तू तू बहुत बड़ी रैंड लगती है तेरे बड़े-बड़े बस और गांड ही बता रहे हैं कि तू कितनी बड़ी रंडी है। मैंने कहा कि मैं तो गाय भैंस पालती हूं और दुध पीती हूं इस कारण मेरे बड़े हैं। वो मेरे 38-34-42 के फिगर को घूरकर देखा रहा था। फिर उसने मुझे बोला कि अब तू तेरे कपड़े उतार और पूरी नंगी हो जा तो मैं मेरे सारे कपड़े निकाल कर रख दिए वह मेरे नंगे बदन को देखता रहा फिर खुद भी नंगा हो गया उसका पेनिस 7 इंच लंबा और 2 इंच के बराबर मोटा था उसका एकदम काला काला पेनिस उठा हुआ था वह बोला कि अब मेरे पेनिस को मुंह में लेकर चूस। फिर मैं उसका पेनिस मुंह में लेकर चूसने लगी। थोड़ी देर तक चूसने के बाद उसने मुझे सोफे पर बैठा दिया और मेरे दोनों टांगों को फैला कर खुद भी मेरी वजाइना को चाटना शुरू कर दिया मेरा पति कभी मेरी वजाइना जाता नहीं था तो मुझे बहुत मजा आया और मेरा पानी भी छूट गया। फिर उसने सोफे पर ही मेरे साथ पहली बार सेक्स किया। दूसरी बार उसने मेरे साथ गांड में सेक्स किया वह बहुत जल्दी ही फ्री हो गया। उसने मेरे से फोन नंबर लिए और बोला कि मुझे जरूरत पड़ेगी तो तुझे फोन करूंगा फिर वह वहां से चला गया और हमें भी रजनी के साथ घर आ गई। उसे दिन मुझे बहुत मजा आया क्योंकि उसने मेरी वजाइना कुछ इस तरह जाता था वैसा मजा मुझे पहली बार मिला। उसके एक-दो दिन बाद मेरे घर पर कुछ मेहमान आए और उसी दिन शाम को सब ने फोन किया कि नेहा कहां हो मिलोगी क्या तो मैंने कहा कि मैं मिल नहीं सकती हूं तो कहा कि आधे घंटे के लिए ही टाइम निकाल दे मैं बोली घर पर मेहमान आए हैं कैसे निकाले तो बोले कि हो तो मैनेज कर मेरे से अब नहीं रह जा रहा है या तो तू यहां आज या फिर मैं तेरे वहां आता हूं मैं बोली कि मेरे घर पर मेरा पति और मेहमान है मैं कहां मिलेगी तो वह बोली की तो कहीं भी मिल भले जंगल में मिलने आ जाना लेकिन एक बार मिलना पड़ेगा। फिर थोड़ी देर मैंने सोचा और मैं वापस फोन करके कहा कि मेरी गाय भैंस के बारे में ही जगह है वहां मिल सकते हो साहब बोला मैं तो तेरे लिए कहीं भी आ सकता हूं फिर वह रात को 12:00 बजे वह आया और मुझे फोन किया उसने अपनी कर हमारे घर से आधा किलोमीटर दूर खड़ी कर दिया और पैदल ही वहां तक आया फिर उसने मुझे फोन किया तो मैंने उसे बोला कि तुम वहीं रुको मैं आ रही हूं फिर मैं अपने पति को बताया कि रजनी मुझे बार-बार फोन कर रही है वह घर पर अकेली है तो मैं चली जाती हूं मेरा पति बोला ठीक है सुबह टाइम पर आ जाना मैंने कहा ठीक है आ जाऊंगी फिर मैं वहां से निकल गई और मैंने रजनी को फोन करके कहा कि रजनीबंगले वाला सब सेक्स के लिए आया है मैं गाय भैंस के बारे में उसके साथ करूंगी मैं तेरे घर का बोला है तू थोड़ा ध्यान रखना रजनी बोली कि तू चिंता मत कर तू मजे कर मैं संभाल दूंगी। फिर मैं सब को लेकर बड़े में चली गई वहां पर पूरा अंधेरा था और सब को तो पूरे कपड़े उतार कर करने की आदत थी मैंने बोला साहब आज आपको जल्दी-जल्दी करना पड़ेगा सब बोला कि जल्दी तू मेरे से होता नहीं है तरीका तो मेरा वही रहेगा हमें मुश्किल में पड़ गई कि अब क्या करूं तभी सब बोला कि इंतजार किसका कर रही है रंडी कपड़े उतार और नंगी हो जा हमें बोली कोई देख लेगा तब बोला कोई नहीं देखेगा तूने फोन तो कर दिया है रजनी को या कोई नहीं आएगा। फिर मैं सब को बड़े में एक कोने में लेकर गई जहां पर कई सारी बोरियां पड़ी थी और ऊपर भी छठ बनी हुई थी उसे कमरे में मैंने पर्दा लगा दिया और गेट बंद कर दिया अंदर मैंने लाइट ऑन कर दी वहां पर सिर्फ एक गड्ढा जमीन पर पड़ा था जहां पर हम सभी औरतें बैठकर बातें करते थे सब वहां बैठ गया और मैं कपड़े उतारने लगी साहब भी खड़ा होकर अपने कपड़े उतारने लगा फिर उसने जल्दी ही मेरे मुंह में अपना पेनिस डाल दिया और मैं चूसने लगी थोड़ी देर चूसने के बाद में गधे पर सो गई और सब मेरे ऊपर आ गया और अपना पेनिस मेरी वैजाइना में डाल दियामैंने सब को कहा कि क्या बात है साहब आज आपने मेरी वजाइना छाती नहीं साहब बोले रुक जा नेहा अभी एक बार करने दे फिर देख क्या-क्या करता हूं फिर सब ने जोर-जोर से झटका मारना शुरू कर दिया और 6 7 मिनट तक करीब 100 डेढ़ सौ झटका लगाया और अंदर ही स्पर्म छोड़ दिया। फिर सब ने किसी को फोन लगाया मैंने कहा किसी फोन कर रहे हो तो सब बोले कि मेरा एक दोस्त है वह भी है मैंने कहा आप कर क्या रही हो किसी को पता चल जाएगा बोला किसी को पता नहीं चलेगा फिर थोड़ी देर में सब का दोस्त नवीन भी पर आ गया। और अंदर जाकर वह भी पूरा नंगा हो गया। आप कमरे में हम तीन लोग थे नवीन मेरे बड़े-बड़े बूब्स को दबाने और चूसने लगा सब मेरी वजाइना को अच्छे से चैट रहे थे नवीन का पेनिस भी 6 इंच लंबा और 2 इंच मोटा था थोड़ी देर के बाद नवीन बोला कि नीलम मेरा मुंह में ले ले यार तो मैं नवीन का पेनिस अपने मुंह में लिया और थोड़ी देर चुस्ती रही फिर नवीन बोला कि अब मैं तेरे साथ करूंगा तू घोड़ी बन जा तो मैं वहीं पर घोड़ी बन गई नवीन पीछे से मेरी वैजाइना में पेनिस डालकर सेक्स करने लगा और सब आगे आए और उन्होंने अपना पेनिस मेरे मुंह में दे दिया अब मैं एक साथ दो लोगों से सेक्स करवा रही थी। 10 मिनट तक दोनों लगातार करते रहे फिर उनके स्पर्म निकल गए तो उन्होंने मुझे छोड़ दिया मैं बोली अपने घर जा सकती हूं क्या तो बोले अभी कहां जाओगी आधा घंटा तो रुको फिर वह खड़े-खड़े ही मेरे बस और बड़ी-बड़ी गांड को दबाने लगे आज मुझे बहुत मजा आ रहा था क्योंकि अमीर घरों के दो बड़े-बड़े साहब मुझे सेक्स का बहुत मजा दे रहे थे जितना मेरे पति ने कभी नहीं दिया था। फिर सब गधे पर सो गया और मैं उनके पेनिस पर अपनी वजाइना रखकर सेक्स करवाने लगी तभी नवीन ने मेरी गांड हमें क्रीम लगाई और अपना पेनिस मेरी गांड में डाल दिया अब मैं एक साथ दो लोगों से अपने दोनों छेदों को चुदवाने का मजा ले रही थी। वह दोनों अमीर घरों के बड़े-बड़े आदमी थे पर वह मुझे बहुत मजा दे रहे थे। 6 7 मिनट बाद उन्होंने मुझे सीधा खड़ा कर दिया और नवीन मेरी वैजाइना में सेक्स करने लगा और सब मेरी गांड में अपना पेनिस डालकर सेक्स करने लगे इस पोजीशन में 10 मिनट तक उन्होंने मुझे खड़े-खड़े ही सेक्स का मजा दिया और उसके बाद वह बोली की अब तो डॉगी स्टाइल में बन जा तो मैं गद्दे पर डॉगी स्टाइल में बन गई नवीन मेरी वैजाइना में पीछे से झटका करने लगा और सब मेरे मुंह में झटका देने लगे दो-तीन मिनट बाद सब ने मेरे मुंह में ही अपना स्पर्म गिरा दिया जबकि नवीन 15 मिनट तक लगातार तेज तेज झटके मारता रहा 15 मिनट तक उसने करीब 300 से ज्यादा झटका मेरी वैजाइना में लगाए थे मैं उसकी ताकत देखकर बहुत खुश थी कि 55 साल से ज्यादा की उम्र में भी यह दोनों लोग कितने ताकतवर हैं जो इतने अच्छे से सेक्स कर रहे हैं। फिर उन्होंने सेक्स के बाद मुझे कहा कि नेहा तू तो बहुत बड़ी मस्त और सेक्सी औरत है तेरे साथ हमें बहुत मजा आता है फिर सब बोले की यह बैग पकड़ इसमें तेरा गिफ्ट है तो मैंने वह छोटा सा बैग रख लिया सब मेरे लिए कोई महंगा लेडिस बैग लेकर आए थे जिसने मेरा गिफ्ट था फिर वह लोग चले गए। मैं भी घर जाकर सो गई। दूसरे दिन सब मेहमान चले गए और रात में हम सभी लेडिस रात में बातें करने के लिए करता हुए और 9:00 बजे वह सब अपने-अपने घर चली गई। फिर मैं अपने कमरे में आ गई और सोने लगी तो पति ने कहा कि रजनी के घर कल क्या काम था मैं बोली कि वह अकेली थी तो मुझे बुला लिया था। मेरा पति बोला कि मैं कल रात में रजनी के पति को फोन करके पूछा कि तुम कहां पर हो तो उसने मुझे बताया कि मैं तो घर पर ही हूं फिर मैं एक बार जब रात में गाय भैंस के बारे में चेक करने के लिए आया था कि सब ठीक-ठाक तो है तो मैं कमरे में लाइट चलती हुई देख ली तो मैं वहां बाहर खड़ा होकर देखने लगा कि अंदर कौन है तो मुझे तुम्हारी और दो लोगों की आवाज सुनाई दे रही थी फिर मैं खिड़की में से सब कुछ देखा है जो कल रात तू करके आई है। मैंने मेरे पति को कहा कि आप मुझे माफ कर दो वह मुझे अच्छा पैसा देते हैं और मैं तो हम सबके लिए ही यह कर रही हूं पति बोला कि वह लोग अब तुझे यहां घर आकर भी छोड़ रहे हैं मैं बोली कि आगे से मैं ऐसा नहीं करूंगी और मैं तो यह सब आपके लिए ही कर रही हूं आप अगर मना करेंगे तो मैं आगे से नहीं करुंगी फिर मैं पति को थोड़ी देर समझती रही तो वह मान गए वह थोड़ा गुस्से में भी थे उन्होंने अपना हाथ मेरे बस पर रखा और बोले कि कल तो दो लोगों के साथ कर रही थी आज मेरे साथ भी वैसा ही कर फिर वह बोले अब तू पूरी नंगी हो जा फिर मैं नंगी हो गई और मेरे पति भी पूरे नंगे हो गए पहली बार उन्होंने मेरे साथ घोड़ी बनाकर सेक्स किया और 4 मिनट में इस पर में गिरा दिया थोड़ी देर बाद और फिर से सेक्स के लिए तैयार हो गए फिर उन्होंने मुझे बोला तू लेट जा और अपनी टांगों को अपने कंधों के बराबर फैला कर उठा ले फिर मैं लेट गई और मैं मेरी दोनों टांगें उठा ली और कंधों के बराबर कर लिया अब मेरी वजाइना ऊपर की और उठी हुई थी और मेरे पति उसमें अपना पेनिस डालकर सेक्स करने लगे वह पूरा अंदर तक झटका दे रहे थे इस कारण मुझे बहुत दर्द हो रहा था मैं बोली धीरे करो दर्द भी होता है मुझे तो बोले कि कल दो-दो लोगों ने तीन-तीन बार किया तब दर्द नहीं हो रहा था। अब तेरा अपना पति कर रहा है तो तुझे दर्द हो रहा हैं। फिर उन्होंने अपना स्पर्म मेरी वैजाइना में ही गिरा दिया और मेरे पास सो गए। फिर सुबह जब मैं उठी और जाने लगी तो उन्होंने मेरा हाथ पकड़ा और मुझे अपने पास बुलाया और सुबह-सुबह ही 15 मिनट तक फिर से सेक्स किया। मैं बोली आप मेरे से नाराज तो नहीं है मेरे पति बोले नहीं मैं तुझसे नाराज नहीं हूं तू बहुत सेक्सी हैं और मजा देती है। आप लोग पढ़ कर बताना कि मैं कैसा लिखा हैं। neelamexpert@outlook.com

प्रेषक : मोहन वर्मा Indian Sex Stories

हाय !मेरा नाम मोहन है, मैं जयपुर से हूँ।मैं आज Indan Sex Stories अपनी एक सच्ची कहानी बताने जा रहा हूँ, इससे पहले सभी प्यासी चूतों को मेरे लंड का सलाम !

मेरे दोस्त ने एक लड़की से दोस्ती करी हुई थी। उस लड़की के साथ उसकी एक दोस्त आती थी, मुझे उसकी दोस्त बहुत पसंद थी वो बेचारी जब भी उसके साथ आती थी अकेले तरसती रहती थी मन मेरा भी बहुत करता था उससे बोलने के किए।

एक दिन मुझे मौका मिल गया उससे बात करने का। मैंने उसको विश किया। आग उसके अन्दर भी जल रही थी ! जब भी मेरा दोस्त अपनी फ्रेंड के साथ अंदर किस्सिंग कर रहा होता था, वो शोला बन जाती थी।

मैंने उसको लॉन्ग ड्राइव पे साथ चलने के लिए प्रोपोज़ किया। मेरे मन ही मन में लड्डू फूट रहे थे। हम कार में बैठे, कुछ खाने का लिया, वो चाह रही थी मैं उसे स्पर्श करूँ, मैं चाह रहा था वो शुरुआत करे, फिर मैंने सैंडविच निकाले, उसको खिलाने के लिए उसके लिप्स के पास ले गया, मैंने महसूस किया कि वो सैंडविच कम खा रही है, मेरी ऊँगली ज्यादा। बस फिर क्या था मैंने तो उसके लिप्स को चूसना चालू किया वो तड़पने लग। इतनी देर में एक होटल आ गया। हम दोनों कार से उतरे और एक कमरा लिया।

वो तो जाते ही बेड पे आँखे बंद कर के लेट गई मै समझ गया रास्ता साफ़ है। मैं भी उसके उपर लेट गया उसकी टीशर्ट में से उसके बूब्स हाथ में ले के मसलने लग गया। वो सिसकारियाँ भरने लग गई, उसने मुझे अपनी बाहों में कस के पकड़ लिया। उसके सख्त स्तन मुझे चुभने लग गए। कसम खा कर कहता हूँ कि इतने सख्त स्तन मैंने अपनी जिंदगी में पहली बार देखे थे। और चूचूक तो ऐसे गुलाबी कि पूछो मत, बिल्कुल गुलाबी मैंने जैसे ही मुह में लेकर चूसना शुरू किया वो पागलों की तरह मुझे चूमने लग गई। उसने मेरे कपड़े कब उतार दिए मुझे पता ही नहीं चला।

उसने मेरा सख्त लंड मुँह में ले के चूसना चालू किया। वो पागलों की तरह चूसे जा रही थी मेरा भी मन उसकी गर्मागर्म चूत चूसने का कर रहा था फिर बड़ी मुश्किल से मैंने उसको पोसिशन बदलने के लिए तैयार किया। अब हम ६९ की पोसिशन में थे। मैंने उसकी चूत का रस जैसे ही मुँह में लिया, वो अपनी चूत को मेरे लंड के पास ले आई। मेरा तना हुआ गर्मागर्म लंड अपनी चूत के मुँह पर लगा लिया। चूत इतनी कसी हुई कि लंड छिलने जैसा हो गया वो तड़पने लग गई और बोली- और जोर से ! और जोर से !और जोर से ! बोले जा रही थी। फिर हमने पोसीशन बदली, उसको घोड़ी बनाया, उसको तस्सल्ली से खूब चोदा।

इस बीच मैंने क्या महसूस किया कि वो मेरे लंड को पकड़ के अपनी गांड में डालने की कोशिश कर रही थी। मैंने उसकी मदद की और जोर जोर से धक्के मारना शुरू किया। वो मेरे लंड को एक बार आगे चूत में डाले, एक बार पीछे ले ! ऐसे करते करते वो डिस्चार्ज हो गई अब वो मुझे तृप्त लग रही थी, फिर हम साथ-साथ फ़व्वारे के नीचे नहाए और हल्के नाश्ते के बाद फिर चुदाई का आनंद लिया।

अब उसकी शादी हो गई है। पर आज भी जब वो हमारे शहर में आती है तो मुझसे जरूर चुद के जाती है !

मेल करें, मेरा इमेल है Indian Sex Stories

मैंने अपनी चूत में उंगली करके झड़ गई और नंगी ही सो गई… मेरे भाई ने मुझे नंगी देखा तो मेरी चूत में उंगली करने लगा फिर भाई ने चोदा मुझे!

दोस्तो, अन्तर्वासना सेक्स स्टोरी रोज पढ़ती हूँ और अब मैं अपनी रियल स्टोरी आप सबको सुनाने वाली हूँ, यह मेरी पहली स्टोरी है. आज जो मैं आप सबको सुनाने वाली हूँ, वो बिल्कुल सच है… आप मानो या ना मानो!

मैं कोलकाता की रहने वाली हूँ, उम्र 19 साल, गोरी हूँ और हॉट भी…
मेरे मोहल्ले के लड़के मुझे चोदने की ख्वाहिश जताते रहते हैं इनडाइरेक्ट्ली…

हमारा छोटा सा परिवार है जिसमें मैं, मेरा छोटा भाई और मम्मी… बस…. जब मैं 7 साल की थी तभी मेरे डैडी गुज़र गये थे. डैडी की जगह मम्मी को बैंक में नौकरी मिल गई थी तो मम्मी ने जैसे तैसे पाला पोसा हम दोनों भाई बहन को…
मैं और मेरा भाई कॉलेज जाते हैं.

आज से लगभग 3 महीने पहले एक दिन की बात है, वो मंडे था, मैं कॉलेज नहीं गई थी पर मेरा भाई रोज की तरह कॉलेज चला गया और मम्मी बैंक में…
मैं अकेली क्या करूँ… बस अन्तर्वासना सेक्स हिंदी में पढ़ने लगी.

मैं तब माँ बेटे की चुदाई वाली कहानी पढ़ रही थी… मैं बहुत गर्म हो चुकी थी, मैं रह नहीं पाई, मैंने अपनी जींस उतार दी और पेंटी के अंदर अपना हाथ डाल कर एक उंगली को चूत के दाने पर रगड़ने लगी.
अब जब मुझसे बिल्कुल रहा नहीं गया तो मैंने एक उंगली को अपनी चूत के अंदर घुसा दी. फिर क्या… बस अंदर बाहर करने लगी.

तभी मम्मी की कॉल आ गई, मम्मी बोली- आज मुझे आने में देर हो सकती है.
मैंने कहा- ठीक है…

फिर मुझे कुछ अच्छा नहीं लगा, मैं लेटी हुई थी और कब मेरी आँख लग गई पता नहीं चला.
अचानक मेरी आँख खुली, मैंने महसूस किया कि कोई मेरी चूत पे उंगली कर रहा है.
मैं कुछ नहीं बोली, बस धीरे से अपनी आँखें खोली, जो देखा तो मैं हैरान हो गई, ये क्या… मेरा छोटा भाई मेरी चूत में उंगली कर रहा था. मैंने जानबूझ कर कुछ भी रिऐक्ट नहीं किया क्योंकि मुझे बहुत मजा आ रहा था. मैं जाग कर भी सोने की एक्टिंग करती रही.

फिर क्या… कुछ देर बाद भाई ने मुझे जगाने की कोशिश की… पर मैं उठी ही नहीं क्योंकि जागते हुए इंसान को नींद से कोई कैसे उठाए!
भाई ने सोचा कि दीदी गहरी नींद में है… फिर धीरे धीरे भाई ने अपना लंड मेरे होंठों पर रख कर मेरे मुंह में घुसाने की कोशिश की.

मैंने भी कुछ हरकत ना करते हुए चुपचाप से अपने होंठ खोल दिए और ऐसे खोले कि उसे लगा शायद नींद में ही मेरे होंठ खुल गए.

भाई का लंड मैंने मुंह में ले लिया और मैं चूसने लगी. धीरे धीरे भाई इतना गर्म हो चुका था कि उससे रहा नहीं गया, उसने अपना लंड मेरे मुंह से निकाला और धीरे धीरे मेरी चूत की ओर आने लगा.
दोस्तो… अब मुझे लगाने लगा कि मेरी चुत चुदाई आज मेरा भाई से होने वाली है.

मेरे भाई ने फिर से मेरी चूत पर हाथ रखा. दोस्तो, मैं इतनी गर्म हो गई थी कि मेरी चूत पूरी गीली हो चुकी थी.

अब भाई बस लंड मेरी चूत पे रखने ही वाला था कि मेरा मादरचोद बॉयफ्रेंड का फोन आ गया. भाई डर गया… जैसे तैसे वो मेरे पास से भाग गया.

मैं थोड़ी देर बाद उठी और फोन रीसिव किया, उसे कैसे भी करके समझाया कि मैं घर के काम में बिज़ी हूँ.. फिर फोन रख कर भाई का इंतज़ार किया पर भाई नहीं आया.

फिर मुझ से बिल्कुल रहा नहीं गया, मैं भाई के पास जाने लगी. भाई का अलग रूम है. मैं जब भाई के पास गई तो देखा भाई बेड पर लेट कर मुठ मार रहा है. मैं एक मिनट तक देखती रही, फिर मुझे चुदवाने की इतनी भूख लगी कि मैं अचानक भाई के एकदम पास गई और बोली- ये क्या कर रहा है तू भाई?
अब भाई क्या करे… उसे कुछ सूझा नहीं… जैसे तैसे उसने पास पड़ी चादर ओढ़ ली.

पर मुझे तो अपनी चुत चुदाई करवानी थी, मैं बोली- जब मैं सोई हुई थी तो तू क्या कर रहा था?
बस मेरा इतना ही कहना था कि भाई रोने लगा- ग़लती हो गई बहन… माफ़ कर दे प्लीज!
मैंने उसे गले लगा लिया और बोली- क्यों रो रहा है, तू मेरा प्यारा भाई है, तेरा हर ग़लती माफ़, बस रोना नहीं!

वो चुप हो गया.

फिर मैंने उससे पूछा- भाई, तूने ऐसा क्यों किया?
वो चुप था.
मैंने प्यार से फोर्स किया तो बोलने लगा- जब मैं स्कूल से आया तो तू सो रही थी पर तेरी जींस उतारी हुई थी, तेरी पेंटी घुटनों पर थी, चूत नहीं पड़ी थी. तेरी चूत देखी तो मैं रह नहीं पाया, बस हो गई ग़लती!

अब मैंने कुछ भी नहीं सोचा, बस झट से उसका लंड पकड़ा और अपने मुंह में ले लिया और चूसने लगी.
भाई बोला- ये क्या कर रही है?
मैं बोली- चुप बहनचोद… कुछ मत बोल, बस साथ दे मेरा!

फिर भाई बोला- बहन क्या तू मेरे से चुदवाएगी?
मैं बोली- चुत चुदाई कैसे करते हैं, सीख ले पहले! मेरी चूत को चाट!

वो मेरी चूत को चाटने लगा, मैं रह नहीं पाई, मेरे मुंह से सिसकारी निकलने लगी- अयाया उम्म्ह… अहह… हय… याह… आ उऊः!
उसने देरी ना करते हुए लंड को मेरी चूत में रखा और ज़ोर का धक्का मारा, उसका लंड मेरी चूत आधा घुस गया, मैं आहह आ आ… करके चिल्लाने लगी.
फिर और एक ज़ोर का धक्का दिया और मेरी चूत में लंड पूरा घुस गया.

भाई मेरी चूत को काफी देर तक चोदता रहा और मैं भी आराम से अपनी चुत चुदाई करवाती रही.

फिर मेरे भाई ने अपनी बहन की चूत में अपने लंड का रस निकाल दिया. एक मिनट बाद मैं भी झड़ गई.
फिर हम वैसे ही लेटे रहे…

Hindi Sex Stories

मेरे प्रिय पाठकों और Hindi Sex Stories पाठिकाओं को मेरा नमस्कार। मेरा नाम एलिस है। मैं भी आपकी ही तरह अन्तर्वासना का नियमित पाठक हूँ। मुझे इस साईट की कहानियों को पढ़कर बहुत मजा आता है। मुझे ये सभी कहानियाँ बहुत अच्छी लगी और मैं पुरानी वाली कहानियाँ भी पढ़ना चाहता हूँ इसलिये मैंने भी अपनी आपबीती आप लोगों के सामने पेश करने का इरादा अन्तर्वासना के जरिये किया है। यह मेरी पहली कहानी है, अगर आपकी कृपा हुई तो मुझे आगे भी और कहानियाँ भेजने का मौका मिलेगा।

मैं जिस लड़की के बारे में बताने जा रहा हूँ, उसका नाम स्नेहा है। वो मेरे पड़ोस में रहती है। उसका कद करीब 5’6″ है, रंग गोरा है और बदन का क्या कहना ! साली क्या मस्त लगती है कि जो भी देखे तो उसका लंड तो खड़ा हो ही जाता है। उसके मम्मे करीब 34″ के होंगे और उसके गांड करीब 38″ की होगी।

बात उन दिनों की है जब मैं कोचिंग में पढ़ा करता था और छुट्टियाँ होने पर मैं घर जाता था। वो एक अमीर घराने की माडर्न ख्याल की लड़की थी और शायद इसीलिए वो ज्यादातर जींस व टी-शर्ट में रहती थी। इस कारण उसके शरीर के सारे उभारों का अच्छी तरह से प्रदर्शन होता था और यह देख सभी लड़के उस पर फ़िदा रहते थे। पड़ोस में होने के कारण वो मुझे भाई जैसा मानती थी और मैंने भी कभी उसे गलत नजर से कभी नहीं देखा था। पर मुझे पता था कि भाई-भाई करके वो मुझे लाइन देती थी।

बात गर्मियों की है जब छुट्टियाँ हुई और मैं घर गया। मुझे लग रहा था कि इस गर्मियों की छुट्टियों का मैं पूरा आनंद लूँगा। एक दिन मैं अपने नए साल के सत्र के लिए पढ़ाई कर रहा था, वो आई और कहने लगी,”मेरे घर पर सब मेरी मौसी के यहाँ शादी में जा रहे हैं इसलिये मैं आज यहाँ ही सोउंगी।”

वो बहुत खुश नजर आ रही थी और मेरी किस्मत भी देखो यारो कि पापा-मम्मी को भी उसकी मौसी के यहाँ से आग्रहपूर्वक न्योता आया कि आप भी आओ और एलिस को भी ले आना। पर पापा स्नेहा के यहाँ होने से उसे अकेला छोड़ नहीं सकते थे और मुझे पढ़ना भी था, सो मैं यहीं रुक गया और पापा-मम्मी दोनों गेराज से गाड़ी निकाल कर चले गए। मम्मी ने जाने से पहले बहुत हिदायतें दी कि दरवाजे खुले रख कर मत सोना, दोनों एक ही कमरे में सो जाना और बेड अलग अलग रखना। और हम आज रात में भी आ सकते हैं या कल आ जायेंगे वगैरह-वगैरह। मैंने भी हर आज्ञा का पालन किया, सिर्फ एक को छोड़कर, बेड अलग अलग वाला।

रात के नौ बज चुके थे और हम सोने की तैयारी कर रहे थे। उसका आज मूड कुछ बदला-बदला लग रहा था। वैसे मैं उस समय शरीफ बच्चा था। ऊपर के दरवाजे जांचने के लिए हम दोनों ऊपर गए, क्योंकि मुझे रात में अकेले डर लगता है। हम नीचे न आकर वहाँ पर ही बातें करने लग गए। वह वो मुझे बार-बार स्पर्श कर रही थी और गन्दी-गन्दी मतलब यौन सम्बन्धी बातें करने लगी। उसी समय बिजली चली गई। अब तो वो बोलने लगी कि अगर नीचे जायेंगे तो मुझे भी डर लगेगा सो हम वहीं रुक गए और बातें करने लगे। मेरा तो लंड वहीं खड़ा हो गया पर शायद अँधेरा होने के कारण उसे दिखाई नहीं दिया होगा। मैं भी जवाब में थोड़ी-थोड़ी खुलकर बातें करने लग गया। अब दोनों में कुछ-कुछ होने लगा था, हम दोनों वहाँ चिपकने लगे थे। हम दोनों गर्म होने लगे थे और वहाँ आस-पास में कोई न होने के कारण हमने आखिर एक चुम्बन तो कर ही लिया। इतने में बिजली आ गई और वहाँ हमें कोई देख लेता, उससे पहले हम दरवाज़े जाँच कर नीचे आ गए।

उसने नीचे आते ही मेरा एक लम्बा चुम्बन किया। मैंने स्नेहा को अपनी बाँहों में भर लिया, अपनी टांगें स्नेहा की टांगों से चिपका दी और मैंने अपने जलते हुए होंठ स्नेहा के होंठों पर रख दिए। फिर मैं उसके नर्म-नर्म होंठों को अपने होंठों में भर कर चूमने लगा। स्नेहा ने मुझे अपनी बाँहो में कस लिया। मेरे हाथ स्नेहा के जिस्म पर फिर रहे थे। कुछ देर बाद मैंने स्नेहा को बिस्तर पर सीधा लिटा दिया और मैं उसके ऊपर आ गया। हम दोनों फिर से किस करने लगे और मेरे हाथ उसके शरीर पर कहाँ-कहाँ फिर रहे थे, कुछ पता नहीं।

करीब दस मिनट की चुम्मा-चाटी के बाद वो पूरी गर्म हो गई और मेरे कपड़े उतारने लगी। मेरा भी लंड अब जैसे अन्दर ही पैंट फाड़ने लगा और जल्द ही उसने मेरे सारे कपड़े उतार दिए। उसने अपने हाथों से मेरे लंड को मसलना शुरू कर दिया। मैं भी उसके मम्मे दबाने में व्यस्त था। मैंने भी देर ना करते हुए उसके कपड़े उतार दिए। मैंने उसको खेलने के लिए अपना लंड दे दिया। मैंने उसे बिसतर पर लेटा दिया और फिर उसकी गोरी चूत अपनी जीभ से चाटने लगा। चूत बिलकुल साफ़ थी यानि एक भी बाल नहीं था।

वो बोली,”आज पूरी तैयारी करके आई हूँ !”

स्नेहा के मुँह से सिसकारियाँ निकलने लगी। मैं तो मानो स्वर्ग की सैर कर रहा था।

आप तो उसे देखते ही पागल हो जाते और जंगली सेक्स चालू कर देते। पर जैसे कि मैंने कहा था कि मैं अन्तर्वासना का नियमित पाठक हूँ, तो मैंने सेक्स करने के नियम पढ़ रखे थे जो किसी सज्जन ने अन्तर्वासना को भेंट किये थे। मैंने बस अपने को नियंत्रित किया।

उसके गुलाबी चुचूकों को हल्के-हल्के मसलने लगा, फिर अपने होंठों में भर कर चूसने लगा। स्नेहा के मुँह से सिसकारियाँ निकलने लगी। बाद में वो मेरा लौड़ा चूसने लग गई, दो-तीन मिनट में ही मेरी हालत ख़राब हो गई तो मैंने उसे रोका। फिर मैं उसकी चूत चाटने लगा। दो-तीन मिनट बाद वो झड़ गई तो मैं उसका अमृत-पान करने लगा। वाह ! एक अजीब मजा आ रहा था। वास्तव में वो मजा आ रहा था जो जिन्दगी में पहले कभी नहीं लिया। फिर मैं स्नेहा की चूत पर हाथ फिराने लगा। हाथ फिराते-फिराते मैंने अपनी उँगलियाँ स्नेहा की चूत के अन्दर डाल दी और अन्दर-बाहर करने लगा।

वो और जोश में आ गई और तड़पते हुए बोलने लगी,”बस अब और मत तड़पाओ मेरे राजा !”

फिर मैं उसे ज्यादा न तड़पाते हुए उसकी चूत का श्री गणेश करने को तैयार था।

स्नेहा ने मेरा हाथ पकड़ लिया और बोली,”प्लीज, कंडोम तो लगा लो ! मुझे डर लगता है।”

मैंने बैड की दराज में से कंडोम निकाल कर अपने लण्ड पर लगा लिया। स्नेहा ध्यान से मुझे कंडोम लगाते देख रही थी। फिर अपना लंड उसकी बुर पर रख दिया। लंड धीरे धीरे अन्दर चला गया पर काफी मेहनत करनी पड़ी हमको पहली बार में। वो दर्द से तड़पने लगी थी, मैंने और जोर लगाया तो उसकी बुर से थोड़ा खून निकला। खून मेरे लंड पर व उसकी जांघों पर व थोड़ा चादर पर भी गिरा था। वो पहले तो यह देख कर घबरा गई पर वो जानती थी कि पहली बार में यह सब होता है, उससे उसे काफी हिम्मत मिली।

मैं थोड़ा रुका और उसके होंठ चूसने लगा। थोड़ी देर बाद उसका दर्द कम हुआ, हमने खून साफ़ कर फ़िर शुरु किया। तब मैंने फिर से उसे चोदना चालू कर दिया। मैं उसके नर्म-नर्म होंठों को अपने होंठों में भर कर चूसने लगा ताकि वो अपना दर्द भूल जाए और करीब 15 मिनट की चुदाई के बाद हम दोनों एक साथ झड़ गए।

बाद में तो मुझे लग रहा था कि उसकी चूत खुल गई। फिर हमने किस किया और उसके बाद वो मेरे लौड़े को चूसने लग गई ताकि फिर से मेरा लौड़ा खड़ा हो जाये। जल्द ही मेरा लंड एक बार फिर से चुदाई करने के लिए तैयार था। इस बार फिर से चूत को ही अलग-अलग आसनों से चोदने लगा।

स्नेहा बोली,”मुझे कुछ हो रहा है, लगता है मेरी चूत से पानी निकलने वाला है। खूब ज़ोर-ज़ोर से धक्का लगाओ।”

मैं समझ गया कि वो झड़ने वाली है। मैंने बहुत ही तेज़ी के साथ उसकी चुदाई शुरू कर दी ।

उसके मुख से आवाजें आने लगी,”आआआ!!! मैंऽऽऽ आआआऽऽऽ रहीऽऽऽ हूँऽऽऽ और तेज़ ऽऽऽ और तेज़ ऽऽऽ”

उसकी चूत से पानी निकलने लगा और मेरा सारा लंड भीग गया। मैं भी बिना रुके उसे आँधी की तरह चोदता रहा। लगभग बीस मिनट तक चोदने के बाद मैं उसकी चूत में ही झड़ गया। इस दौरान वो भी तीन बार झड़ चुकी थी। लंड का पूरा पानी उसकी चूत में निकल जाने के बाद मैं हट गया।

अब उसकी गांड की बारी थी पर वो बोलने लगी,”आज नहीं, फिर कभी इसका भी नंबर आएगा, थोड़ा सब्र करो ।”

पर मैं ऐसा मौका नहीं छोड़ना चाहता था इसलिये उसकी एक न सुनी और गांड के लिए नीचे तकिये रखने लगा और फिर से उलटा लिटा कर गांड का पूरा मज़ा लिया। अब भी ऐसा मौका मिलता है तो छोड़ता नहीं हूँ और वो भी नहीं छोड़ना चाहती। जब भी समय मिलता है, मम्मे दबाकर और चूम कर मजे लेता हूँ, अब तक कई बार चोद चुका हूँ और औरों के भी मजे लिए हैं, वो मैं आपको बाद में कहानी के रूप में लिखता रहूँगा। अब तो कहना पड़ेगा कि “वाह ! क्या रात थी”

आप मेरी कहानी के बारे में अपनी राय जरुर दें और मेरी गलतियाँ भी बताएँ ताकि मैं उनको सुधार सकूँ। अच्छा अब के लिए इजाजत चाहता हूँ। Hindi Sex Stories

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