Important Notice: Click on "Post Your AD" to post free ads !!!

Massage Girl in Koderma: Premium Relaxation Services

Our site can help you find a professional massage girl in Koderma who will help you relax in the best manner possible. We connect you with professional therapists who can offer you a massage that will make you feel better and more relaxed. The pros on our list are ready to provide you with a fantastic experience at your house or in one of their particular spots, whether you want to relax or get away from it all.

Introduction

Massage is currently one of the finest methods to relax your mind, body, and overall health. Our website makes it easy to locate the top massage services in Koderma that meet your demands. This will be a one-of-a-kind and calming experience for you.

Tottaa wants to make it simple for clients to find the top masseuse. The Koderma massage service providers on our list offer the greatest quality, comfort, and competence, whether you want a full-body massage or a massage for a particular location.

How Tottaa Helps Advertisers Reach More Customers

Tottaa is not only a list of masseuses, it’s also a secure location for them to show off what they can do. People in Koderma who are seeking massage services may find them on our website. This makes them easier to find and gets them more appointments.

Advertisers may simply put up profiles, offer their services, and talk about pricing and discounts on our sites. This makes sure that the relevant people notice your Koderma massage service, which makes it easier to obtain more customers.

Different Types of Massages We Offer

There are a lot of different types of massage services on our site, so you may choose one that works for you. You may choose the kind of treatment that works best for you, whether it’s profound rest or a particular type of therapy.

1. Swedish Massage

A calm and gentle way to ease muscular tension and improve blood flow. This Koderma massage is perfect for you if you want to relax and forget about your concerns.

2. Deep Tissue Massage

This approach employs a lot of pressure to get to deeper muscle layers. It’s helpful for folks who have muscular discomfort or stiffness that won’t go away. There are specialists on our profiles of massage girls in Koderma who are good at deep tissue treatments that function effectively.

3. Aromatherapy Massage

Calming massage strokes and essential oils are beneficial in making people feel improved both emotionally and physically. Most massage companies in Koderma employ the use of custom oil preparations to make you feel good.

4. Thai Massage

A therapy that wakes you up by using a mix of regular massage, stretching, and compression. This traditional massage in Koderma helps you relax, become more flexible, and get your mind and body back in harmony.

5. Hot Stone Massage

Heated stones are placed on various parts of the body to help with deep muscular tightness. People who want to feel good, relax, and help their muscles recover quickly can use this massage service in Koderma

How to Book Our Massage Services

Tottaa makes it simple and fast to book. With our listings, you can see what kind of massage you want, read about the providers, see that they are free and then contact them directly. After you choose, you can book a massage in Koderma at your convenient time and location. In order to get your desired massage services, apply the following simple steps:

Step 1: Browse Our Listings

Take a peek around our site to view a few massage professionals. Each listing gives you information about the many sorts of massages, how long they last, how much they cost, and where they are situated. This makes it easier to choose the finest ones.

Step 2: Compare and Shortlist

Examine the profiles carefully to compare how the services, talents, and reviews posted by customers differ. This phase makes sure you choose a business that has the style, pricing, and supply you desire.

Step 3: Connect with the Provider

When you have decided, use the information that you are offered so that you can contact them directly. One can communicate it to the massage giver thus making it understood what massage you want at what time and when.

Step 4: Confirm the Appointment

The date, time and place of the service, which could be your home, a hotel or the spa where the therapist may be found. You also need to agree on the payment method and any other accords prior to commencement of the course.

Step 5: Relax and Enjoy Your Massage

All you have to do on the day of the appointment is have your area ready for the house visit. The remainder will be handled by the expert. Take it easy and enjoy a massage that is made just for you.

Frequently Asked Questions

To locate a professional who can meet your needs, read our biography, reviews and advertising.

Yes, many of the therapists on our site will come to your house so you may feel safe and at ease.

You may pick based on talents since most adverts provide their qualifications in their profiles.

It would be advisable to make a reservation earlier to guarantee that you would be able to get a massage, particularly against the prevalent services of massage.

Not at all. Tottaa exclusively connects users with service providers. The doctor gets to choose how to handle payment.

Read Our Top Call Girl Story's

हाय दोस्तो ! Hindi Porn Stories

मेरा नाम अजय है। मैं चण्डीगढ़ का Hindi Porn Stories रहने वाला हूँ, ५ फ़ुट ८ इंच, देखने में स्लिम और गोरा हूँ। मैंने कई कहानियाँ पढ़ी और सोचा मैं भी कुछ अपनी बातें आपको बताऊँ !

मैं अकसर चैटिंग करता रहता था और आँटी ढूँढा करता था, पर कभी कोई आंटी नहीं मिली।

एक दिन अचानक बातें करते हुए एक लड़की से चैट शुरू हुई … उस का नाम रानी था, पँजाब की रहने वाली थी .. बातें शुरू हुई फिर मेसेज से बातें होने लगी। यूँ ही कुछ महीने बाद उस का एक रात को फ़ोन आया, फिर वो धीरे धीरे प्यार की बातें करने लगी और बातों बातों में वो सेक्स चैट पे आ गई और मेरा लण्ड खड़ा हो गया। फिर तो पूरी रात मैं उससे फ़ोन पे सेक्स करता रहा।

यूँही जब भी उसका मूड करता, वो रात को सेक्स-चैट करती और पानी निकल जाने पर ही फोन काट देती। अब मैं भी उससे मिलना चाहता था। कुछ महीने बाद वो चंडीगढ़ आई और मिलने के लिए फ़ोन किया।

जब उस से पहली बार मिला, या खुदा … ! क्या लड़की थी ! पतली पतली लम्बी ५-९ होगी, वैसे मुझे मोटे मोटे मोमे बहुत पसंद हैं पर उसके छोटे-छोटे तीखे स्तन देख केर मेरा उनको छूने का दिल करने लगा ! सच में एक हसीन रानी थी, हम लोग एक होटल में मिले, खाया पिया और बातें की, फिर चले गए, पर मेरे मन में उसको चोदने को कर रहा था।

कुछ महीने बाद वो फिर चंडीगढ़ आई, इस बार मेरे घर पर कोई नहीं था, मैंने उसको मिलने के लिए अपने घर पर ही बुलाया। जब वो कमरे में आई तो उस ने कसा सूट पहना हुआ था, मेरा मन उसका जूस पीने को हो रहा था, हम लोग बिस्तर पे बैठ कर बातें करने लगा।

फिर मैंने उसके हाथ को पकड़ लिया और बिस्तर पर लेट जाने को बोला वो मान गई। फिर मैंने उसकी आँखें बंद की और उसकी आँखों पर चूम लिया, फिर उसके गालों पे, फिर उसके होंटो को चूमा। उसके होंठ क्या गुलाबी थे !

कम से कम बीस मिनट तक मैं उसके होंठ चूसता रहा !

फ़िर मैंने उसके स्तनों को ऊपर से दबाना शुरू किया, वो सिसकारी भरने लगी। मैंने उसके स्तनों की नोकों को उंगलियों में पकड़ के जोर से मसल दिया, वो चीखी- क्या कर रहे हो? प्यार से करो !

फ़िर मैंने उसके कपड़े उतारने शुरू किए, पहले शर्ट, फ़िर ब्रा खोल कर दोनों बूब्स को अपने हाथों में ले लिया और उनके साथ खेलने लगा, उसके चूचुक को प्यार प्यार से रगड़ने के बाद उसके स्तनों को चूसना शुरू कर दिया, वो एकदम गरम हो गई थी। फिर मैंने अपने प्यारे इलाके (नाभि) पेट को चूसना शुरू किया। वो तड़प रही थी और मेरे बालों में हाथ घुमा रही थी।

नाभि को चूसने के बाद मैंने उसके हिप्स को अपने हाथों में ले कर दबाना शुरू कर दिया और उसकी जांघों को सहलाना शुरू कर दिया। धीरे धीरे उसकी सलवार खोल कर उसकी पैंटी उतार कर उसकी चूत देखी। क्या छोटी सी प्यारी चूत थी ! हल्के हल्के बाल थे ! मैंने एक ऊँगली उसकी चूत पर रखी तो वो पागल सी हो गई। मैंने धीरे से एक ऊँगली उसकी चूत के अंदर डाली, ऊँगली आराम से अंदर चली गई, शायद चूत गीली थी इसलिए, फिर मैंने दो उँगलियाँ डाली, फिर तीन ऊँगली एक साथ में डाल दी।

वो बोली- बस मत करो !

मैंने फिर दो ऊँगलियों से उसको चोदना शुरू किया, अब तक वो पूरी तरह तैयार हो गई थी।

फिर उसने बोला- अब डाल भी दो !

मैंने अपना लण्ड निकला और उस के। होंटों पे रखा, उस ने किस किया और एक बार में ही पूरा लण्ड मुंह के अंदर ले लिया, फिर निकाल के बोली- अब इसको डाल दो मेरी चूत में !

मैंने लौड़ा उसकी चूत पे रखा और धीरे से चूत को रगड़ने लगा, फिर एकदम एक ही झटके से उसकी चूत में डाल दिया अपना लौड़ा। उसकी गीली गर्म चूत में पहले थोड़ी सी परेशानी हुई फिर सारा का सारा लण्ड अंदर चला गया, उसने मुझे कस के पकड़ लिया।

मैंने भी धक्के मारना शुरू कर दिया, मैं धक्के मार रहा था और लण्ड अन्दर बाहर आ जा रहा था। कम से कम २० मिनट तक चोदने के बाद मेरा रस निकलने लगा। मैंने अपना लण्ड निकाल के उसके होंटों के बीच में घुसा दिया, वो चूसती रही और सारा रस पी गई।

दोस्तों यह थी मेरी कहानी !

अब सब भाई, आंटी, लड़की से प्रार्थना है कि आप अपने विचार मेल करें : Hindi Porn Stories

हेलो दोस्तों कैसे है आप लोग मे आज अपनी एक सच्ची घटने के बारे मे बताने जा रहा हु जो इसी साल जून के महिने मे हुआ है। मेरा नाम अशु है और मे बिहार सिवान का रहने वाला हु। मैं अभी b. Tech कर रहा हु और मैं 2nd ईयर का स्टूडेंट हु। मेरी उम्र 20 साल है और मेरी हाईट 5 फ़ीट 5 इंच है। मे दिखने मे कुछ खाश नहीं हु लेकिन उतना बुरा भी नहीं हु। मेरे लंड का साइज 7 इंच से हल्का बड़ा है और मोटा है। ये तो रही मेरी बात अब मैं आपलोगो को अपनी बुआ की लड़की के बारे मे बताता हु। उसका नाम बबली है और वो अभी अभी 12 ख़तम की है 1st devision से वो अपने नानी के साथ यानि की मेरे बड़ी दादी के साथ मेरे घर के बगल मे ही रहती है। उसकी उम्र 18 साल है उसका फिगर 32, 28, 34 है वो दिखने मे बहुत हो भोली और प्यारी लगती है। उसकी नानी के सिर्फ 4 लड़की ही है जो अपने अपbने घर पर रहती है तो नानी के साथ रहे के लिए बबली के मम्मी पापा उसको यहाँ रख गए और बबली यही से सब स्टडी की है। मै तो ये जब से यहाँ रहने आयी थी तब से इसके पीछे पड़ा हुआ था बात करना चोरी छुपे देखना मै सुरु से ही इसकी चुदाई करने के सपने देखता था। मे अपने विलेज मे इंग्लिश मेडियम स्कूल मे पढ़ा हु तो वो मेरे से ज्यादा ही बात करती थी और हर बात पूछती थी। अभी गर्मी के छुट्टी मे मै अपने घर गया हुआ था तो रोज उस से बात हो ही जाती थी। एक दिन उसकी नानी यानि की मेरी बड़ी दादी मेरे अपनी दादी के पास आयी और कुछ बात की फिर चली गयी। शाम को मेरी दादी ने बोला की आशु तुम बबली के घर चले जाओ वो उसकी नानी कही गयी है कुछ दिन के लिए। तो मे बोला ठीक है और घर से खाना कहा के लगभग 8 बजे उसके घर चला गया। वहां गया तो देखा की बबली नाहा के आयी है और laging और tshirt पहन के टेबल पंखा के सामने बैठ के बाल रही है। तो मै गया और एक चेयर ले कर बैठ गया उसके सामने और बात करने लगा थोड़ी देर बात करने के बाद हवा अच्छा चल रहा था तो वो बोली की चलो भैया छत पर चलते है थोड़ा टहल के आयेंगे फिर सो जायेंगे। तो मैंने भी बोला चलो तो छत पर गए उसका घर 1मंजिला है और छत पर बॉउंड्री दिया हुआ है। तो 1घंटे ऊपर रहे बहुत बात किये और बात बात मे ही बबली मेरे से बोली की भैया वैसे एक बात पुछु। तो मैंने बोला हा पूछो क्या बात है?? तो वो बोली की सच्ची सच्ची बताना कॉलेज मे यों gf बनाये ही होंगे। तो मैंने बोला की नहीं यार अभी तक तो कोई लड़की मेरे से पति नहीं है और जो कोई लड़की मुझे थोड़ा भाव देती है वो मेरे टाइप की नहीं लगती। तो बबली बोली की भैया आपको कैसी लड़की पसंद है। तो मैंने भी मज़ाक मे बोला मुझे तेरे जैसी लड़की पसंद है, कुछ देर सांत रहने के बाद वो फिर सो बोली की मेरे जैसी लड़की, मेरे मे आपको क्या ऐसा लगता है की आपको मेरे जैसी लड़की पसंद है। तो मे बोला की तू भोली सी प्यारी सी लगती है और तुम दिखने मे व सेक्सी लगती हो। तो वो बोली की भैया मै दिखने मे सेक्सी लगती हु तो मैंने बोला की हां तू है। तो वो बोली की भैया मेरे मे ऐसा क्या है जो मै आपको सेक्सी लगती हु। मे बोला छोड़ ना बस मेरे को कोई तेरे जैसी लड़की नहीं मिली बस इसलिए gf नहीं बनाया। फिर हम ऐसे ही हसीं मज़ाक करते करते निचे कमरे मे आ गए और सोने के लिए बबली ने बिस्तर लगाया और खुद पलंग पर दीवाल के साइड मे सो गयी और मैंने उस से बोला की मेरा बिस्तर किधर है तो वो बोली की भैया आप यही सो जाओ ना ये तो रहा खाली पलंग। तो मै बोला ठीक है और वही सोने लगा मै फ़ोन मे बिजी हो गया और थोड़ी बहुत बात भी हो रही थी। साढ़े दस हुआ तो मे देखा की बबली सो रही है और वो मेरे तरफ मुँह कर के लेटी हुई है। मैंने ज़ब गौर से देखा तो पाया की आज बबली ब्रा नहीं पहनी है। और उसके दोनों चुचे एक दूसरे से सट रहे है। तो मैंने अपना फ़ोन साइड मे रखा और उसके चुचे tshirt के ऊपर से ही छूने लगा वो क्या ही मुलायम रुई के तरह उसके चुचे थे मेरा तो उसको छूते ही लंड खड़ा हो गया पेंट मे ही और बाहर आने के लिए तड़पने लगा। वैसे ही उसके बूब्स दबाते दबाते एक हाथ से अपना लंड सहला रहा था। फिर जब कोई प्रतिक्रिया नहीं हुई तो मैंने उसका tshirt हल्का ऊपर कर के अपना हाथ अंदर डाल के उसके बूब्स को छूने लगा और दबाने लगा उसके मौसमी से हलके बड़े बूब्स क्या ही मस्त मुलायम थे। तभी अचानक से हल्का हलचल हुआ तो मैंने अपना हाथ निकल दिया और वो मेरे तरफ अपनी गांड कर के सोने लगी अब कुछ देर बिता तो मै उसका गांड छूने लगा और तजोड़ा सा चिपक के अपना लंड उसके गांड के छेद के पास रगड़ने लगा मुझे बहुत ही अच्छा लग रहा था। 5 मिनट करने के बाद वो सीधी हो कर लेट गयी अब मेरा मन उसके चुत को छूने का करने लगा मै laging के ऊपर से ही उसके चुत को सहलाने लगा था। धीरे धीरे मैंने हिम्मत की और अपना हाथ उसके laging के अंदर डाल दिया वो अंदर चढ़ी पहनी उइ थी तो मै सीधे चढ़ी के अंदर अपना हाथ डाल दिया और उसकी चुत को सहलाने लगा तो देखा की उसके चुत पर हलका लस लस कर रहा है तो मै सोचा की सायद ये जग रही है बस कुछ बोल नहीं रही है। तो मैंने क्या कोयन की एक ऊँगली उसके चुत के छेद पर लगाया और ऊँगली अंदर डालने की एक्टिंग करने लगा तभी अचानक से उसने मेरा हाथ पकड़ लिया और बोली भैया ये क्या कर रहे हो। तो मैं बोला की कुछ नहीं बस तुमको सोते हुए देखा तो मन फिसल गया तो वो बोली की बस सोते हुए देखते हो तभी मन फिसलता है तो मे बोला क्या मतलब तो बोली की ये बस तुम अकेले ही मजा लोगे या मुझे भी कुछ मजा दोगे। उसके मुँह से इतना सुनते ही मेरा लंड एकदम से टन टना गया मे उसको अपने ऊपर खींच लिया और किश करने लागा और उसका पीठ से tshirt हल्का ऊपर कर के पीठ सहलाने लगा फिर कुछ देर के बाद मै उसके बेड पर लेटाया और मस्त लिप किश फिर गर्दन पर फिर धीरे धीरे उसके बूब्स पर आ गया और उसका टीशर्ट निकल दी तो उसके बूब्स मेरे सामने नंगे हो गए और मे उनको दोनों हाथों से पकड़ के हल्का हल्का दबाने लगा और फिर एक एक कर के चूसने लगा उसको भी मजा आने लगा था। वो भी सिसकियाँ ले कर मेरा साथ दे रही थी। फिर मै उसके पेट पर किश करते हुए पेट चाटते हुए उसके चुत पर आ गया। मैंने उसके laging के साथ चढ़ी भी निकल दी एक ही बार मे। तो उसकी हलकी बालो वाली चुत मेरे सामने लाइट के चमक मे जो उसकी चुत ने हलकी सी पानी छोड़ी थी उसमे एकदम से चमकने लगा। मैंने उसके चुत पर किश किया तो वो एकदम से सिहर गयी और मेरे बालों पर अपनी हाथ से सहलाने लगी और मै उसकी चुत को चाटने लगा। 5 मिनट चाटने के बाद मैं उसको दुबारा किश करने लगा। फिर मे उसको बोला की मेरा कपड़ा कौन खोलेगा तो वो खड़ी हुई मै पहले ही खड़ा हो गया था उसने मेरी टीशर्ट निकली फिर मेरे ट्रॉउज़र का नाड़ा खोलते हुए उसको निचे सरका दिया। फिर वो मेरे को किश करते हुए मेरे लंड को अंडरवियर के ऊपर से ही सहलाने लगी। फिर वो घुटनो के बल बैठ गयी और मेरा अंडरवियर निचे कर के मेरे लंड को देखि जो बिलकुल ही टाइट पड़ा हुआ था उसको अपने हाथ मे ले कर हल्का हल्का आगे पीछे करने लगी तो मै बोला की ये सब कहा से सीखा है तुमने. तो वो बोली की भैया.... तो मैंने उसको डाटा और बोला की जब कोई नहीं होगा तो तू मेरे को आशु बोलना तो फिर वो बोली की आशु मै वो सेक्स वीडियोस देख के ये सब सीखा है तो मैंने बोला की लंड चूसना भी आता होगा तो वो धीरे धीरे मेरे लंड को अपने जीभ से चाटने लगी और फिर लंड मुँह मे डाल के मस्त लॉलीपॉप के तरह चूसने लगी. मुझे तो जन्नत का मजा मिल रहा था 5 मिनट हुआ था की मुझे लगा मेरा पानी निकलने वाला है तो मै उसको बोला तो वो बोली की आशु मेरे बूब्स पर पानी निकल दो उसको मसाज करना है। तो मै उसकी मुँह से लंड निकला और 2 या 3 बार आगव पीछे किया तब तक मस्त पानी की एक धार उसके बूब्स के बीचो बिच मे गिरा और मेरा पानी निकल गया फिर उसने उसको चाट के साफ किया और फिर हम किश करने लगे। लगभग 10 मिनट के बाद मेरा लंड फिर से खड़ा हो गया तो मै उसको बेड पर लेटाया फीर उसकी चुत मे एक ऊँगली डालने की कोसिस करने लगा चुत चाटते हुए ऊँगली डाल रहा था 1 ऊँगली तो चली गयी थी फिर मैंने अपने लंड पर अच्छे से ढेर सारा थूक लगाया और उसके चुत के मुँह पर सेट कर के एक धक्का दिया मेरे लंड का टोपा अंदर चला गया तो उसने एक तेज सिसकी ली फिर सांत हो गयी। उसके शांत होने के 1 मिनट के बाद मैंने एक और झटका दिया तो मेरा आधा लंड अंदर चला गया तो वो थोड़ा तेज दर्द से कराह गयी मैंने उसके होठों पर अपने होंठ रखे और उसके बूब्स को हल्का हल्का मसलते हुए आगे पीछे करते करते पूरा लंड उसके चुत मे डाल दिया। थोड़ी देर रुका तो दर्द कम हो गया था तो अब धीरे धीरे मै उसको चोदने लगा। कुछ देर करने के बाद उसे भी मजा आने लगा तो वो भी अपना कमर हिला हिला के हर धके का मजा मस्त सिसकियाँ के साथ लवने लगी। कुछ देर वैसे करने के बाद मैंने उसको घोड़ी स्टाइल मे पीछे से उसके चुत मे लंड डाल के चुदाई करने लगा इसमें मे उसके उज झुक कई उसके बूब्स को पकड़ लेता और मस्त पीछे से धक्का लगता। फिर अपना लंड उसके चुत से निकला और मै बेड पे लेट गया और उसको मेरा लंड चूसने बोला तो वो मेरे लंड को मुँह मे ले कर मस्त लॉलीपॉप की तरह चूसने लगी फिर मै उसको अपने लंड पर बिठाया और निचे से धक्का देना सुरु किया। रात मे रूम के लाइट मे हमारे पसीने से भीगा हुआ शरीर मस्त चमक रहा था उस समय। फिर मैंने महसूस किया की मेरा पानी निकलने वाला है तो मे उसको बताया तो बोली की मेरे मुँह मे दो मे उसका टेस्ट करना चाहती हु। फिर मै खड़ा हो गया और वो घुटने के बल बैठ के मेरा लंड चूसने लगी कुछ ही देर मे मेरे लंड से एक तेज धार निकला और उसके मुँह मे भर गया। और वो सारा पानी पी गयी फिर मेरा लंड चूस के चाट के साफ कर दी फिर हम ऐसे ही बेड पर लेट गए और उस रात लगभग 3 बजे तक 1 राउंड और किये फिर हम दोनों नंगे ही सो गए। सुबह उठा तो देखा की बबली उठ गयी है और खाना बना रही है। मै उठा तो नंगा ही था और मेरा लंड सुबह मे पूरा टाइट था वो देख के बोली की अभी फिर से खड़ा हो गया है। तो मै बोल दिया की तुम हो ही ऐसी की इसका मन कर रहा है की तुम्हारे ही अंदर पड़ा रहे। फिर हस दिया और अपने घर आ गया। फिर आगे क्या क्या हुआ कैसे हुआ मे सब बताऊंगा आपलोगो को बस आपलोग अपना प्यार और स्नेह मेरे पर बनाये रखे मिलते है अगले कहानी मे। तब तक के लिए बाय....!!

Antarvasna

दोस्तो, मैं अन्तर्वासना Antarvasna का पुराना पाठक हूँ। मैंने अन्तर्वासना पर बहुत सी कहानियाँ पढ़ी हैं और चूत या मुठ मारकर पानी निकला है।
आज मैं अपनी पहली कहानी लिख रहा हूँ, प्रकाशित हो जाएगी तो आप सब भी मेरी सेक्स कथा के साथी बन जायेंगे।

बात उन दिनों की है जब मैं अपनी पढ़ाई पूरी करके जॉब की तलाश में दिल्ली की तरफ निकला। मेरे एक चचेरे भाई गाजियाबाद में रहते हैं, जिनके पास मुझे कुछ दिनों तक रहना था। वो बहुत ही शरीफ और ईमानदार आदमी हैं। उनकी पत्नी उतनी ही तेज़ और सेक्सी है।

एक दिन जब भैया अपने काम के सिलसिले में बाहर गए थे, तब घर पर केवल मैं और भाभी ही बचे थे। भाभी एक तो हैं ही बला क़ी खूबसूरत! उस दिन काली साड़ी में और भी मस्त लग रही थी, उनके मस्त गोरे स्तन ब्लाउज़ से बाहर कूदने को तैयार थे।

मैं कामुक प्रवृति का आदमी हूँ पर शुरू में खुल नहीं पाता, इसलिए भाभी को चोर निगाहों से ही देखता था। मैंने मज़ाक में गाना शुरू किया- काले लिबास में बदन गोरा यूँ लगे ईमान से, जैसे हीरा निकल रहा हो कोयले की खान से!

बस इतना सुनना था कि भाभी फट से मेरे पास आ गई और मुझसे चिपक गई, बोली- राजेश, मैंने जब से तुम्हें देखा है, तबसे बस तुम्हारे ही बारे में सोचती हूँ, हर समय बस तुम्हारा ही ख्याल दिल में रहता है, जब से तुम यहाँ आये हो तब से मैं सोच रही हूँ कि कब हम अकेले मिलेंगे! आज मौका मिला है इसे खो मत!

यह सब सुनकर मैं तो बस पागल ही हो गया था, मैं कब से ख्यालों में उसको चोद रहा था, कब से उसके बारे में सोचकर मुठ मार रहा था, विश्वास नहीं हो रहा था कि आज वो चूत सचमुच मेरे लंड को नसीब होगी।

आखिर सारा दिन इंतज़ार करने के बाद रात आ ही गई। भाभी तैयार थी पर मेरा किसी की चुदाई करने का यह पहला अनुभव था इसलिए डर लग रहा था।
मुझे किसी ने बताया था कि चूत मारने से पहले मुठ मार लो तो देर से झड़ता है, इसलिए मैंने सोने से पहले मुठ मार ली थी और अब चूत मारने के लिए तैयार था।

भाभी पुरानी खिलाडी थी, वो समझ गई थी कि मैं मुठ मारकर आया हूँ। जाने से पहले उसने मेरा खड़ा लंड देख लिया था। रात को सारे कामों से निबट कर हम लोग बिस्तर पर आये।

मैंने भाभी को बोला- मेरा पहला अनुभव है, मुझे नहीं पता कि कैसे करते हैं।

वो बोली- तुम बस वो करो जो मैं कहती हूँ!

गर्मी की रात थी, हम लोग छत पर थे, चांदनी रात में भाभी गुलाबी नाइटी में और भी खूबसूरत लग रही थी, वो मुझसे प्यार की बातें कर रही थी और मैं सोच रहा था कि कब इसको चोदूंगा।
खैर मेरा समय भी आया और भाभी ने कहा- राज, आज मैं तुम्हारी हूँ, मेरे साथ जो करना चाहते हो कर लो।

मैंने कहा- आज आप करो, मैं कल करूँगा!

फिर क्या था, भाभी खुश और मुझे तो खुश होना ही था।

भाभी मेरे बिल्कुल करीब आकर लेट गई, मेरा लंड उनके पेट को छू रहा था फिर उसने मेरी टी-शर्ट उतार दी और मुझे चूमने लगी।
मेरा तो बुरा हाल था और मेरे लंड का तो पूछो मत, वो मुझे चूमे जा रही थी और मेरा लंड बढ़ता जा रहा था।

उसने लोअर के ऊपर से ही मेरा लंड पकड़ लिया और बोली- बताओ कैसे चोदोगे मुझे?

मैंने कहा- कपड़े उतारो!
उसने कहा- जो करना है, तुम करो सब मुझसे ही करवाओगे क्या?

मैंने भी अपना रंग दिखाना शुरू किया। उसकी नाइटी खोल दी, उसका गुलाबी बदन चांदनी रात में और भी खूबसूरत लग रहा था। बड़े-बड़े स्तन ब्रा से बाहर आने को मचल रहे थे, गोरी गोरी चूत भी पैंटी के अंदर से झाँक रही थी।

मैंने भी समय न गंवाते हुए उसकी ब्रा के हुक खोल दिए। मैं वक्ष को मसलने लगा तो उसने कहा- जोर से मत करो, दर्द होता है, धीरे धीरे करोगे तो तुम्हें भी मज़ा आएगा और मुझे भी!

मैंने भी उसकी बात मानी और चूचियों को धीरे धीरे सहलाने लगा। मैं एक हाथ से चुचूक रगड़ रहा था और दूसरे हाथ से पैंटी के अंदर चूत में ऊँगली डाल रहा था, वो मुझे चूमे जा रही थी।

मैंने उसकी पैंटी उतारी और चूत में ऊँगली डालकर अंदर बाहर करने लगा, उसको मज़ा आने लगा था।
उसने मेरा लंड पकड़ लिया और चूत की तरफ इशारा करने लगी।

मैं भी समझ गया था कि लोहा गरम है, मैंने सीधा उसके ऊपर आकर अपना लंड उसकी चूत पर लगाया लेकिन लंड अंदर नहीं जा रहा था।

उसने मुझे ऊपर आने को कहा, मैं थोड़ा ऊपर आया तो उसने मेरा लंड अपने मुँह में डाला और चाटने लगी मुझे बड़ा अजीब सा लग रहा था।
फिर जब उसने मुझे छोड़ा तो मैंने अपना लंड उसकी चूत पर लगाया, पर चूत में जा नहीं रहा था।

मैंने कहा- ये जा क्यों नहीं रहा है? तुम्हारी चूत तो पहले से चुद रही है, आज क्या हुआ?

वो बोली- चूत तो चुद रही है पर इतना मोटा लंड अभी इसमें नहीं गया। अब तुम डालो अपना लंड इसमें, ज्यादा तड़पाओ मत!

मैंने भी पूरा जोर लगाकर लंड को चूत पर रखा और जोर का धक्का दिया, आधा लंड चूत के अन्दर समां गया।

वो बोली- पूरा डालो, आज फाड़ दो मेरी चूत को!

मैंने दूसरा धक्का दिया और पूरा लंड चूत में समां गया। मेरा लंड उसकी चूत में था, दोनों हाथ स्तनों पर और होंठ उसके होंठों से चिपके थे।
मैं धीरे धीरे धक्के मार रहा था, वो सिसकी लिए जा रही थी। उसकी सिसकी से मज़ा बढ़ता जा रहा था, फिर अचानक उसने मुझे कसके पकड़ लिया, वो झड़ चुकी थी। मेरे लंड पर कुछ गीला गीला महसूस हो रहा था।

पर मैं तो चुदाई से पहले मुठ मार चुका था इसलिए झड़ने का नाम ही नहीं ले रहा था।

इसी बीच मेरी उत्तेजना भी अपने चरम पर पहुंची और मेरे लंड से गरमा गरम तेल की फुहार उसकी चूत में छूट पड़ी। इस बीच वो भी दोबारा झड़ चुकी थी।

वो बोली- राज आज मेरा सपना पूरा हो गया, तुम्हारे भाई जब मुझे चोदते हैं तो मैं आँख बाद करके तुम्हारे बारे में ही सोचती हूँ तब कही मेरी चूत का पानी निकलता है, आज भी विश्वास नहीं होता कि मेरी चूत में सचमुच तुम्हारा लंड गया है और मैं तुम्हारे लंड से चुदी हूँ।

मैंने कहा- मैं भी कब से तुम्हें सोच कर मुठ मारता रहा हूँ, आज तुम्हारी चूत चोदकर मेरा सपना पूरा हो गया है।

इसी तरह बातें करते करते काफी समय बीत गया, चूत पास में पड़ी हो तो लंड कब तक चुप रह सकता है?

थोड़ी ही देर में लंड ने फिर से फुफकारना शुरू कर दिया, उसने मेरे लंड को महसूस किया तो चौंक गई, बोली- यह क्या है?

मैंने कहा- लंड है! भूल गई क्या? अभी अभी इसी ने फाड़ा है तुम्हारी चूत को!

वो बोली- फिर से चोदना है क्या?
मैंने कहा- जब चूत साथ में है तो क्यों नहीं?

उसने कहा- मेरा मन करता है कि मैं ऊपर आकर चोदूँ, पर मेरी यह इच्छा कभी पूरी नहीं हो सकी।
मैंने कहा- तुम्हारी मर्ज़ी है, अगर तुम्हें ऐसे ही मज़ा आता है तो ऐसे ही कर लो!

अबकी बार वो मेरे ऊपर आ गई, मेरा लंड अपनी चूत में डाला और मुझको चोदने लगी। वो मुझे चोद रही थी जैसे थोड़ी देर पहले मैंने उसे चोदा था।

मैं भी नीचे से चालू था, मैं उसके स्तन दबा रहा था और वो गांड उठा उठा कर चोद रही थी, उसके धक्के धीरे धीरे तेज़ होने लगे और 10-12 जोर के धक्कों के साथ वो झड़ गई।

फिर मैंने उसे नीचे लिया और अपनी स्पीड बढ़ा दी, पर मेरा लंड अब झड़ने का नाम ही नहीं ले रहा था।

वो भी परेशान थी, उसने मेरा लंड चूत से निकाला और मुँह में डालकर जोर से चूसने लगी। करीब 15 मिनट के बाद मेरे लंड ने उसके मुँह में पिचकारी छोड़ दी और वो पूरा माल पी गई। उस रात मैंने तीन बार उसको चोदा, वो इतने में 5 बार झड़ी होगी।

फिर हम दोनों बाथरूम में गए, एक दूसरे के चूत, लंड, गांड और वक्ष को रगड़ रगड़ कर साफ किये और फिर ऊपर आकर नंगे ही चिपक कर सो गए।

उसके बाद हम लोगो को जब भी मौका मिलता हम चोदम-चुदाई का खेल खेलते।

अब मेरी शादी हो गई है और मैं सैटल हो चुका हूँ। शादी के बाद मैंने कभी किसी दूसरी को नहीं चोदा। मन करता है किसी की सील तोड़ूँ पर कोई चूत मिले तो बात बने।

आशा करता हूँ कि आपको मेरी कहानी पसंद आएगी और आप मुझे मेल करेंगे। Antarvasna

Bhabhi ki chudai saalo baad

Antarvasna

मैं सुनील वर्मा, 21 साल पठानकोट का Antarvasna रहने वाला, 5′ 9″, अच्छी सुगठित काया, सात इन्च का लण्ड, अपने पांच भाई बहनों में सबसे छोटा हूं और प्यार से मुझे सब छोटू कहते हैं।

मेरी भाभी सोनू वर्मा, 24 साल, मेरे बड़े भाई की बीवी, स्तनाकार 34, कमर 28 और कूल्हे 36″, खूब सुन्दर हैं और मुझ से काफ़ी खुली हुई हैं।

मेरे भाई करण वर्मा दुबई में नौकरी करते हैं, 28 साल के हैं और कुछ बेचैन से रहते हैं।
तीन बहनें हैं, तीनों शादीशुदा पर उनमें से एक विधवा है जो यहीं घर पर रहती है और अपनी पढ़ाई पूरी कर रही है, उसका नाम सुमीना है।

हमारा एक मध्यम श्रेणी का परिवार है, मां बाप और पांच भाई बहन, पापा सरकारी नौकरी से सेवानिवृत हुए हैं और घर पर ही रहते हैं लेकिन आजकल चारों धाम की यात्रा पर गए हुए हैं।

घर पर मैं, मेरी भाभी और सुमीना ही हैं। बहन अकसर कालेज़ में रहती है।
मेरी भाभी की शादी को तीन साल हो गए पर उन्हें मां ना बन पाने का गम है, इसलिए हम दोनों में समझौता है कि जब तक वो गर्भवती ना हो जाएं, मैं उनसे सेक्स कर सकता हूं।

भाई अभी तक यहीं थे, पांच दिन पहले ही दुबई वापिस गए हैं और मेरे लिए मैदान खुला छोड़ गए हैं।
सुमीना के कालेज़ जाने के बाद मैं अक्सर भाभी से छेड़खानी और चुदाई किया करता हूं।

बात कुछ यूं हुई कि एक दिन भैया और भाभी काफ़ी मूड में थे और आपस में गुफ़्तगू कर रहे थे।
मैं भी बैठा था।
भाभी बोली कि आप चले जाते हो दुबई, यहां मेरा मन नहीं लगता, बताओ मैं क्या करूं?

तो भैया बोले- अरे! ये छोटू है ना तुम्हारा मन लगाने के लिए, इसको सब अधिकार है तुम्हारे साथ यह कुछ भी कर सकता है।

भाभी बोली- वो सब भी?

भैया बोले- बाहर वालों से तो घर वाला अच्छा है।

भैया जब चले गए तो एक दिन सुमीना कालेज़ जा चुकी थी, तो मैंने भाभी से कहा- आज बहुत मन हो रहा है कि आपके साथ कोई पिक्चर देखी जाए।
भाभी बोली- कौन सी देखनी है?

मैंने कहा- “ख्वाहिश” देखें?

हम दोनों पिक्चर देखने चले गए।
उस फ़िल्म में कई किस सीन थे, मन हुआ कि भाभी को चूम लूं पर हिम्मत ना कर सका।

पिक्चर खत्म होते होते मैं इतना गर्म हो गयाकि मैंने भाभी की चूची दबा दी।

जिससे वो चोंक गई और बोली- इसलिए पिक्चर देखना चाहते थे!
मैंने कहा- हां भाभी!

हंसी मज़ाक हो रहा था और फ़िल्म खत्म होने पर हम लोग घर आ गए।

इतने में सुमीना के आने का समय भी हो गया था, इस लिए हम दोनों चुप हो गए।

दूसरे दिन सुबह सुबह ही सुमीना को कहीं जाना था और वो तैयार होकर चली गई।

सुबह का सुहाना मौका देखकर मैने पीछे से जाकर भाभी को चूम लिया।
पर मेरे चूमने से नाराज़ ना होकर बोली- देखो छोटू! आओ हम तुम एक समझौता कर लें! तुम जब चाहो मुझको चोद सकते हो पर इन इक्कीस दिनों में मैं गर्भवती होना चाहती हूं।

मैंने हामी भर दी और इस तरह शुरू हुआ अपना सेक्स का सफ़र!

हम दोनों नहा धो कर कमरे में आ गये और मैंने भाभी को किस करना शुरू किया।
चूमते हुए ही मैं उनके ब्लाऊज़ में हाथ डाल कर उनके मम्मे दबाने लगा और धीरे धीरे ब्लाऊज़ के बटन खोलने लगा।

जैसे जैसे बटन खुलते जा रहे थे, भाभी के चेहरे पर चमक आ रही थी।

पूरा ब्लाऊज़ उतार कर मैंने उनकी ब्रा का हुक भी खोल दिया।
अब भाभी मेरे सामने अपने 34 डी के बूब्स लेकर खड़ी थी और हंस कर मुझे देख रही थी, कह रही थी- छोटू! ये सब कहां से सीखा?

मैंने मुस्कुरा कर कहा- सब आप लोगों को करते देख कर अन्दाज़ा लगाया और सीख लिया।

मैं उनकी चूचियां चूसने लगा और वो आह! उफ़्फ़ ऽऽऽ आह ओहऽऽ करने लगी।

अब मेरा हाथ उनके पेटिकोट पर था और मैंने उसका इज़ारबंद खोल दिया।
इज़ारबंद खुलते ही पेटिकोट नीचे गिर गया और भाभी एकदम नंगी हो गई।

अब उनकी बारी थी।
वो मेरी टीशर्ट उतार कर मेरे जिस्म को चूमने लगी।

मुझे उनके जिस्म से भीनी भीनी खुशबू आ रही थी और मैं मस्त हो रहा था।

भाभी ने मेरी पैन्ट की ज़िप खोल कर मेरे लण्ड को बाहर निकाल लिया और उसे सहला कर खड़ा करने लगी और फ़िर अपने मुंह में लेकर चूसने लगी।

मैं उनकी चूचियां दबा रहा था और वो मेरा लौड़ा चूस रही थी।

चूसते चूसते थोड़ा सा प्री-कम भी निकला जो उन्होंने चाट लिया।

अब मैं उनकी चूत को चाटने लगा।
पहले धीरे धीरे फ़िर तेज़ी से अपनी जीभ चूत के अन्दर बाहर करने लगा।

भाभी आनन्दित हो रही थी और धीरे धीरे बोल रही थी- करे जाओ! मज़ा आ रहा है!

इस आनन्द को उठाते हुए करीब एक घण्टा बीत गया था और दोनों तरफ़ से कोई कमी नहीं आ रही थी, कभी वो मुझे कस कर गले लगाती और कभी मैं उनको गले लगाता।

एक दूसरे को चूमते चाटते काफ़ी समय हो गया तो भाभी बोली- अब कर डालो छोटू! नहीं तो सुमीना आ जाएगी।

हम दोनों बिस्तर पर चले गए और भाभी को पलंग पर लिटा कर मैं उनकी जांघें सहलाने लगा।
भाभी ने आनन्दित होकर अपनी टांगें फ़ैला ली जिससे उनकी चूत अब साफ़ दिखने लगी थी।

मेरे लण्ड का भी बुरा हाल था। मैंने भाभी की चूत पर अपना लण्ड रख कर धक्का लगा दिया और अपना आधा लण्ड अन्दर कर दिया।
एक दो धक्कों के बाद पूरा का पूरा लण्ड अन्दर चला गया।

भाभी जोर से चीखी।
मैंने उनका मुंह बंद कर दिया और झटके मारता रहा।
वो मेरे बदन को चूमती, मैं उनकी चूची को चूमता, इस तरह करते करते मैंने अपना पूरा माल भाभी की बुर में डाल दिया।

वो बुरी तरह से मुझ से चिपक गयी।

इस तरह हम करीब आधा घण्टा पड़े रहे फ़िर सुमीना के आने का समय हो गया था इस लिए एक दूसरे को किस करके अलग हो गए।

अब एक चिन्ता मन में थी कि अगर सुमीना को पता चल गया इस बात का तो क्या होगा।
अभी 21 दिन चुदाई करनी है और अगले पूरे हफ़्ते उसकी छुट्टी है। मैंने भाभी को आग्रह किया कि इस जाल में सुमीना को भी फ़ंसाना पड़ेगा, नहीं तो हम दोनों को मंहगा पड़ेगा।

हम यह सब सोच ही रहे थे कि सुमीना आ गयी।

भाभी ने धीरे से कहा- यह तुम मुझ पर छोड़ दो, दो तीन ब्लू फ़िल्मों की सी डी लाकर मुझे दे दो, मैं उसे पटा लूंगी।

मैंने कहा- ठीक है! मैं ले आऊंगा।

मैंने चार सी डी लाकर भाभी को दे दी और खाना खा कर घर से निकल गया और सारा दिन बाहर रह कर भाभी का जादू देखने को बेताब रहा।
शाम हुए घर आया।

भाभी ने हंस कर स्वागत किया तो तबीयत मस्त हो गई।

क्या मैं सुमीना को भी चोद लूंगा?? Antarvasna

अगले भाग में……

TOTTAA’s Disclaimer & User Responsibility Statement

The user agrees to follow our Terms and Conditions and gives us feedback about our website and our services. These ads in TOTTAA were put there by the advertiser on his own and are solely their responsibility. Publishing these kinds of ads doesn’t have to be checked out by ourselves first. 

We are not responsible for the ethics, morality, protection of intellectual property rights, or possible violations of public or moral values in the profiles created by the advertisers. TOTTAA lets you publish free online ads and find your way around the websites. It’s not up to us to act as a dealer between the customer and the advertiser.

 

👆 सेक्सी कहानियां 👆